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पाकिस्तानी विदेश मंत्री के चीन दौरे से इमरान ख़ान को क्या हासिल होगा

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कमलेश बीबीसी संवाददाता इस पोस्ट को शेयर करें Facebook   इस पोस्ट को शेयर करें WhatsApp   इस पोस्ट को शेयर करें Messenger   इस पोस्ट को शेयर करें Twitter   साझा कीजिए इमेज कॉपीरइट GETTY IMAGES Image caption पाकिस्तान के पीएम इमरान ख़ान और चीन के राष्ट्रपित शी जिनपिंग पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद क़ुरैशी चीन की दो दिवसीय यात्रा पर है. चीन के हैनान प्रांत में दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की दूसरे दौर की रणनीतिक वार्त होगी. पहले दौर की वार्ता पिछले साल मार्च 2019 में हुई थी. चीन के लिए रवाना होने से पहले एक वीडियो जारी कर शाह महमूद क़ुरैशी ने कहा वह चीन की 'बहुत महत्वपूर्ण यात्रा' पर जा रहे हैं और यात्रा से पहले प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ उनकी चर्चा हुई. क़ुरैशी ने कहा, "उन्हें उम्मीद है कि चीन के विदेश मंत्री वांग यी के साथ मेरी मुलाकात दोनों देशों के लिए फायदेमंद साबित होगी." चीन और पाकिस्तान के बीच वार्ता होना ऐसे तो सामान्य बात है लेकिन सऊदी अरब के साथ पाकिस्तान की तल्खी और प्रधानमंत्री इमरान ख़ान के चीन को लेकर बयान के बीच य

वीगर मुस्लिम प्रोफ़ेसर को चीन ने कहां ग़ायब किया

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3 घंटे पहले इस पोस्ट को शेयर करें Facebook   इस पोस्ट को शेयर करें WhatsApp   इस पोस्ट को शेयर करें Messenger   साझा कीजिए इमेज कॉपीरइट EPHE Image caption प्रोफ़ेसर ताश्पोलत तियिप प्रोफ़ेसर ताश्पोलत तियिप शिनजियांग यूनिवर्सिटी के प्रमुख थे. उन्हें पेरिस की एक प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी से मानद डिग्री मिली थी और वो दुनिया भर के बुद्धिजीवी वर्ग से हमेशा जुड़े रहते थे. लेकिन साल 2017 में वो अचानक ग़ायब हो गए. ना तो कोई चेतावनी जारी की गई और ना ही किसी तरह की आधिकारिक घोषणा हुई. उनके दोस्तों का मानना है कि प्रोफ़ेसर तियिप पर अलगाववाद का आरोप लगाकर मौत की सज़ा दी जा चुकी है. प्रोफ़ेसर तियिप एक वीगर मुसलमान हैं. मानवाधिकार समूहों का कहना है कि प्रोफ़ेसर तियिप को चीन ने अपने उस अभियान के तहत पकड़ लिया जिसमें वह चीन में मौजूद बुद्धिजीवी वीगर मुसलमानों को अलगाववादी और आतंकवादी बताकर हिरासत में ले रहा है. द पीपल्स रिपब्लिक ऑफ़ डिसअपियर्ड किताब के लेखक और शोधार्थी माइकल केस्टर ने बीबीसी से कहा, ''सैकड़ों वीगर बुद्धिजीवियों और प्रोफेशनल लोगों को नज़रबंदी अभिया