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देश भक्त कौन ... देश द्रोही कौन...?

सिमरन प्रजापति  with  Rekha Vinod Jain  and  24 others Sat  ·  देश भक्त कौन ... देश द्रोही कौन...? नाम : माधुरी गुप्ता काम : पाकिस्तान में भारतीय दूतावास के लिए काम करना आरोप : विश्व की खतरनाक खुफिया एजंसी आई एस आई के लिए अपने ही देश की जासूसीकी नाम : रविंदर सिंह काम : रा का अधिकारी आरोप : अमरीकी खुफिया एजंसी सी आई ऐ केजासूसी की ... लेकिन भारत की पकड़ में आने से पहले ही लापता नाम : सुखजिंदर सिंह काम : नौ सेना अधिकारी आरोप : एक रूसी महिला के साथ कथित सम्बन्ध की जाँच जारी .... नाम : मनमोहन शर्मा काम : चीन में भारतीय दूतावास में वरिष्ठ अधिकारी आरोप : एक चीनी महिला के साथ सम्बन्ध के बाद भारत वापस बुला लिया गया.... शक था महिला चीनी मुखबिर नाम : रवि नायर काम : १९७५ बैच के रा अधिकारी आरोप : २००७ में एक लड़की के साथ दोस्तीके बाद वापस बुलाया गया ... लड़की चीनी जासूसी एजंसी की मुखबिर नाम : अताशे काम : भारतीय नौ सेना में कार्यरत आरोप : पाकिस्तान में विदेशी खुफिया एजंसियों से कथित तालमेल का आरोप नाम : यशोदानंद

आई जी आई सी के एक लेडी डॉक्टर अथवा डॉन की कहानी ।

डॉक्टर और डॉक्टरी पेशा अच्छा ख़ासा बदनाम हो कर रह गया है , वजह है सिर्फ ये की कितना जल्द सरकार को धोखा देकर , सरकारी होस्पीटलों में आने वाले गरीब मरीजों की जान चली जाए मगर उन आने वाले मरीजों को इतना परीशान करो की सरकारी अस्पतालों , जैसे पी एम सी एच ,एन एम सी एच , आई जी आई सी की तरफ जिंदगी भर आने की भूल न करे । आज मैं इशारों ही इशारों में आई जी आई सी जो बिहार का एकलौता हार्ट हॉस्पिटल है और पी एम सी एच के पास और अंतराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त खुदा बख्स लाइब्रेरी के थी पीछे यानी स्थित है इस एकलौते हार्ट हॉस्पिटल के हार्ट का वोल्व ख़राब चंद बड़े और बदनाम और लालची डॉक्टरों की वजह से । और उनके किरदार को यहाँ आकर समझने के बाद आप इसी निष्कर्ष पे पहुंचेगे की ये यहाँ के जेयादातर डॉक्टर , डॉक्टर नहीं बल्कि  डॉन  हो गए है । आई जी आई सी  के एक लेडी डॉक्टर अथवा डॉन की कहानी । वहां एक बन्तुलेट टाइप की लेडी डॉक्टर हैं , उनकी कार्यशैली जो आगे पेश करने जा रहा उसे पढ़ने के बाद शायद आप यही कहेंगे की वह डॉक्टर नहीं बल्कि  मासूम बच्चे जो हार्ट से पीड़ित हैं उन बच्चों के लिए  डॉन हैं ,एक औरत के नाम पर कलंक है

मोदी का जादू अब नहीं चलने वाला ।

Rahul Kumar Tues  ·  विधानसभा उपचुनाव का आज का नतीजा ने दो अच्छा संकेत दिया है। (i) भाजपा का केन्द्र में सरकार बनाने के बाद प्रथम और गुप्त उद्देश्य पूरे देश में सांप्रदायिकता को फैलाना था।लेकिन अब भाजपा को समझ में आने लगेगी कि सांप्रदायिकता फैलाने के बाद चुनाव जीतना शायद ही संभव है।इसलिए भाजपा योगी आदित्यनाथ जैसे सांप्रदायिकता फैलाने वाले नेताओं को आगे करने से पहले दस बार सोचेगी और भाजपा उतनी ज्यादा सांप्रदायिकता नहीं फैला पाएगी। (ii) सोलहवीं लोकसभा का चुनाव लोकतंत्र के इतिहास का सबसे काला आम चुनाव था क्योंकि ज्यादातर लोग अपने विवेक का प्रयोग किए बगैर मोदी को देवता की तरह अहमियत देने लगे।इन लोगों ने थोड़ा सा भी ये नहीं सोचा कि मोदी कोई आसमान से नहीं उतरे हैं,उसी भ्रष्ट-तंत्र के बीच से आए हैं जहाँ लोकायुक्त को अपने अधीन रखने का कानून बना दिया जाता है,पूँजीपतियों को सस्ते दर पर जमीन दिया जाता है,फर्जी मुठभेड़ कराया जाता है,आदि आदि।लेकिन अब मोदी भक्तों की संख्या काफी कम रही है।इस उपचुनाव के परिणाम से प्रतीत होता है कि ज्यादातर लोग