आंबेडकर को जब रामनवमी के रथ में हाथ नहीं लगाने दिया गया
14 अप्रैल 2019 इस पोस्ट को शेयर करें Facebook इस पोस्ट को शेयर करें WhatsApp इस पोस्ट को शेयर करें Messenger साझा कीजिए इमेज कॉपीरइट GETTY IMAGES रामनवमी का दिन था. राम का रथ खींचने के लिए कुछ युवक बेसब्र थे. तभी हल्ला हुआ कि कुछ लोग रथ ही चुरा ले गए. वहां खड़े युवक उस रथ के पीछे दौड़ने लगे. लोगों ने उन युवकों और उनके नेताओं पर पत्थरबाजी शुरू कर दी. यह घटना 89 साल पुरानी है. नासिक के कालाराम मंदिर का यह रथ था और युवकों के नेता के रूप मे खड़े थे डॉ. बाबासाहब आंबेडकर. विज्ञापन डॉ आंबेडकर ने छुआछूत ख़त्म करने के लिए काफ़ी संघर्ष किया था. कालाराम मंदिर का उनका आंदोलन काफ़ी अहम माना जाता है. इस आंदोलन का लक्ष्य केवल सवर्ण हिंदुओं को आगाह करना नहीं था बल्कि अंग्रेज़ों को जगाने के लिए भी था. null आपको ये भी रोचक लगेगा जलियांवाला बाग़ हत्याकांड : क्यों चलाई डायर ने गोली? राहुल गांधी के लिए मंदिर-मंदिर दौड़ रहे मंत्री बदले बदले से नज़र आते हैं राहुल गाँधी! दुनिया के सबसे अमीर आदमी के पोते से वो मुलाक़ात null. आंबेडकर की यह लड़ाई दलित