यूपी: कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को क्यों नहीं मिल पा रही है ज़मानत? कांग्रेस नेता आराधना मिश्रा मोना का कहना था कि राज्यपाल ने आश्वासन दिया है कि वो इस मामले में सरकार में चर्चा करेंगी. बीबीसी से बातचीत में आराधना मिश्रा मोना कहती हैं, "बात ज़मानत होने न होने की नहीं है बल्कि बात यह है कि यह मुक़दमा ही ग़लत है. राजस्थान परिवहन विभाग ने वेरिफ़ाई करके बसों की सूची सौंपी थी. उसके लिए प्रदेश अध्यक्ष के ख़िलाफ़ मुक़दमा दर्ज करना सीधे तौर पर राजनीतिक विद्वेष के तहत एक साज़िश है. जानबूझकर जेल में इतने दिनों से उन्हें डाला हुआ है. कभी केस डायरी नहीं पहुंच रही है, कभी जांच अधिकारी नहीं पहुंच रहे हैं. सरकारी स्तर पर कोई न कोई बहाना बनाया जा रहा है."
Accessibility links सामग्री को स्किप करें Accessibility Help सूची खोजें News हिंदी BBC News हिंदी Navigation सेक्शन यूपी: कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को क्यों नहीं मिल पा रही है ज़मानत समीरात्मज मिश्र बीबीसी हिंदी के लिए इस पोस्ट को शेयर करें Facebook इस पोस्ट को शेयर करें WhatsApp इस पोस्ट को शेयर करें Messenger साझा कीजिए इमेज कॉपीरइट SAMIRATMAJ MISHRA/BBC उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू की रिहाई को लेकर कांग्रेस नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से मिलने गया और उनसे अजय कुमार लल्लू के ख़िलाफ़ दर्ज मुक़दमे वापस लेने और उन्हें रिहा करने की माँग की. इससे पहले, अजय कुमार लल्लू की ज़मानत अर्ज़ी निचली अदालत ने ख़ारिज कर दी थी. राज्यपाल से मिलने गए प्रतिनिधिमंडल में शामिल कांग्रेस विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा मोना का कहना था कि अजय कुमार लल्लू को षड्यंत्र के तहत फँसाया गया है और जानबूझकर अदालती कार्रवाई में देरी की जा रही है. पार्टी का आरोप है कि प्रदेश अध्यक्ष