जामिया मिल्लिया, जिसके लिए गांधी भीख मांगने तक को तैयार थे
17 दिसंबर 2019 इस पोस्ट को शेयर करें Facebook इस पोस्ट को शेयर करें WhatsApp इस पोस्ट को शेयर करें Messenger साझा कीजिए इमेज कॉपीरइट GETTY IMAGES नागरिकता संशोधन क़ानून पर शुरू हुआ प्रदर्शनों का दौर अब उत्तर-पूर्वी राज्यों से होते हुए देश की राजधानी दिल्ली पहुंच गया है. रविवार को जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्र इसके विरोध में सड़कों पर उतरे. इसी दौरान तीन बसों में आग लगाने का वाक़या हुआ और फिर हिंसक झड़पें हुईं. दिल्ली पुलिस जामिया मिल्लिया इस्लामिया की लाइब्रेरी में बिना अनुमति के पहुंची और वहां उसने पढ़ाई कर रहे छात्रों पर लाठियां चलाई. पुलिस की कार्रवाई में कई छात्र ज़ख़्मी हुए हैं. जामिया मिल्लिया इस्लामिया की वीसी प्रोफ़ेसर नजमा अख़्तर ने विश्वविद्यालय में हुई पुलिस कार्रवाई की निंदा करते हुए पूरे वाक़ये पर दुःख जताया है. null आपको ये भी रोचक लगेगा जामिया कैंपस में पुलिस का घुसना वैध था या अवैध? जामिया में पुलिस कार्रवाई के बाद क्या रहा पूरे देश का हाल जामिया: पुलिस मुख्यालय पर प्रदर्शन के बाद रिहा किए गए छात्र अलीगढ़ म