रंजन गोगोईः भारतीय राजनीति के अयोध्या कांड का 'द एंड' लिखने वाले चीफ़ जस्टिस
t सूची खोजें News हिंदी BBC News हिंदी Navigation सेक्शन विभुराज बीबीसी संवाददाता 16 नवंबर 2019 इस पोस्ट को शेयर करें Facebook इस पोस्ट को शेयर करें WhatsApp इस पोस्ट को शेयर करें Messenger साझा कीजिए इमेज कॉपीरइट VIPIN KUMAR/HINDUSTAN TIMES VIA GETTY IMAGES तारीख 12 जनवरी, 2018. एक चिट्ठी और एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस ने उस रोज़ देश की राजनीति से लेकर न्यायपालिका तक में भूचाल ला दिया था. भारत के इतिहास में पहली बार सुप्रीम कोर्ट के चार जज, प्रेस से मुख़ातिब थे. तत्कालीन चीफ़ जस्टिस दीपक मिश्र ा को 'बड़ी नाराज़गी और चिंता के साथ' लिखी गई इस चिट्ठी पर दस्तखत करने और इस बारे में प्रेस कॉन्फ़्रेंस बुलाने वाले सुप्रीम कोर्ट के चार न्यायमूर्तियों में से एक जस्टिस रंजन गोगोई भी थे. ये वो दौर था जब सुप्रीम कोर्ट अनचाही वजहों से सुर्खियों में था और ये संभावना भी जाहिर की जा रही थी कि केंद्र सरकार जस्टिस दीपक मिश्रा के उत्तराधिकारी के तौर पर वरिष्ठता की परंपरा को नज़रअंदाज़ करते हुए गोगोई की जगह कोई और नाम स