CAA: 14 दिन बाद अपनी दुधमुंही बच्ची के पास पहुंची महिला प्रदर्शनकारी
समीरात्मज मिश्र लखनऊ से, बीबीसी हिंदी के लिए 3 जनवरी 2020 इस पोस्ट को शेयर करें Facebook इस पोस्ट को शेयर करें WhatsApp इस पोस्ट को शेयर करें Messenger साझा कीजिए इमेज कॉपीरइट SAMIRATMAJ MISHRA/BBC Image caption एकता और उनकी 14 माह की बेटी उत्तर प्रदेश में नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ हुए प्रदर्शन के दौरान गिरफ़्तार की गईं वाराणसी की सामाजिक कार्यकर्ता एकता शेखर को 14 दिन बाद ज़मानत पर रिहा कर दिया गया. एकता के अलावा वाराणसी के 36 लोगों को ज़मानत पर रिहा कर दिया गया है. हालांकि एकता के पति रवि शेखर की रिहाई अभी नहीं हो पाई है. रिहाई के बाद अपनी चौदह माह की बेटी से जब वो मिलीं तो बक़ौल एकता, 'बेटी ने आंख नहीं मिलाई और अब वो मुझे दो मिनट के लिए भी नहीं छोड़ रही है, ताकि ऐसा न हो कि मैं फिर चली जाऊं." वाराणसी में महमूरगंज के रहने वाले रवि और एकता अपनी मासूम बच्ची को उसकी दादी और बड़ी मम्मी के हवाले करके प्रदर्शन में शामिल होने गए थे. दुधमुंही बच्ची को है मां-बाप के प्रदर्शन से लौटने का इंतज़ार इमेज कॉपीरइट SAMEERATMAJ MISHRA/BBC