#CoronaVirus_Bihar : जानें बिहार में क्यों बढ़ रहे Covid 19 के मामले ।
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बिहार में बाहर से आने वाले ज्यादा कोरोना पॉजिटिव, जाने किस राज्य आए कितने लोगों को हुआ कोविड-19
पटना। हिन्दुस्तान ब्यूरो,Last Modified: Sun, May 10 2020. 19:45 IST
दूसरे राज्यों से बिहार आ रहे लोगों में कोरोना पॉजिटिव मिलने की संख्या में निरंतर वृद्धि हो रही है। पिछले कुछ दिनों में जो भी पॉजिटिव मिले हैं, उनमें अधिकतर बाहर से आने वाले ही हैं। तीन मई के बाद दूसरे राज्यों से बिहार आने वालों में अब तक 85 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं।
इनमें सबसे अधिक 30 महाराष्ट्र, 22 गुजरात और आठ दिल्ली से आए हैं। वहीं तीन मई के पहले आने वालों में 57 में पॉजिटिव मिले हैं। इस तरह बाहर से आने वालों में 142 पॉजिटिव मिले हैं। स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि रेड जोन से आ रहे प्रवासी मजदूरों की कोरोना की जांच प्राथमिकता के आधार पर करायी जा रही है।
राज्य में अबतक 663 संक्रमित
बिहार के 14 जिलों में रविवार को अबतक कोरोना के 52 नए मरीज मिले हैं। जबकि पटना के बेलछी के एक मरीज की मौत हो गयी। राज्य में अब कोरोना से मरने वालों की संख्या छह हो गयी है। संक्रमितों की कुल संख्या 663 तक पहुंच गई है। 38 में से 37 जिले अबतक कोरोना से प्रभावित हो चुके हैं। 354 मरीज स्वस्थ होकर अस्पताल से घर लौट चुके हैं।
जिले और रविवार को मिले मरीज
जिला संख्या
पटना 9
किशनगंज 8
सहरसा 7
मधेपुरा 7
पू. चंपारण 4
मुजफ्फरपुर 3
अरवल 3
दरभंगा 2
गया 2
नवादा 2
अररिया 2
बेगूसराय 1
भोजपुर 1
औरंगाबाद 1 https://www.livehindustan.com से साभार
सिमरन प्रजापति with Rekha Vinod Jain and 4 others Mon · क्या खुब लिखा है किसी ने ... "बक्श देता है 'खुदा' उनको, ... ! जिनकी 'किस्मत' ख़राब होती है ... !! वो हरगिज नहीं 'बक्शे' जाते है, ... ! जिनकी 'नियत' खराब होती है... !!" न मेरा 'एक' होगा, न तेरा 'लाख' होगा, ... ! न 'तारिफ' तेरी होगी, न 'मजाक' मेरा होगा ... !! गुरुर न कर "शाह-ए-शरीर" का, ... ! मेरा भी 'खाक' होगा, तेरा भी 'खाक' होगा ... !! जिन्दगी भर 'ब्रांडेड-ब्रांडेड' करने वालों ... ! याद रखना 'कफ़न' का कोई ब्रांड नहीं होता ... !! कोई रो कर 'दिल बहलाता' है ... ! और कोई हँस कर 'दर्द' छुपाता है ... !! क्या करामात है 'कुदरत' की, ... ! 'ज़िंदा इंसान' पानी में डूब जाता है और 'मुर्दा' तैर के दिखाता है ... !! 'मौत' को देखा तो नहीं, पर शायद 'वो' बहुत "खूबसूरत" होगी, ... ! "कम्बख़त" जो भी ...
करे गैर गर बूत की पूजा तो काफिर जो ठहराए बेटा खुदा का तो काफिर गिरे आग पर बहर सिजदा तो काफिर कवाकिब में मानें करिश्मा तो काफिर मगर मोमिनो पर कुशादा हैं राहें परस्तिश करें शौक से जिस की चाहें नबी को जो चाहें खुदा कर दिखाएं इमामों का रुतबा नबी से बढ़ाएं मज़ारों पे दिन रात नजरें चढ़ाएं शहीदों से जा जा के मांगें दुआएं न तौहीद में कुछ खलल इससे आये न इस्लाम बिगड़े न ईमान जाए । ( मुसद्दस हाली ) __________________________________________________ Padhne k baad kya Samjhe ? Agar Gair Boot ki Puja , Murti Puja , Yani ek khuda k Awala ki kisi Dusre ki puja kare to Kafir Eesha Alaihissalam ko manne wale Agar Ek Allah ki Parastish karne k sath Eesha Alaihissalam ko Khuda maan Liya to Fir bhi Kaafir Aag ki sijdah Jisne Kiya wah bhi kaafir ho gaya Falkiyaat Aur chaand aur sitaron k Wajud ko Allah ka banaya hua n maan kar Sirf Karishma maan liya to bhi Kaafir ... Lekin Musalmano ki Rahen Aasan aur Wasi kai...
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