स्टेन स्वामी की मौत पर प्रतिक्रिया, कई लोगों ने उठाए सवाल, कहा, "हिरासत में मौत की ज़िम्मेदारी तय हो"
5 जुलाई 2021 इमेज स्रोत, NURPHOTO भीमा कोरेगाँव हिंसा मामले में न्यायिक हिरासत में रखे गए मानवाधिकार कार्यकर्ता फ़ादर स्टेन स्वामी की मौत के बाद राजनीति और सामाजिक क्षेत्र में सक्रिय कई लोगों ने दुख जताया है. स्टेन स्वामी के निधन के बाद सोशल मीडिया पर कई तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं. ऐसी कुछ प्रतिक्रियाओं में उनकी मौत को "त्रासदी" बताया गया. कुछ लोगों ने आरोप लगाया कि ये "हत्या" है और हिरासत में हुई स्टेन स्वामी की 'मौत की जवाबदेही तय करने की मांग' भी की है. स्वामी 84 साल के थे और बीते दो दिन से मुंबई के एक अस्पताल में लाइफ़ सपोर्ट पर थे. भीमा कोरगॉंव हिंसा मामले में स्टेन स्वामी को राँची से बीते वर्ष हिरासत में लिया गया था. उन पर हिंसा भड़काने का मामला चल रहा था. विज्ञापन स्टेन स्वामी पर 2018 के भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में शामिल होने और नक्सलियों के साथ संबंध होने के आरोप भी लगाए गए थे. उन पर ग़ैर क़ानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) की धाराएँ लगा कर एनआईए ने हिरासत में लिया था. छोड़कर और ये भी पढ़ें आगे बढ़ें और ये भी पढ़ें स्टेन स्वामी का नि