मुंबई हमला 26/11: वकील की हत्या, गुज़रे 12 साल, 19 अभियुक्त फ़रार
शहीद असलम और शहज़ाद मलिक बीबीसी उर्दू इमेज स्रोत, AFP 21 नवंबर, 2008 की शाम ढलते ही, 10 युवाओं को थाटा ज़िले के काटी पोर्ट के पास एक घर में लाया गया. अज़ीज़ाबाद नाम की यह जगह कराची से लगभग 100 किलोमीटर दूर है, यहां उन्हें 'मिशन' के बारे में बताया गया. कई महीनों के प्रशिक्षण के बाद, ये लोग अब 'मिशन' को पूरा करने के लिए तैयार थे. मुंबई हमलावरों में एकमात्र ज़िंदा पकड़े जाने वाले अजमल कसाब के कबूलनामे के अनुसार, अगले ही दिन, यानी 22 नवंबर को, उन लोगों को विभिन्न लक्ष्यों के नक्शे और उनके बारे में आख़िरी ब्रीफिंग दी गई. शाम सात बजे उन्हें एक बड़ी नाव में केटी बंदर के पास ले जाया गया, जहां से वे आत्मघाती हमले के लिए रवाना हुए. भारतीय जाँच एजेंसियों का कहना है कि यही वह जगह थी, जहां हमलावरों ने अपनी मंज़िल तक पहुँचने के लिए जीपीएस का भी इस्तेमाल किया था. पाकिस्तान की प्रमुख जाँच एजेंसी एफआइए के पूर्व महानिदेशक तारिक़ खोसा ने मार्च 2015 में डॉन अख़बार में प्रकाशित अपने एक लेख में लिखा था कि थाटा ही वह जगह है जहां मुंबई हमलावरों को प्रशिक्षित किया गया था और यहीं से उन्हें मुं