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Showing posts with the label Tablighi Jamaat

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#Click kar Dekhiye Video || Fool aur Kantein Film ka Villain Kaise Bana Tabligi Jamat ka Ameer ?

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Tabligi Jamat के लोगों को उल्टी सीधी बात कर बदनाम करने अंजाम !! ये तो चर्चित चेहरा है |\गुमनाम चेहरों को कौन पूछने जा रहा "||पूरा वीडियो ज़रूर देखिएगा ।।

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Engineer Ali Mirza को Dawat

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अब तो माफी मांगना ही पड़ेगा ?

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#TablighiJamat K Log Behtarin Insan & Musalman || Godi Media aur Sarkari Sajish k huye they Shikar

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सच सब से आगे ।।

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#तब्लीग़ी_जमात के लोग #सुल्तानपुरी #Quarantine_Centre से 45 दिन बाद बिना शिकवा-शिकायत #दिल्लीवालों #दिल्लीपुलिस #दिल्लीसरकार को लाखों दुआएँ देकर अपने घरों को वापिस जाते हुए।

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पूरी स्टोरी के लिए मुझे क्लिक करें । --------------------------------------------------------------

Anjana Om Kashyap का Tablighi Jamat को लेकर कही गई वे अच्छी बातें जिसे सून कर आपका दिल खुश हो जाएगा ।

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100 झूठ पर 1 सच भारी है ! जानिए नफरत के सौदागर माने जाने वाले किस चैनल को माफी मांगनी पड़ी ? अब तो देश वासियों समझ जाओ , अक्लमंद हो उसका मिसाल भी नफरत को खत्म कर पेश कर दो ।

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#Media का काम क्या था और कर क्या रहे ? इसलिए किसी भी खबर पर आंख बंद कर या अंधभक्त बन्द कर विश्वास न करें । नीचे के लिंक पर क्लिक कर जानें मीडिया समाज और देश की दुश्मन कैसे बनी हुई ?

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https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=159607831954693&id=213258212052244

#ViralMessage ! Tabligh , Markaz और Corona पर चल रहे हंगामा को खुदाई मसलेहत और संसार के लिए सकारात्मक मानने लगे हैं मुसलमान ।

मैं पिछले तीन चार दिनों से ये सोचता रहा की मरकज़ के ताल्लूक से जो हालात हुवे है उसके पीछे अल्ल्लाह सुब्हानहु व त'आला की मसलीहत क्या हो सकती है, क्या राज़ हो सकता है। तो चंद बातें ज़हन में आई है। 1) मरकज़ को सिर्फ तबलीग जमात वाले ही पहचान ते थे लेकीन अब भारत के 140 करोड़ लोग पहचानने लगे हैं तबलीग क्या है उसकी तहकीक करने लगे हैं। 2) मरकज़ ने कभी भी मिडीया का सहारा नहीं लिया ना अपने बयानों के लिए ना अपने इज्तेमाअत के लिए लेकीन भारत के सभी TV चैनल पर, Fecebook, What app, you tube tiwter पर एक ही News एक ही बात मरकज़ की हो रही है। 3) तबलीग की मालुमात, तबलीग की इब्तीदा (शुरुआत) कहाॅ से हुई और पुरी दुनिया के कोने-कोने तक कैसे पहुंची इन सब की मालुमात TV रिपोर्टर के ज़रिए भारत के 140 करोड़ लोग जो लाॅकडाउन की वजह से घरों में "छिपे" है वह सुबह से शाम तक तबलीग, तबलीग, तबलीग को सुन रहे है। 4) हम मस्जीद जा नहीं सकते, गश्त कर नहीं सकते, बयान कर नहीं सकते तो "क्या हुआ" हमारी ही बात "हर हर,घर घर" तक पहुंची (वही घोषना इलेक्शन वाली कुछ याद आया ) 5) हमारे आपसी

Markaz मामले पर गुनाहगार कौन , #मौलाना_साद_या_सरकार , सुनिए मरकज़ के लीगल एडवाइजर के खुलासे जो सोशल मीडिया पर गस्त कर रहा ।

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Nizamuddin Markaz पर Markaz के Legal Advisor ने अहम खुलासा कर केन्द्र सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है ।  सुनिए , समझिए गौर कीजिए , दोषी कौन , कौन अपना गुनाह छुपा रहा ? ------------------------------------------------------- मरकज़ से जुड़े मामले के बारे में और कुछ खास जानकारी के लिए नीचे के लिंक पर क्लिक करें । https://www.biharbroadcasting.com/2020/03/nizamuddinmarkaz-media.html?m=1

थूकने का सच ? बीबीसी ने खोला पोल , तबलीगी जमात और मुसलमानों को बदनाम कर नफरत फैलाने के उद्देश्य से किया गया कार्य था, इसलिये किसी भी वीडियो की सत्यता की जांच किये बगैर विश्वास न करें, साथ ही याद कीजिए देश के उन महान नेताओं को जिन्होंने तब्लीगी जमात से पहले जान बूझ कर #LockDown को तोड़ कर आदेशों का ठेंगा दिखाने का काम किया , तबलीगी जमात ने अपनी सफाई में खाली न कर पाने और मजबूरी में फंसे होने की दास्तान से पूरी दुनिया को बताया था , पढ़िये नफरतों के सौदागरों की पोल खोलती कहानी ।

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कोरोना वायरस: क्या तबलीग़ी जमात के लोगों ने पुलिस पर थूका था?- फ़ैक्ट चेक कीर्ति दुबे बीबीसी हिन्दी, फ़ैक्ट चेक टीम इस पोस्ट को शेयर करें Facebook   इस पोस्ट को शेयर करें WhatsApp   इस पोस्ट को शेयर करें Messenger   साझा कीजिए इमेज कॉपीरइट GETTY IMAGES तबलीग़ी जमात के मार्च महीने में हुए धार्मिक आयोजन में शामिल लोगों में कोविड-19 के संक्रमण के बाद देश में कुल कोरोना वायरस के मरीज़ों की संख्या में तेज़ी से बढ़ी. इस संक्रमण से मरने वाले 56 लोगों में से 15 लोग के तार जमात से जुड़े हुए थे. कुल 2000 कोविड-19 से संक्रमित लोगों में से 400 लोग तबलीग़ी जमात से जुड़े हुए हैं. लेकिन इस मामले के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर कई और दावे भी किए जा रहे हैं. ऐसा ही एक वीडियो है जिसके ज़रिए दावा किया जा रहा है कि जमात में शामिल कोरोना संक्रमित लोगों ने पुलिस पर थूका ताकि उनमें भी संक्रमण फैल जाए. गुरुवार शाम को ट्विटर पर एक यूज़र ने 27 सेकेंड के इस वीडियो को ट्वीट करते हुए लिखा- ‘’जिनको सबूत चाहिए वो ये देख लें’’ छोड़िए ट्विटर पोस्ट @Being_Ridhima R

साहब ये तबलीगी जमात है , TikTok पे मुजरा करने वाले लोग नहीं

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#Corona_Covid19 ! Modi जी की विफलताओं पर परदा डालने के लिए तरह तरह के गेम हो रहे ?

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#Nizamuddin_Markaz पर उठ रहे सवालों के पीछे की हक़ीक़त जानिए ।

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दोस्तों नीचे के लिंक पे निज़ामुद्दीन मरकज़ से जुड़ी हुई अफवाहों पर से परदा उठती बहुत सारे रिपोर्ट और सबूत मौजूद हैं जिसे नीचे के लिंक पर क्लिक कर देख सकते हैं । https://www.biharbroadcasting.com/2020/03/nizamuddinmarkaz-media.html?m=1

#Nizamuddin_Markaz की सच्चाई और #Media ने कैसे झूठा नैरेटिव पेश किया , जानिए सच्चाई ।

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Markaz के लीगल एडवाइजर एडवोकेट MS Khan का चौंकाने वाला खुलासा जानना के लिए  लिंक पर क्लिक कीजिए ..... https://www.biharbroadcasting.com/2020/04/blog-post_4.html _____________________________________ ------------------------------------------------------- ------------------------------------------------------- -------------------------------------------------------- ------------------------------------------------------- -------------------------------------------------------

#Markaz_Nizamuddin_Tablighi_Jamat | अब तक #Corona_Positive नहीं

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तबलीगी इज्तिमा की कैसे हुई शुरुआत? तबलीगी इज्तिमा की शुरुआत आजादी से पहले साल 1927 में उस वक्त हुई थी, जब देशभर में आर्य समाज की ओर से घर वापसी का अभियान चलाया जा रहा था. दरअसल, मुगल काल में कई लोगों ने इस्लाम धर्म कबूल किया था. लेकिन फिर भी वो लोग हिंदू परंपरा और रीति-रिवाज मान रहे थे. जिसके बाद आर्य समाज ने उन्हें दोबारा से हिंदू बनाने का शुद्धीकरण अभियान शुरू किया था. ये देखने के बाद साल 1927 में मोहम्मद इलियास अल कांधलवी ने भारत में आलमी तबलीगी इज्तिमा के जरिए इस्लाम धर्म फैलाने का आंदोलन शुरू किया. इसमें उन्होंने मुसलमानों को अपने धर्म में बनाए रखने के लिए इस्लाम धर्म का प्रचार कर जानकारी दी और उन्हें इस्लाम धर्म का महत्व बताया. बता दें, तबलीगी इज्तिमा का उद्देश्य आध्यात्मिक इस्लाम को मुसलमानों तक पहुंचाना और फैलाना है. इस जमात के मुख्य उद्देश्य "छ: उसूल" जैसे-कलिमा, सलात, इल्म, इक्राम-ए-मुस्लिम, इख्लास-ए-निय्यत, दावत-ओ-तबलीग थे. यह एक धर्म प्रचार आंदोलन है और अब यह आंदोलन दुनियाभर के लगभग 213 देशों तक फैल चुका है.

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तबलीगी जमात: जिसके लिए बुलंदशहर में जुटे हैं 10 लाख मुस्लिम बुलंदशहर में तबलीगी जमात के कार्यक्रम में देश-दुनिया से लाखों मुस्लिम एकत्र हुए हैं. जानिए क्या है तबलीगी जमात और क्या है इस आयोजन का मकसद. ADVERTISEMENT aajtak.in [Edited By: नेहा] नई दिल्ली, 03 December 2018 तबलीगी जमात उत्तर प्रदेश के  बुलंदशहर  के दरियापुर-अढौली गांव में मुसलमानों का सबसे बड़ा धार्मिक आलमी तबलीगी इज्तिमा जारी है. 3 दिसंबर तक चलने वाले इस  कार्यक्रम  का सोमवार यानी आज अंतिम दिन है. इस इज्तिमा में देश और दुनिया के 10 लाख से ज्यादा मुसलमान शिरकत करने पहुंचे हैं. तीन दिन तक चले इज्तिमा में शामिल होकर लाखों  मुसलमान  देश और दुनिया में अमन-चैन के लिए दुआ कर रहे हैं. इज्तिमा में शामिल लोगों के लिए 8 लाख वर्गफुट जगह में पंडाल लगाया गया है.  क्या है  तबलीगी जमात ? तबलीगी जमात मुस्लिम समुदाय के लोगों का एक जलसा है, जो हर साल राज्य, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होता है, जिसे इज्तिमा कहते हैं. तबलीगी शब्द का मतलब धर्म का प्रचार करना होता है. बता दें, 20वीं