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CBSE से अवैध ढंग से मान्यता प्राप्त एक स्कूल संचालक और सी बी एस ई के बिहार क्षेत्रीय कार्यालय के भ्रष्ट अफ्सरों के कारण मरिया चिश्ती नामक छात्रा का भविष्य खतरे में ।

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बिहार में CBSE से मान्यता प्राप्त प्राइवेट स्कूलों के संचालकों  की मनमानी और CBSE के बिहार क्षेत्रीय कार्यालयों में बैठे भ्रष्ट अफ्सरों की आचरण के कारण बिहार के सैकड़ों छात्रों का भविष्य खतरे में है । बिहार के पटना में बी एम दास रोड स्थित  नेशनल कान्वेंट हाई स्कूल है जिसका कोड 50199 तथा affiliation नंबर 330271है ।  उपरोक्त स्कूल और CBSE बोर्ड के  बिहार क्षेत्रीय कार्यालय की लाप्रवाही के कारण मरिया चिश्ती नामक छात्रा का भविषय खतरे में पड़ गया है ।  मारिया ने 10+2 की पढ़ाई बायोलॉजी से की फॉर्म भी बायोलॉजी के लिए भरी मगर उपरोक्त  स्कूल और सी बी इस इ की लाप्रवाही के कारण मारीया को मैथमेटिक्स पेपर देने पर मजबूर किया जा रहा । मरिया के एडमिट कार्ड जो मिला है उसपे बायोलॉजी के बदले मैथमेटिक्स दर्ज है । मरिया और उसके घर वाले टेंशन में जी रहे , बायोलॉजी की पढ़ाई करने वाली मारिया मैथमेटिक्स की पेपर कैसे देगी ।  बकौल मरिया  और उनके रिश्तेदारों की मानें तो बिहार के क्षेत्रीय कार्यालय इस मामले को लेकर गए तो मामले को संजीदगी से सुनने की बजाये भगा दिया गया ।  सूत्रों की मानें तो उपरोक्त स

आज मुज़फ्फरपुर जिले के सरैया थानान्तर्गत अजीज़पुर गाँव गया और दोनों पक्षों के प्रत्येक पीड़ित परिवार से मिला। जो उन पर गुज़री उसकी जानकारी ली और उन्हें समुचित राहत पहुँचाने के लिए प्रशासन व राज्य सरकार से विशेष अनुरोध किया।

Nitish Kumar  added 12 new photos. 23 January at 23:29  ·  Edited  ·  आज मुज़फ्फरपुर जिले के सरैया थानान्तर्गत अजीज़पुर गाँव गया और दोनों पक्षों के प्रत्येक पीड़ित परिवार से मिला। जो उन पर गुज़री उसकी जानकारी ली और उन्हें समुचित राहत पहुँचाने के लिए प्रशासन व राज्य सरकार से विशेष अनुरोध किया। मुज़फ्फरपुर की घटना मानवता पर कलंक है जिसकी जितनी निंदा की जाए, कम है। अकारण ही निर्दोष लोगों को मारा गया, जलाया गया, पीटा गया, घर में आग लगाई गई। लूट-पाट भी की गई...अकारण! ऐसी परिस्थिति में जो कुछ एक ग़रीब महिला शैल देवी ने अपने पड़ोसियों को बचाने के लिए किया वह साहस और मानवता की मिसाल है जिसे सदैव याद किया जाएगा । घटनाक्रम में जब एक बच्चे का शव मिला, उसके तुरंत बाद जितनी तेज़ी से बड़ी संख्या में उपद्रवी इकट्ठा हुए, यह जाँच का विषय है | कहीं-न-कहीं से कुछ ऐसी शक्तियाँ थीं जो घटनाक्रम पर नज़र बनाए हुए थीं और मौका मिलते ही इकट्ठा होकर मारने-काटने का स्वर निकालने लगीं । शव मिलने के तुरंत बाद उपद्रवी गाड़ियों पर सवार होकर तेज