व्हाट्सऐप से जासूसी मामले में मोदी सरकार से सवाल !
मैसेजिंग ऐप व्हाट्सऐप में इसराइली स्पाईवेयर 'पेगासस' के ज़रिए भारतीयों की जासूसी करने के मामले में भारत सरकार ने व्हाट्सऐप से जवाब तलब किया है.
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी है. उन्होंने ट्वीट किया, "मैसेजिंग प्लेटफॉर्म व्हाट्सऐप पर भारत के नागरिकों की निजता के उल्लंघन को लेकर भारत सरकार चिंतित है. हमने व्हाट्सऐप से पूछा है कि यह किस प्रकार का उल्लंघन है और करोड़ों भारतीयों की निजता की सुरक्षा के लिए वह क्या कर रहा है."
व्हाट्सऐप में इस स्पाईवेयर के ज़रिए दुनियाभर के जिन 1400 लोगों को निशाना बनाया गया है, उनमें भारतीय पत्रकार और मानवाधिकार कार्यकर्ता भी शामिल हैं.
इस जासूसी पर विपक्षी पार्टियों ने भी मोदी सरकार से सवाल किए हैं. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट किया, "सरकार व्हाट्सऐप से पूछ रही है कि किसने पेगासस को ख़रीदकर भारतीय नागरिकों की जासूसी की, यह तो वैसा ही जैसे मोदी डसॉ से पूछें कि रफ़ाल विमान ख़रीदकर किसने पैसे बनाए."
वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इस जासूसी के लिए सीधे-सीधे बीजेपी सरकार को ज़िम्मेदार ठहराया. उन्होंने लगातार ट्वीट करते हुए मोदी सरकार से कई सवाल पूछे हैं.
उन्होंने एक ट्वीट में लिखा कि कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट से मांग करती है कि वह बीजेपी सरकार की एजेंसियों की इस जासूसी पर स्वत: संज्ञान लेते हुए अदालत की निगरानी में जांच करे.
हालांकि, कांग्रेस के चौतरफ़ा हमलों पर रविशंकर प्रसाद ने भी जवाब दिया कि वह कांग्रेस को यह याद दिलाना चाहेंगे कि यूपीए कार्यकाल में तत्कालीन वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी के दफ़्तर की और सेना प्रमुख वी.के सिंह की जासूसी की गई थी, जो सिर्फ़ एक परिवार के लिए हुई थी.
बीबीसी हिंदी से साभार -
Comments