कोरोना से लड़ाई की कमान राज्यों को सौंपी तो अब मोदी सरकार क्या करेगी? जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता कर्फ्यू और लॉकडाउन के पहले चरण की घोषणा की था तब उन्होंने ''किसी राज्य से इस पर सुझाव नहीं मांगा'' ऐसे आरोप लगते रहे हैं. कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने प्रधानमंत्री पर आरोप भी लगाए कि उन्होंने बिना सोचे-समझे, बिना राज्यों से बात किए लॉकडाउन लागू कर दिया जिससे प्रवासी मज़दूरों को तो समस्या हुई ही, बाकी देशवासी भी इस वजह से फंस गए. 19 मार्च को नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित किया और कोरोना महामारी की गंभीरता का जिक्र करते हुए लोगों से एहतियात बरतने की अपील की. इसी संबोधन में उन्होंने 22 मार्च को जनता कर्फ्यू लागू होने की घोषणा की और जनता से उसके पालन की अपील की. 24 मार्च को प्रधानमंत्री ने एक बार फिर देश को संबोधित किया और घोषणा की कि रात में 12 बजे से पूरे देश में संपूर्ण लॉकडाउन होने जा रहा है. जिसमें घरों से बाहर निकलने पर पूरी तरह पाबंदी रहेगी.
कोरोना से लड़ाई की कमान राज्यों को सौंपी तो अब मोदी सरकार क्या करेगी? ब्रजेश मिश्र बीबीसी संवाददाता इस पोस्ट को शेयर करें Facebook इस पोस्ट को शेयर करें WhatsApp इस पोस्ट को शेयर करें Messenger साझा कीजिए इमेज कॉपीरइट GETTY IMAGES कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देशभर में लागू किए गए लॉकडाउन के दो महीने बाद अब इसमें काफ़ी राहत मिल चुकी हैं. लॉकडाउन 5 जिसे अनलॉक-1 कहा जा रहा है, कई बड़े ऐलान किए गए हैं. लॉकडाउन 4 ख़त्म होने से एक दिन पहले ही देश में कोरोना संक्रमण के एक दिन में आए नए मामलों का आंकड़ा 8,380 था. एक दिन में अब तक का सर्वाधिक आंकड़ा है. इसके साथ ही 24 घंटों में 193 लोगों की मौत हुई है. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में संक्रमित लोगों की कुल संख्या बढ़कर 1,82,143 हो गई है. संक्रमण से मरने वालों की कुल संख्या 5,164 है. अब तक संक्रमित लोगों में से करीब 87 हज़ार लोग ठीक हो चुके हैं. विज्ञापन केंद्र सरकार की ओर से लॉकडाउन की जगह अनलॉक 1 की गाइडलाइन में अब कोरोना संक्रमण से बने हालात संभालने के लिए राज्यों को...