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कांग्रेस का हमला ||कांग्रेस के सवालों के जवाब है मोदी जी के पास ?

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सच्चाई देश से फिसल कर विदेश तक पहुंची ?

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एतिहासिक धरोहरों और इमारतों को तोड़ने से इतिहास नहीं बदलते ?

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आज की बड़ी ख़बरें

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  एकनाथ खड़से शरद पवार की मौजूदगी में एनसीपी में शामिल हुए -  23 अक्टूबर 2020, 12:02 IST अपडेटेड 3 घंटे पहले इमेज स्रोत, EKNATHRAO KHADSE/FACEBOOK दो दिन पहले भारतीय जनता पार्टी से इस्तीफ़ा दे चुके महाराष्ट्र के वरिष्ठ नेता एकनाथ राव खड़से शुक्रवार को आधिकारिक रूप से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में शामिल हो गए. एकनाथ राव महाराष्ट्र की बीजेपी सरकार में मंत्री रहे थे जिन्होंने शुक्रवार को एनसीपी प्रमुख शरद पवार की मौजूदगी में उनकी पार्टी जॉइन की. छोड़िए Twitter पोस्ट, 1 पोस्ट Twitter समाप्त, 1 महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और एनसीपी के नेता जयंत पाटिल ने बुधवार को सूचना दी थी कि एकनाथ खड़से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में शामिल होंगे. उन्होंने कहा था कि 'एकनाथ राव के एनसीपी में शामिल होने से उनकी पार्टी को मज़बूती मिलेगी.' महाराष्ट्र की राजनीति के जानकार सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ राव खड़से को राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी बताते हैं. हालांकि, अपने इस्तीफ़े में एकनाथ राव ने लिखा था कि 'वे व्यक्तिगत कारणों से बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफ़ा दे रहे

नपने लगे अपने मोदी || देश हुआ बेदार || चौंकिए मत आप

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जीडीपी विकास दर में गिरावट का सिलसिला जारी

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28 फरवरी 2020 इस पोस्ट को शेयर करें Facebook   इस पोस्ट को शेयर करें WhatsApp   इस पोस्ट को शेयर करें Messenger   साझा कीजिए इमेज कॉपीरइट GETTY IMAGES भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर में गिरावट का सिलसिला जारी है. साल के तीसरे क्वार्टर यानी अक्टूबर से दिसंबर, 2019 के बीच जीडीपी की वृद्धि दर 4.7 प्रतिशत आंकी गई है. 2012-13 के जनवरी से मार्च की तिमाही में जीडीपी की वृद्धि दर 4.3 प्रतिशत आंकी गई थी, इसके बाद यह न्यूनतम दर है. यह जुलाई से सितंबर, 2019 की तिमाही से भी कम है, तब जीडीपी वृद्धि दर 5.1 प्रतिशत आंकी गई थी. विज्ञापन इससे पिछले वित्तीय साल में अक्टूबर से दिसंबर की तिमाई में जीडीपी वृद्धि की दर 5.6 प्रतिशत थी. सरकार के आंकड़ों से ज़ाहिर है कि उपभोक्ताओं की डिमांड, निजी निवेश और निर्यात, इन मोर्चों पर गिरावट जारी है, जिसके चलते भारतीय अर्थव्यवस्था की सभी मोर्चे पर चुनौतियां बढ़ी हैं, हालांकि इन चुनौतियों से पार पाने के लिए सरकार ने अपना ख़र्चा बढ़ाया है. null और ये भी पढ़ें क्या बांग्लादेश से भारत में अवैध प्र