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एंटीबायोटिक दवाओं का बैक्टीरिया पर नहीं हो रहा असर, दुनिया भर में लाखों की मौत- रिपोर्ट

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  इमेज स्रोत, GETTY IMAGES इमेज कैप्शन, बहुत से बैक्टीरिया पर बेअसर होती जा रही हैं एंटीबायोटिक दवाएं एंटीबायोटिक दवाओं के असर के बारे में हुए अब तक के सबसे बड़े अध्ययन के अनुसार वर्ष 2019 में दुनिया भर में 12 लाख से अधिक लोगों की मृत्यु ऐसे बैक्टीरिया से हुए संक्रमण की वजह से हो गई जिनपर दवाओं का असर नहीं हुआ. यह आँकड़ा मलेरिया या एड्स से हर साल मारे जाने वाले लोगों की संख्या से ज़्यादा है. मेडिकल जर्नल द लैंसेट जर्नल में प्रकाशित इस अध्ययन की रिपोर्ट में कहा गया है कि वैसे तो इसका ख़तरा हर किसी को है मगर ग़रीब देश इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. ये भी पढ़िएः- मामूली बीमारियां जानलेवा बन जाएंगी हेरोइन जब खांसी दूर करने की दवा के तौर पर इस्तेमाल होती थी मेडिकल शब्दावली में दवाओं के बेअसर होने की इस स्थिति को एंटी-माइक्रोबियल रेसिस्टेन्स (एएमआर) कहा जाता है. ये तब होता है जब बैक्टीरिया, वायरस, कवक और परजीवी समय के साथ बदलते हैं और उनपर दवाओं की प्रतिक्रिया नहीं होती. इससे किसी संक्रमण का इलाज कठिन हो जाता है और गंभीर बीमारी के फैलने और उससे मृत्यु का ख़तरा बढ़ जाता है. विज्ञापन रिपोर्ट म

अगर वाहन चला रहे हो तो .....?

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गलवान में दिखा चीनी झंडा, भारत-चीन संबंधों पर क्या होगा असर

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  अनंत प्रकाश बीबीसी संवाददाता 4 जनवरी 2022, 07:18 IST अपडेटेड 2 घंटे पहले इमेज स्रोत, @SHEN_SHIWEI इमेज कैप्शन, चीन के सरकारी मीडिया से जुड़े एक संपादक की ट्वीट की गई तस्वीर कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी ने गलवान घाटी में चीनी झंडा फहराए जाने की ख़बर आने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी को आड़े हाथों लिया. राहुल गांधी ने ट्वीट करके लिखा, "अभी कुछ दिनों पहले हम 1971 में भारत की गौरवपूर्ण जीत को याद कर रहे थे. देश की सुरक्षा और विजय के लिए सूझ-बूझ व मज़बूत फ़ैसलों की ज़रूरत होती है. खोखले जुमलों से जीत नहीं मिलती!" छोड़िए Twitter पोस्ट, 1 पोस्ट Twitter समाप्त, 1 इस मुद्दे पर अब तक विदेश मंत्रालय की ओर से किसी तरह की प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है. हालांकि, कुछ दिन पहले चीन द्वारा अरुणाचल प्रदेश के हिस्सों के नए नाम रखने के बाद केंद्र सरकार की ओर से टिप्पणी की गई थी. इसी बीच चीनी मीडिया की ओर से नसीहत दी गई है कि सीमा पर जारी गतिरोध ख़त्म करने के लिए भारत को द्विपक्षीय संबंधों को पटरी पर लाना होगा. छोड़कर और ये भी पढ़ें आगे बढ़ें और ये भी पढ़ें चीन के गलवान में झंडा फहराने की रिपोर