9/11 से पहले 80 फ़ीसदी हमले ग़ैर-मुस्लिम चरमपंथी करते थे: इमरान ख़ान - उर्दू प्रेस रिव्यू
9 जून 2019 इस पोस्ट को शेयर करें Facebook इस पोस्ट को शेयर करें WhatsApp इस पोस्ट को शेयर करें Messenger साझा कीजिए इमेज कॉपीरइट REUTERS पाकिस्तान से छपने वाले उर्दू अख़बारों में इस हफ़्ते पाकिस्तान में बढ़ती महँगाई, ओआईसी सम्मेलन, सैन्य ख़र्च में कटौती आदि से जुड़ी ख़बरें सुर्ख़ियों में रहीं. सबसे पहले बात मक्का में आयोजित इस्लामी देशों के समूह ऑर्गनाइज़ेशन ऑफ़ इस्लामिक कंट्रीज़ यानी ओआईसी के मुखियाओं की 14वीं इस्लामिक कॉन्फ़्रेंस की. ओआईसी की बैठक को संबोधित करते हुए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने कहा कि भारत प्रशासित कश्मीर और फ़लस्तीन की आज़ादी के जायज़ संघर्ष को दहशतगर्दी नहीं कहा जा सकता. पाकिस्तान के सारे अख़बारों ने इमरान ख़ान के भाषण को पहले पन्ने पर जगह दी और कई अख़बारों ने तो इमरान ख़ान की पूरी तक़रीर को ही छाप दिया. अख़बार एक्सप्रेस के अनुसार इमरान ख़ान का कहना था, ''9/11 के बाद कश्मीर और फ़लस्तीन की जायज़ जद्दोजहद को इस्लामी अतिवाद और दहशतगर्दी से जोड़ दिया गया हालांकि 9/11 से पहले 80 फ़ीसदी से ज़्यादा आत्मघाती हमल