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पाकिस्तानी फल और मसाले इसराइल के बाज़ार में कैसे पहुंचे

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  ज़ुबैर आलम बीबीसी उर्दू डॉट कॉम, इस्लामाबाद 29 मार्च 2023 इमेज स्रोत, FISHEL BENKHALD "इसराइल के बाज़ार में पाकिस्तानी फल, खजूर और मसाले." पाकिस्तानी नागरिक फिशेल बेन ख़ालिद ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो के साथ जब ये दावा किया तो पाकिस्तानियों के लिए ये हैरान करने वाली बात थी. ख़ालिद के अनुसार, वो पाकिस्तान के एक यहूदी हैं और इसराइल के साथ पाकिस्तान के संबंधों की वकालत करते हैं. हालाँकि, पाकिस्तान इसराइल को मान्यता नहीं देता है और वहाँ के पासपोर्ट पर लिखा है कि यह इसराइल को छोड़कर दुनिया के सभी देशों के लिए मान्य है. हालांकि, ख़ालिद इसराइल का दौरा कर चुके हैं और ऐसा करने वाले वह अकेले पाकिस्तानी नहीं हैं. छोड़कर ये भी पढ़ें आगे बढ़ें ये भी पढ़ें अरब देशों का ये एजेंडा इसराइल की रणनीति को कर रहा है नाकाम हमज़ा यूसुफ़: पाकिस्तानी मूल के नेता का नस्लीय भेदभाव से सत्ता के शिखर तक का सफ़र इसराइल में सड़कों पर उतरे लोग, क्या है बवाल की वजह? रोज़ा क्या है और कैसे ये इस्लाम के पांच फ़र्जों में हो गया शामिल? समाप्त साल 2022 में, पाकिस्तानी पत्रकार अहमद कुरैशी ने पाकिस्तानी-अमेरिकी नाग

चीन तक आम पाकिस्तान ने पहुँचाए, अब भारत को टक्कर देने की तैयारी

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हरजिंदर वरिष्ठ पत्रकार, बीबीसी हिंदी के लिए इस पोस्ट को शेयर करें Facebook   इस पोस्ट को शेयर करें WhatsApp   इस पोस्ट को शेयर करें Messenger   साझा कीजिए इमेज कॉपीरइट EPA/NADEEM KHAWAR गर्मियों के मौसम में आम के बारे में बहसें भी बहुत आम हैं. कोई लंगड़ा के लिए मरने-मारने को तैयार हो जाता है तो चौसा के कसीदे पढ़ता है, तो कोई दशहरी के आगे किसी और आम को कुछ ख़ास नहीं समझता, इसी तरह अलफांसो यानी हापुस के दीवाने भी दम भरते हैं. आम को लेकर यह सोच पिछले कुछ साल में काफी बढ़ी है कि कुछ आम खास होते हैं और बाकी सब तो बस आम होते हैं. महाराष्ट्र और गोवा वगैरह में माना जाता है कि एक आम होता है और एक अलफांसो होता है. माना जाता है कि पुर्तगाली जनरल अलफांसो डि अलबुक़र्की ने हापुस की खेती को बहुत बढ़ावा दिया और उनके नाम पर आम की नस्ल अलफ़ांसो कहलाई. गोवा से लेकर महाराष्ट्र के तटवर्ती रत्नागिरी इलाके तक में इसकी भरपूर उपज होती है. अलफांसो संभवतः सबसे महँगा आम है और इसका बहुत बड़ा हिस्सा भारत से निर्यात हो जाता है जिसकी यूरोपीय बाज़ार में काफ़ी माँग रहती है. बहरहाल, बिहार