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करनल पुरोहीत और मेजर उपाध्याय ने ATS को हथीयार सप्लाई किये थे?

कर्नल पुरोहित और मेजर उपाध्याय ने ATS को हथियार सप्लाई किया किया था : (देफा) मुंबई 29 , नवंबर 2013 (press Relesa) 26/11 मुंबई दहशत गर्दाना हमला में शहीद होने वाले ,दहशत गर्दी के चेहरे पर चढ़े भगवा नकाब को पहली बार उतारने में कामयाबी हासील करने वाले ATS दस्ता के आला अफसर हेमंत करकरे की जानीब से मालेगांव 2008 बम धमाका मामले में फौज से संबंध रखने वाले दो आरोपी से sambandhit "ATS"के आला अफसर ने किसी प्रकार की जानकारी होने से इनकार किया और कहा के उसे इस बात की जानकारी नहीं के इस मामले में हेमंत करकरे ने करनल पुरोहीत और मेजर उपाध्याय को भी गिरफ्तार किया था . उसे इस बात की भी जानकारी नहीं के हेमंत करकरे ने किन किन बम धमाकों की तहकीकात की थी और कुल कितने लोगों को गिरफ्तार किया था ? वाजेह हो के फ़ौज से संबंध रखने वाले इन दो आरोपियों के इल्जाम के तेहत गिरफ्तारी की इंटरनेशनल लेवल पर चर्चा का विषय बना था और इन आरोपियों के बाद साध्वी प्रग्या सिंह ठाकुर की गिरफ्तारी के बाद देश की जनता को दहशत गर्दी अर्थात आतंकी खेल के पीछे खेले जा रहे असल खेल का पता चला था ..........लेकिन ......

media बीमार हो गया ?

Media बीमार हो गया ,डॉटर बीमारी का इलाज करता है और आदमी उसे भगवनऔर मसीहा समझताहै । वह आम इंसान की उमीद का किरण  होता है । लेकिन डॉक्टर ही बीमार हो जाए तो ? इलाज के नाम पर मरीज का #Kidney बेचना शुरू करे तो ..........? यही हाल है media का ख़ास कर hindi और अंग्रेज़ी सहाफियों (journalists)और और अखबार का जो बीमार हो गए हैं और जो मोकद्दस  (pawitra) पेशा की आड़ में जुर्म  (crime) कर रहे हैं। मेरे अलफाज सतही  लेकिन  उनका जुर्म इस से भी ज्यादा संगीन है क्योंकि  ये किसी  फरदे वाहीद अथवा किसी #Individual_Person के खेलाफ नहीं बल्कि पुरे समाज के खेलाफ है । इन अखबार और सहाफियों  के दिमाग  में  #Firqaparasti अथवा #sampradaikta और भेदभाव के कसर अपने तीसरे stage की #Cancer की तरह जड़ पकड़ चुका है । # 27 अटूबर 2013 को गाँधी मैदान में भारतीय जनता पार्टी  की रैली में जो बम धमाके हुए वह  Intehai खौफनाक घटना की  हैसीयत रखते हैं जीनक जतनी मजम्मत  अथवा condemn की  जाए कम है । लेकिन  उन धमाकों  के लीए इस्तेमाल होने वाले बम बहुत जेयादःताक़तवर नहीं थे । इससे ये लगता है कि उनका मक़सद बड़े पैमाने पर हत्या

गांधी मैदान में security के जबरदस्त इन्तेजाम और भारी संख्या में "बी जे पी " के volunteers और 200 private security guard की मौजूदगी में कीस तरह दहशतगर्द बम प्लांट करने और धमाका करने में कामयाब हो गए ?गाँधी मैदान में लगे मेन CCTV के तार को कीसने अलग कीया था ? और जबरदस्त security के इन्तेजाम के बावजूद आखीर ये कैसे मुमकीन हो सका ? क्या गांधी मैदान में दहशतगर्दों को आज़ादी से घुमने की छुट थी ? मोदी की रैली के सीर्फ एक रोज़ पहले खाली सूटकेस बरामद हुआ था , उसकी forensic जाँच क्यों नहीं कराई गई ?..........

भाजपा की तरफ से पी एम के उमीदवार जनाब नरेंदर मोदी की पटना रैली में धमाके और उन धमाकों में आधा दरजन लोगों के मरने और बहुत सारे अफराद के जख्मी होने के मामले की जीतनी भी आलोचना की जाए कम है ,लेकीन तश्वीशनाक बात ये है के हमेशा की तरह शक की सुई indian mujahedin की तरफ ही गई है ,क्योंके इस सील सीले में बम धमाके में कथित तौर पे शामील एक शख्स (इम्तीयाज) को पटना जंक्शन के प्लेटफ़ॉर्म नंबर 10 के toilate में हुए धमाके के फ़ौरन बाद giraftar कीया गया था और ख़बरों के मुताबीक उसने police के सामने दिए गए अपने बयान में उस बम धमाके में indian mujahedin के मोलौवीश होने की बात कबूल कर ली है । एक अख़बार में छपी खबरों का बारीकी से जाएजा लीया जाये तो इमतीयाज की गीरफतारी और उसके पास से बमों की बरामदगी ही शक के दाएरे में आ जाती है ।दीनांक 28/10/13 के Hindustan Times में खबर छपी खबर के मुताबीक सुबह 9:30 बजे पटना जंक्शन के प्लेटफ़ॉर्म नंबर -10 के toilate में धमाका हुआ और उसके 10 मीनट के अन्दर ही G R P पटना के इंस्पेक्टर ने एक शख्स (इम्तीयाज)को पकड़ लीया ।लेकीन इस खबर को आर पी एफ ने गलत और झूठा बताया और दावा क

गांधी मैदान में security के जबरदस्त इन्तेजाम और भारी संख्या में "बी जे पी " के volunteers और 200 private security guard की मौजूदगी में कीस तरह दहशतगर्द बम प्लांट करने और धमाका करने में कामयाब हो गए ?गाँधी मैदान में लगे मेन CCTV के तार को कीसने अलग कीया था ? और जबरदस्त security के इन्तेजाम के बावजूद आखीर ये कैसे मुमकीन हो सका ? क्या गांधी मैदान में दहशतगर्दों को आज़ादी से घुमने की छुट थी ? मोदी की रैली के सीर्फ एक रोज़ पहले खाली सूटकेस बरामद हुआ था , उसकी forensic जाँच क्यों नहीं कराई गई ?..........

भाजपा की तरफ से पी एम के उमीदवार जनाब नरेंदर मोदी की पटना रैली में धमाके और उन धमाकों में आधा दरजन लोगों के मरने और बहुत सारे अफराद के जख्मी होने के मामले की जीतनी भी आलोचना की जाए कम है ,लेकीन तश्वीशनाक बात ये है के हमेशा की तरह शक की सुई indian mujahedin की तरफ ही गई है ,क्योंके इस सील सीले में बम धमाके में कथित तौर पे शामील एक शख्स (इम्तीयाज) को पटना जंक्शन के प्लेटफ़ॉर्म नंबर 10 के toilate में हुए धमाके के फ़ौरन बाद giraftar कीया गया था और ख़बरों के मुताबीक उसने police के सामने दिए गए अपने बयान में उस बम धमाके में indian mujahedin के मोलौवीश होने की बात कबूल कर ली है । एक अख़बार में छपी खबरों का बारीकी से जाएजा लीया जाये तो इमतीयाज की गीरफतारी और उसके पास से बमों की बरामदगी ही शक के दाएरे में आ जाती है ।दीनांक 28/10/13 के Hindustan Times में खबर छपी खबर के मुताबीक सुबह 9:30 बजे पटना जंक्शन के प्लेटफ़ॉर्म नंबर -10 के toilate में धमाका हुआ और उसके 10 मीनट के अन्दर ही G R P पटना के इंस्पेक्टर ने एक शख्स (इम्तीयाज)को पकड़ लीया ।लेकीन इस खबर को आर पी एफ ने गलत और झूठा बताया और दावा की

patna serial blast - गाँधी मैदान में लगे मेन CCTV के तार को कीसने अलग कीया ?और जबरदस्त security के िइन्तेाम के बावजूद ये कैसे मुमकीन हुआ?

गांधी मैदान म security के जबरदत इतेजाम और भारी संया म "बी जे पी " के volunteers और 200 private security guard क मौजूदगी म कस तरह दहशतगद बम लांट करने और धमाका करने म कामयाब हो गए ?गाँधी मैदान म लगे मेन CCTV के तार को कसने अलग कया था ? और जबरदत security के इतेजाम के बावजूद आखीर ये कैसे मुमकन हो सका ? या गांधी मैदान म दहशतगदं को आज़ादी से घुमने क छुट थी ? मोदी क रैली के सीफ एक रोज़ पहले खाली सूटकेस बरामद हआ था , उसक forensic जाँच य नह कराई गई ?.......... Posted on: 09-November-2013 भाजपाकतरफ से पीएमके उमीदवारजनाबनरदरमोदीक पटनारैलीम धमाके औरउनधमाकम आधा दरजनलोगके मरने औरबहतसारे अफरादके जमीहोने के मामले कजीतनीभी आलोचनाक जाएकम है ,लेकनतवीशनाक बातये है के हमेशा कतरह शकक सुईindian mujahedin क तरफ ही गई है ,यके इस सील सीले म बम धमाके म कथत तौर पे शामील एक शस (इतीयाज) को पटना जंशन के लेटफ़ॉम नंबर 10 के toilate म हए धमाके के फ़ौरन बाद giraftar कया गया था और ख़बर के मुताबीक उसने police के सामने िदए गए अपने बयानम उस बमधमाके म indian mujahedin के मोलौवीश होने क बात कबूलकर ली है । एक अख़ब
Congress नेता digvijay singh ,और सुबोधकांत सहाए जैसे दीगज नेता गया और पटना सीरयल धमाक म बी जे पी क कारतानी तो जनाब नीतीश कुमार cm of bihar big conspiracy करार पहले दे चुके ह तो दूसरी तरफ कुछ महपूण िबदुओं को नजरअंदाज कर जाँच एजसय के जरये नीकले नतीजे और एक समुदाय िवशेष क गरतारी ज़माने को पच नह रही,पचे भी य इनके कारनाम के काली इितहास जो सामने है। (dinank 8/11/2013 राीय सहरा उदू म कािशत एक लेख पेश है जो जाँच agensiyon को बेनकाब करती मालूम गुजीता 27 अटूबर को हंकार रैली के दौरान हए serial लाट का माटरमाइंड तहसीन अतर को करार िदया जा रहा है ,इस मामले म इतीयाज और बाक दोत क िगरतारी भी हई है ,इसे इंिडयन मुजाहेदीनका कारनामा करार दीया जा रहा है ,लेकन कुछ बीदुओं पर जवाब तलबह ।पहलाये के गाँधीमैदान म बम फकते हएजीस पंकजकुमारको policeने पकड़ाथा ,उसके बारे म कोईसूचनानह है ।पंकज कुमारको police के जरीये पकड़ कर ले जाते हए चैनल ने दीखलाया था ,मगर बाद म उसककोई जानकारी नह मीली , bihar police कोइस मामले को clear करनी चािहए । उसके अलावा बम धमाके क जगह पर गुजरात के रैपर भी मीले थे ,इतना ही नह टाइमर के तौर पर

पटना धमाके क ततीश पर लगा सवलया नीशान ,जांच ajensiyon के पल पल बदलते दावे ।Patna bomb dhamake ki taftish par sawaliya nishan ,janch agebsiyon ke pal pal badalte dawe. Janch agensiyon ne patna aur bodh geya dhamaaka mamle ko hal karne ka dawa karte huye kaha ke dono dhamaake indian mujahedin ne hee karaye the . dono maamle mein ranchi ke imtiyaaj ansari aur unke saathiyo ka aham kirdaar tha magar janch agensiyan khastaur se NIA duniya ko bataye ke 21October 2013 ko khabar aai ke NIA ne bodh geya dhamaka mamle ko hal kar liya hai .khabar mein ye bhi bataya geya tha ke wardaat mein geya ke asthaniye logo ke shaamil hone ke pukhta sabut mile the,sajish ke taar patna se jude hone ki baat bhi saamne aai thi , media ne NIA ke hawale se ye bhi dawa kiya tha ke giraftaar logon ke beyano ki buniyad par janch agensiyan ek do dino mein mastermind tak pahuch jayegi. ye uprokt dawa tha NIA ka jo patna serial blast ke pahle kiya geya tha , sawal ye uthne laga hai ke aakhir aisa keya aur keyon hua ke patna blast ke baad pahle ke dawe kharij ho gaye,aur imtiyaj ansari aur uske doston ke taar bodh geya dhamake se bhi jud gaye , is sawal ka jawab na sirf NIA ko dena hoga balke bihar police ko bhi, jisne pichle dino dono dhamakon ke liye jimmedar IM ko karar dete media ke saamne najar aaye.keyonke uprokt dono khulaason me aasmaan aur jamin ka fark hai. ( rashtriye sahara urdu dinanak .8/11/2013)

पटना धमाके क ततीश पर लगा सवलया नीशान ,जांच ajensiyon के पल पल बदलते दावे ।Patna bomb dhamake ki taftish par sawaliya nishan ,janch agebsiyon ke pal pal badalte dawe. Janch agensiyon ne patna aur bodh geya dhamaaka mamle ko hal karne ka dawa karte huye kaha ke dono dhamaake indian mujahedin ne hee karaye the . dono maamle mein ranchi ke imtiyaaj ansari aur unke saathiyo ka aham kirdaar tha magar janch agensiyan khastaur se NIA duniya ko bataye ke 21October 2013 ko khabar aai ke NIA ne bodh geya dhamaka mamle ko hal kar liya hai .khabar mein ye bhi bataya geya tha ke wardaat mein geya ke asthaniye logo ke shaamil hone ke pukhta sabut mile the,sajish ke taar patna se jude hone ki baat bhi saamne aai thi , media ne NIA ke hawale se ye bhi dawa kiya tha ke giraftaar logon ke beyano ki buniyad par janch agensiyan ek do dino mein mastermind tak pahuch jayegi. ye uprokt dawa tha NIA ka jo patna serial blast ke pahle kiya geya tha , sawal ye uthne laga hai ke aakhir aisa keya aur keyon hua k