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Showing posts from January, 2014

झूठा फंसाना किसी के साथ गुलाम जैसा व्यवहार करना है।

झूठा फंसाना किसी के साथ गुलाम जैसा व्यवहार करना है।इस देश का 70 प्रतिशत मामला झूठा होता है और इतना ही सही मामला को समाज में दबा दिया जाता है।INDIA AGAINST FALSE CASE के नाम से मैं एक LAW FIRM खोलूँगा और गंभीर झूठे मामले के खिलाफ वकील बनूँगा।झूठे फंसाकर मानवाधिकार के साथ साथ कई मौलिक अधिकारों का भी हनन किया जाता  है।झूठे फंसाकर अनुच्छेद 21 यानि जीने के अधिकार का हनन किया जाता है।साथ ही,कभी कभी अनुच्छेद 20(3) और 22 का भी हनन कर लिया जाता है।कई बार जाति,धर्म,आर्थिक पिछड़ापन के कारण भी झूठा फंसाया जाता है जो अनुच्छेद 14 और 15 का हनन है और झूठे मामले के कारण कई की रोजगार चली जाती है जो अनुच्छेद 19 और 21 का हनन है।समाज झूठा मामला से सबसे ज्यादा त्रस्त है।महज किसी के बयान के आधार पर कार्यवाही करना बेवकूफी है।आपलोग सुप्रीम कोर्ट में मेरा द्वारा दायर जनहित याचिका को जरुर पढ़ें। (Rahul kumar के फेसबुक वाल से) Falsely implicate someone like slaves with. This is the case the country 70 percent false and suppressed in society as right case. INDIA called the FALSE CASE AGAINST a LAW FIRM I

एक तो उसने मासूमों को पकड़ कर जिंदगियां तबाह किया , अपने धर्म को दुनिया की नजर में बदनाम किया , मगर मासूमों की जिंदगी बर्बाद करने वालों और अपने धर्म को बदनाम करने वालों को आपने सजा न देकर कौन सा अच्छा काम किया ? पेश है तीन रोजिय उर्दू अखबार " दावत "( 26th -28th) में छपी रिपोर्ट का हिंदी रुपंतार्ण

........................................:- बेक़सुरों की गिरफ्तारी पर भी सजा का प्रावधान होना चाहिए । 21 जनवरी 2013 के अखबार में दहशतगर्दी के इल्जाम में मुसलमानों की गिरफ्तारी ,रिहाई और उन पर मुक़दमों से सम्बंधित चार खबरें आई , पहला मामला था हरयाना के मेवात का जहां राज पुलिस को वहां न तो कोई  दहशतगर्द ,न  ही  माजी (past ) में इस मुस्लिम बहुसंख्यक एलाले या उसके आस पास के क्षेत्रों में दह्शात्गादी का कोई घटना भी नहीं घटी जिससे की इस क्षेत्र पर शक व सुब्हात किया जा सके ,लेकिन देहली पुलिस जिस तरह देश के अन्य मुस्लिम बहुल इलाकों को दहशत गर्दी का अड्डा करार देकर वहाँ से बेक़सुरों को गिरफ्तार करने के दरपे है । उसकी नाक के नीचे और पड़ोस में स्थित मेवात कैसे उनकी गिरफ्त में आने से महफूज रह सकता था । चुनानचे आज कल मेवात के मुस्लिम नौजवान उनकी आखों में खटक रहे हैं । अभी दिसंबर में उसने मेवात से दो मुस्लिम नौजवानों हफीज रशीद और शाहीद को उठा कर देहली की जेल में बंद कर दिया , एक तो वह गिरफ्तारी मशकूक थी और ऊपर से अपने दो मुखबिरों लेयाक़त अली और जमीरुद्दीन के हवाले से ये प्रोपेगंडा कर के मुजफ्फरनगर क

महज़ 1 महीना पुरानी दिल्ली आम आदमी सरकार से आप और क्या चाहते हैं ?

Aam Aadmi Party Banswara Tuesday at 14:28 महज़ 1 महीना पुरानी दिल्ली आम आदमी सरकार से आप और क्या चाहते हैं ? ✪लालबत्ती और VIP कल्चर समाप्त ! ✪400 युनिट से कम पर बिजली के बिल आधे ! ✪20,000 लीटर पानी, प्रत्येक कनेक्शन परप्रतिमाह मुफ्त ! ✪दिल्ली से रिटेल में एफडीआई (FDI) समाप्त ! ✪ठण्ड से परेशान गरीब असहाय लोगों के लिए 300 रैनबसेरे ! ✪बिजली कंपनियों के लेखे जोखे की CAG द्वारा जाँच के आदेश ! ✪दिल्ली जलबोर्ड में 800 कर्मचारियों का तबादला, 3 सस्पेंड ! ✪दिल्ली जलबोर्ड जलबोर्ड घोटाला में 56 अधिकारी फंसे ! ✪भ्रष्टाचार से लडने के लिए एंटी-करप्शन 1031 और 25356971 नंबर जारी ! ✪नर्सरी एडमिशन हेल्‍पलाइन नंबर, 011-27352525 नंबर जारी ! ✪डोनेशन के नाम पर स्कुलों में सरेआम होनेवाली सौदेबाजी बन्द ! ✪भ्रष्टाचार पर की जा रही है लगातार सटीक कार्यवाही ! ✪दिल्ली से दलाली प्रथा समाप्त ! ✪पुलिसवालें अपने घरखर्च के लिए अपनी सेलरी इस्तेमाल करने लगे हैं ! ✪राशन माफियाओं की नाक में नकेल । ✪शराब माफियाओ के खिलाफ लडते हुए शहीद होने वाले दिल्ली पुलिस के जवान के परिवार को एक करोड रूपये का मुवायजा ! ✪संग

I have read the speech of honorable president of India "Pranav Mukherjee

Rajnesh Kumar Pandey  ( from Facebook) Sunday at 19:29  ·  Edited I have read the speech of honorable president of India "Pranav Mukherjee," which he had delivered in the pre-eve of 26 January. This time the speech was not looks like the speech of president. If you analyze than I am confident that one common man also understands that what actually he wants to say. His total focus was on the movement of ‘AAM AADMI PARTY.’ He called is as a whimsical, catastrophe for the society. One thing I would like to add here. He is the President of this country. Everyone knows that if President speaks than he give a concrete, meaningful and visionary points in his/her lecture. Might be he/she is a political person but at least he/she has to maintain the dignity of the post. There are 28 states in our country and union territory also. If a chief of a country speaks than he/she must give a concrete which touches the whole. In our country everyda

कल्याणपुर थाना कांड संख्या-261/13 में पुलिस द्वारा की गई मनमानी

Rahul Kumar 14 minutes ago   FIR दर्ज कराने वाले रामस्नेही शर्मा के आरोपों के अनुसार पुलिस ने धारा नहीं लगाया है।मेरे द्वारा इस कांड का समीक्षा करने के बाद मामला सामने आया है कि पुलिस ने डकैती का धारा 395 लगाने के बजाय चोरी का धारा 380 लगाया है।मारपीट में गंभीर जख्म पहुँचाने का  धारा 325 के बजाय साधारण जख्म का धारा 323 लगाया है,हथियार से गंभीर चोट पहुँचाने का धारा 326 के बजाय हथियार से साधारण चोट पहुँचाने का धारा 324 लगाया है।रंगदारी करने के लिए मारपीट कर डराने धमकाने का धारा 387,महिलाओं के साथ बदसलूकी का धारा 509,धमकी देने का धारा 506,गृह-अतिचार का धारा 448,आग लगाकर क्षति पहुँचाने का धारा 435 और 5 या 5 से ज्यादा लोगों द्वारा दंगा फसाद करने का धारा 147,148 और 149 के तहत मामला दर्ज किया ही नहीं गया।अनुसंधानकर्ता द्वारा मामले को भूमि-विवाद बताकर रामस्नेही शर्मा पर समझौता करने का दवाब बनाया जा रहा है।यदि भूमि-विवाद के कारण 11 लोगों द्वारा घर पर हमला करके लूटपाट की जाती है और शरीर को जख्म पहुँचायी जाती है तो क्या वह अपराध नहीं होता?अनुसंधानकर्ता को निलंबित किया जाना चाहिए। K

दुनिया हैरान है ! परीशान है , नरेंदर मोदी की हुंकार रैली (27/10/13 ) ब्लास्ट के तुरंत बाद " ऑन डी स्पॉट "सबसे पहले पकड़ा जाने वाला ,इस विडियो में दिखने वाले सख्श को जमीन खा खा गया या आसमान , कौन था ...........?

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दुनिया हैरान है ! परीशान है , नरेंदर मोदी की हुंकार रैली (27/10/13 ) ब्लास्ट के तुरंत बाद " ऑन डी स्पॉट "सबसे पहले पकड़ा जाने वाला ,इस विडियो में दिखने वाले सख्श को जमीन खा खा गया या आसमान , कौन था ? कहाँ का रहने वाला था ?किस का बेटा था ? बाप का नाम क्या था ? कहाँ से आया था ? किस बुनियाद पर पुलिस ने " ऑन दी स्पॉट " इस को पकड़ा ? किस बुनियाद पर इसे छोड़ दिया गया ? यहाँ काबिले गौर बात ये है कि मीडिया में खबर आई थी के गाँधी मैदान से विडियो में दिख रहे संदिग्ध नौजवान के अलावा कुछ और लोग पकड़े गए थे , मगर न जाने बाद में क्या हुआ इन चेहरों को तुरंत सीन से गायब करते हुए इम्तियाज अंसारी ,(तहसीन समस्तीपुर )और बाकी लोग मास्टरमाइंड हो गए , मगर उपरोक्त सवाल के अलावा इस सवाल का जवाब कौन देगा की करीब 30 cctv कैमरा के रहते हुए बम प्लांट कैसे हुआ ? प्लांट किया तो चेहरा कैद कैमरा में क्यों नहीं हुआ ? बिहार पुलिस के सैकड़ों आला अधिकारी ,हजारों पुलिस सीपाही , सैकड़ों प्राइवेट गार्ड्स ,और बीजेपी के हजारों वालंटियर्स के रहते हुए अमन के दुश्मन ऐसी शरारत करने में कामयाब क्यों हो गए ? इनसे भी

नीतीश कुमार , नरेंदर मोदी से बड़ा सम्प्रदायिक , कांग्रेस का गठबंधन बीजेपी और जे डी यू छोड़ किसी पार्टी से भी सम्भव ( कांग्रेस नेता आज़मी बारी )

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65 वाँ गणतंत्र दिवस आज , इस औसर पर देश के सच्चे सपूतों को मेरा सलाम ।

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65 वाँ गणतंत्र दिवस आज , इस औसर पर देश के सच्चे सपूतों को मेरा सलाम ।

26/11 घटना में आई बी और अभिनव भारत का हाथ ?

पिछले दिनों एक उर्दू अखबार में प्रकाशित एक रिपोर्ट पे विश्वाश किया जाए तो 26/11 हमला पे भारत के दावे पर प्रश्न चिन्ह लग गया है ? घटना में पाकिस्तान का नहीं बल्कि  खुद देश की जांच एजेंसी  व " अभिनव भारत " जैसी खतरनाक हिंदूवादी आतंकी संगठन  का नाम उभर कर सामना आया है , " हू किल्ड करकरे " के लेखक मोशार्रफ का दावा , की घटना की  फिर  से जांच की मांग ..........! सवाल यह भी उठने शुरू हो गए हैं कि अगर देश की सबसे बड़ी आतंकी वारदात में खुद भारत की जांच एजेंसी का हाथ  थी जो अब तक जांच हुए उसे संच कैसे मान लिया जाए ? ऐसी स्थिति  में  हम हिन्दुस्तानी क्या निष्पक्ष जांच की उमीद इस घटना और दुसरे घटनाओं में कैसे कर सकते हैं ?सवाल जो सबसे बड़ी उठ रही पाकिस्तान को और भारत के अल्पसंख्यकों को बदनाम करने की गर्ज से मासूम हिन्दुस्तानियों की जान से खेलवाड़ कब तक ?  (क्या छपी थी उर्दू अखबार " कौमी तंजीम " दिनांक 16/1/14 के अंक  में ) पेश है पूरी रिपोर्ट ...............................!  26/11 हमला में जांच एजेंसी और अभिनव भारत शामील । हु किल्ड करकरे के लेखक मोशार्रफ का दावा ,

उर्दू बंगला टेट अभियार्थी आन्दोलन की तैयारी में

उर्दू  बंगला टेट अभियार्थी आन्दोलन की तैयारी में , मिला कारवाने उर्दू ,आर जे डी समेत कई सामाजिक संगठनों समेत कई संस्थाओं का सहयोग । आन्दोलन की रूप रेखा तय करने की गर्ज से कारवाने उर्दू के संयोजक एवं आर जे डी के सीनियर लीडर गुलाम गौस की अगुवाई में हुई उनके आवास  पर 22/1/14 को विशेष बैठक ।जहाँ तय हुआ की 2 फ़रवरी 2014 को महाधरना का आयोजन किया जाए ,सरकार ने बात न मानी तो विधान सभा का घेराव भी किया जाए । क्यों हुई आन्दोलन की जरुरत :- छात्रों का कहना है की " बी एस इ बी " के अधिकारीयों ने कोचिंग माफियाओं और शिक्षा माफियाओं को फायेदा पहुंचाने की गर्ज से जान बुझ कर फेल कराया गया , इसके लिए पहले सवाल जेयादः और समय कम दिया , अभियार्थियों का कहना है कि   जब रेलवे भर्ती बोर्ड की परीक्षा होती है तो 100 सवालों के बदले डेढ़ घंटा की समय दी जाती है ,उसी प्रकार " जे पी एस सी " की परीक्षा होती है तो 100 नंबरों के बदले दो घंटे का वक्त दिया जाता है ,तो फिर किसके इशारे पर तीन घंटे का सवाल  डेढ़ घंटे का रख्खा गया? किनके कहने पर सवाल आउट ऑफ़ सिलेबस पूछा गया ? किनके इशारे पर गलत सवाल और कंप

Pune’s Ace International Cyber Hacker Arrested By CBI Following FBI Alert ,Arrested man hacked’ over 900 accounts for a fee

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Central Bureau of Investigation (CBI) sleuths in a joint international police operation, arrested Pune-based ace hacker Amit Vikram Tiwari, a resident of Mundhwa on charges of hacking into 900 international email accounts including 171 Indian email accounts. Tiwari was arrested after US Federal Bureau of Investigation (FBI) tipped off the Indian intelligence agencies about the cyber hackers from India who were involved in largescale hacking and fraud. Based on FBI inputs, CBI officials on Friday cracked down on various locations in Mumbai, Pune and Ghaziabad to uncover the racket. Highly placed law enforcement officials said that the CBI was looking into different angles ranging -spying, corporate espionage and terrorism-related activities. The raids are part of a coordinated action between China, Romania, the US and India. Tiwari, an engineer , who runs websites called anonymiti.com and hirehacker.net has been accused of allegedly hacking into individual accounts for a fee r

उर्दू बंगला टेट में बी एस इ बी के जरिये साजिश के जरिये फेल कराये गए अभियार्थी आन्दोलन की तैयारी में , 22/ 1/14 को कारवाने उर्दू के संयोजक और आर जे डी के सीनियर रहनुमा गुलाम गौस की रहनुमाई में हुई एक अहम बैठक , 2 फ़रवरी 2014 को महाधरना की तैयारी ,18 फ़रवरी 2014 को विधानसभा का घेराव भी सम्भव

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कंकड़बाग थाना द्वारा पकड़े गया अंतराष्ट्रीय बाइक चोर के तार पीरबहोर थाना कांड संख्या 010/14 से भी है क्या ? पीरबहोर थाने की पुलिस कांड संख्या 010/14 के उदभेदन के लिए गंभीर है ...............................................?

कंकड़बाग थाने की पुलिस ने अंतर राष्ट्रीय बाइक चोर गैंग को पकड़ने का दवा किया है , मीडिया के जरिये आरही ख़बरों के मुताबिक़ पुलिस ने अनेकों बाइक बरामद किये हैं , इधर पीरबहोर थाना के तेहत नफीस कॉलोनी से दिनांक 9/1/14 जिसकी एफ आई आर दिनांक 10/1/14 को पीरबहोर थाने में कांड संख्या 010/14 दर्ज की गई थी , अब तक बरामद नहीं कर पाई है , जबकि घटना के 14 दिन हो चुके । कंकड़बाघ थाने की पुलिस ने पीरबहोर थाना के तेहत चोरी गई बाइक के संबंध में अब तक पूछ ताछ की है या नहीं अब तक रहस्य बना हुआ ! पुलिस को चाहिए की पीरबहोर थाना के तेहत बाइक चोरी से सम्बंधित उपरोक कांड की संलिप्तता से सम्बंधित बातें पकड़े गए बाइक लिफ्तारों से करे ताकि उपरोक्त काण्ड का खुलासा हो सके , इधर उपरोक्त मामले में पीरबहोर थाना के रवैये से मालुम पड़ता है कि उपरोक्त बाइक चोरी की घटना के उदभेदन से कोई वास्ता नहीं । कयोंकि मामला दर्ज होने के बाद कितने संदिग्ध लोगों से पूछताछ की है क्लियर नहीं हो पाया है ? किन किन स्थानों पर छापे मारी की गई ये भी खुलासा नहीं हुआ है , क्या बगैर संदिग्धों के पूछ ताछ ,पटना में बाइक चोरी की घटनाओं में गिरफ्तार हुए ल

एक केजरीवाल और उसके झाड़ू से इस देश के भ्रष्ट नौकरशाह , भ्रष्ट दिल्ली पुलिस ,कांग्रेस , बीजेपी , आर एस एस , दक्षिणपंथी संगठनों समेत ऐसे लाखों लोगों को खतरा है ,क्या ऐसे क्षेत्र के उन लोगों से खतरा केजरी वाल साहेब को नहीं हो सकता जिनके के लिए केजरीवाल एक खतरा बनकर उभर चुके हैं? , किसी की पी एम की कुर्सी दाव पर लगी हुई है ,?किसी को पी एम इन वेटिंग में जाने का खतरा बना हुआ है ?किसी की काली कमाई पर झाड़ू फेराने का खतरा बना हुआ ? तो किसी के पार्टी के नामों निशान मिट जाने का खतरा बना हुआ ? कोई बताये कि केजरीवाल के कार्यालय पर हुआ हमला क्या किसी आतंकी वारदात से कम था क्या ? क्या केजरीवाल के कार्यालय पर हमला बोलने वालों ,तोड़ फोड़ करने वालों से क्या हानि होने का खतरा नहीं ................... ?

कल के दैनिक जागरण (20/1/4 )के पहले पेज पर की इस खबर को " केजरीवाल को अगवा करने की साजिश , भटकल को छुड़ाने की आतंकी चाल # ख़ुफ़िया एजेंसियों ने मिले इनपुट पर दिल्ली पुलिस को दी सूचना # सी एम को जेड श्रेणी की सुरक्षा का प्रस्ताव , केजरीवाल ने किया इनकार । खबर में यह भी कहा गया है कि आई एम के आतंकी यासीन भटकल को पुलिस की गिरफ्त से छुड़ाने के लिए केजरीवाल के अपहरण की साजिश रची जा चुकी है , अतिरिक्त पुलिस आयुक्त वी रंगनाथन (सुरक्षा) ने खुद केजरीवाल से मिले और उन्हें और संभावित खतरे की जानकारी दी । पुलिस ने जेड श्रेणी की सुरक्षा का प्रस्ताव भी रख्खा ,पर केजरीवाल ने सुरक्षा न लेने के फैसले पर कायम रहते हुए प्रस्ताव को ठुकरा दिया है ! खबर में कहा गया है कि कुछ दिनों पहले , मेवात ( हरियाणा ) से पकड़े गए लश्कर - ए- तैबा( Module) से पूछ ताछ और ख़ुफ़िया एजेंसियों द्वारा सुनी गई आतंकियों की बातचीत में मुख्मंत्री के अपहरण की साजिश का पता चला ............ये तो हुई खबर जिसे दैनिक जागरण ने कल यानी 20/1/14 को इंटेलिजेंस और पुलिस के दावे के मुताबिक़ प्रमुखता से प्रकाशित किया , न सिर्फ दैनिक जागरण
Dilip C Mandal ( From Facebook) Sunday at 23:50 चौरासी के दंगों और गुजरात के दंगों में पार्टियों के व्यवहार में फर्क है. चौरासी की सिख विरोधी हिंसा के लिए कांग्रेस माफी मांग चुकी है और उसमें हमेशा एक अपराधबोध नजर आता है. बेशक वह दिखावटी ही क्यों न हो.....लेकिन गुजरात में मुस्लिम विरोधी हिंसा के लिए माफी मांगने में बीजेपी को दौरे पड़ जाते हैं. जब आप सीएम होते हैं, तो उनके भी सीएम होते हैं, जिन्होंने आपको वोट नहीं दिया या जिनके बारे में लगता है कि वे आपको किसी भी हालत में वोट नहीं देंगे. आप समर्थकों के भी सीएम होते हैं और विरोधियों के भी. विरोधियों के लिए अलग से CM का कोई प्रावधान नहीं है. Four riots and the difference in the behavior of the parties in the Gujarat riots. Four of the anti-Sikh violence is done apologizing to Congress and it's always a mirrored guilt. Of course why he is not ostentatious.But in Gujarat, anti-Muslim violence in the BJP to apologise for seizures. When you are CM, CM, who also did not vote or about whom you think you will vote no in any conditi
Md Kausar Nadeem ये शर्म की बात है । एक राज का मुख्मंरती चोरों को सजा देने की मांग करे ,और उस मांग को ठुकरा दी जाए ,इस से बरी बेशर्मी की बात क्या हो सकता है …। केजरीवाल सही जगह पर हैं , इस देश की समस्या की जड़ इस मुल्क की निगेहबानी करने वाले लोगों की वजह कर है । Like · 1 · More · 51 minutes ago Md Kausar Nadeem मैं पूछता हूँ सुसील कुमार शिंदे से , उन तीन पुलिस वालों में क्या खूबी है कि गर्बरी पकड़े जाने के बाद ,उस राज का मुख्मंत्री कार्रवाई की मांग कर रहा ,और कार्रवाई नहीं की जा रही ? अब समझ में आने लगा है कि इस देश में पुलिस अगर भ्रष्ट है ,मासूमों को परीशां और गुनाहगारों को जो छुट देते आ रही थी ,यानी रहबर रहजन बन बैठे थे , रक्षक भक्षक तो किनकी वजह कर ,किन की पार्टी की सरकारों की वजह कर होता रहा ? लोग अब जान चुके ।दिल्ली पुलिस या कहीं की पुलिस को छुट क्यों? कानून के आगे सब बराबर है । WWW.biharbroadcasting.com Bihar Broadcasting biharbroadcasting.com Like · More · Just now
Dilip C Mandal Sunday at 23:50 चौरासी के दंगों और गुजरात के दंगों में पार्टियों के व्यवहार में फर्क है. चौरासी की सिख विरोधी हिंसा के लिए कांग्रेस माफी मांग चुकी है और उसमें हमेशा एक अपराधबोध नजर आता है. बेशक वह दिखावटी ही क्यों न हो.....लेकिन गुजरात में मुस्लिम विरोधी हिंसा के लिए माफी मांगने में बीजेपी को दौरे पड़ जाते हैं. जब आप सीएम होते हैं, तो उनके भी सीएम होते हैं, जिन्होंने आपको वोट नहीं दिया या जिनके बारे में लगता है कि वे आपको किसी भी हालत में वोट नहीं देंगे. आप समर्थकों के भी सीएम होते हैं और विरोधियों के भी. विरोधियों के लिए अलग से CM का कोई प्रावधान नहीं है. Four riots and the difference in the behavior of the parties in the Gujarat riots. Four of the anti-Sikh violence is done apologizing to Congress and it's always a mirrored guilt. Of course why he is not ostentatious.But in Gujarat, anti-Muslim violence in the BJP to apologise for seizures. When you are CM, CM, who also did not vote or about whom you think you will vote no in any condition. You supporte

जो खुदा से नहीं डरता वह सब से डरता है और जो खुदा से डरता है वह किसी से नहीं डरता ।

अक्वाले जर्रीं ................। # हकीकी दोस्त ( सच्चा दोस्त वह ) है जो आपके पास उस वक़्त आत है जब सारी दुनिया आप से कता ताल्लुक अथवा रिश्ता तोड़ चुकी होती है । # जरुरत को कम करना सबसे बड़ी मालदारी है # जो बेवकुफों के हाथ पैगाम ( संदेश ) भेजता है वह अपने पाँव में खुद कुल्हारी मारता है । # जिसे देर से गुस्सा आता है वह बहुत ही अक़लमंद है # जो खुदा से नहीं डरता वह सबसे डरता , वह सबसे डरता है और जो खुदा से डरता है वह किसी से नहीं डरता । # इल्म का दुश्मन तकब्बुर ( घमंड )सब्र का दुश्मन लालच , और रास्ती का दुश्मन दरोग गोई है । # आमाल के मेहराबों की मुरम्मत खेयाल के हाथों से नहीं हो सकती # जिसने दुश्मन नहीं बनाया वह दोस्त नहीं बना सकता । # हयाते अब्दी के लिए जरुरी है के नेक काम किया करो । # सीरत (खूबी )के जमाल को देखो न कि सूरत की दिल फरेबी । ( राष्ट्रीय सहारा उर्दू पटना ,दिनांक 16/1/14 के सम्पद्किये पृष्ट यानी पेज नंबर 9 से )

क्लीन चीट मीलने के दो साल बाद भी मासूम इंसानों की रिहाई नहीं ? इसके लिए दोषी कौन ? भारत का इमानदार न्यालय ? इमान्दार जांच एजेंसियां ? या कोई और ? और वह है कौन ? दोस्तों याद कीजिये ! इतिहास के पन्नों को पलट कर उस " मुस्लिम दौरे हुकूमत " को जहाँ घंटों में होने वाले फैसले मिनटों में और महीनों के फैसले घंटों में और सालों साल के फैसले महीनों में , जरा सोंचिये के आज के इस कथित आज़ाद हिन्दुस्तान से वह दौर खराब कैसे था ? और ऐसा मुस्लिम बादशाहों की सोंच की वजह कर नहीं बल्की इस्लाम के कानून की खूबी के कारण था , आज बाग़ डोर किनके हाथों में हैं ? ये कहने की जरुरत नहीं, हाँ जिनके हाथों में हैं वह मुसलमान नहीं अब तो मान लो दोस्तो "ं इस्लाम इज द बेस्ट " कयोंकि बेगुनाहों को क़ैद और गुनाहगारों को आज़ाद रखने से भी बड़ा कोई पाप है क्या ? इसलिए अब मत सोंचीये " इस्लाम "को आइडियल मजहब मान ही लीजिये जैसा के चार महीने पूर्व दरभंगा के एक पढ़े लिखे एक " झा " ने इस्लाम को गले लगा लिया और इस बार उमीद करता हूँ के आप .......? जिस तरह केजरीवाल की पार्टी "आप " ज्वाइन करने के लिए बेताब हैं वही बेताबी इस्लाम को जोइनिङ्ग करने के लिए दिखला दीजिये और मासूम इंसानों को जेल में रखने की सोंच रखने वालों और इन्साफ देने में कोताही बरतने वालों को झटका दीजिये ! ऐसे लोगों को जैसा के दरभंगा के एक पढ़े लिखे झा ने कुछ दिनों पहले इस्लाम को गले लगा कर दिया था , और ऐसे झटकों से बदल दीजिये हिंदुस्तान को और बना दीजिये एक इमानदार हिंदुस्तान ,जहाँ जालिम बचे नहीं और मासूम फंसे नहीं ,क्या आप चाहते हैं तो कल ही से इस्लाम के बारे में अध्यन शुरू कर दीजिये और अच्छा लगे तो फिर देर ........मत कीजिये , चूंके यहाँ आप हमेशा के लिए नहीं चंद दिनों की मुसाफिर की तरह आये हैं , और इस सफ़र का कब अंत हो कौन जानता ? तब तक "यू एन आई " के हवाले से प्रकाशित खबर जिसे बिहार के एक उर्दू दैनिक पिन्दार ने दिनांक 19/1/14 को अपने पेज नंबर 6 पे छापा था आप के लिए ........ पढ़िए और समझिये इन्साफ का हाल आज़ाद हिंदुस्तान में ?

मुस्लिम नौजवानों की बाइज्जत रहे पर सी बी आई ने अपना पलड़ा झाड़ा । ए टी एस ने आज भी जवाब दाखिल नहीं किया ।,कार्रवाई 17 फ़रवरी 2014 तक स्थगित । मुंबई ,18/जनवरी 2014 ( यू एन आई ) 2006 मालेगांव बम धमाके मामले में मोक़द्मों का सामना करने वाले 9 बेगुनाह मुस्लिम नौजवानों को मुक़दमा से बाइज्जत बड़ी किये जाने वाली दरखास्त को उस वक़्त धक्का लगा जब इस मामले की तफ्तीश करने वाली पूर्व जांच एजेंसी सी बी आई ने मुल्जेमिन की रिहाई से सम्बंधित दाखिल किये गए अपने एक जवाब में यह कहकर पल्ला झाड़ लिया के चूंकी इस मामले की आखरी तफ्तीश "एन आई ए " ने की है लिहाजा उससे राये मांगी जाए ।,वाजेह रहे की "एन आई ए " ने गुजिस्ता दिनों इस मामले में अपना जवाब दाखिल किया था और मुस्लिम नौजवानों को क्लीन चीट देते हुए उनकी अर्ज्दास्तों पर फैसला करने का अख्तियार अदालत के ऊपर छोड़ दिया था । एक जानिब जहां सी बी आई ने पलड़ा झाड़ने की कोशीश की है तो वहीँ दूसरी तरफ इस मामले के एक अहम फरीक ATS ने अब तक इस मामले में अपना जवाब दाखिल नहीं किया ,बलके आज दुबारा पूर्व की तरह ATS के आला अफसर मोहते ने माजुरी का इज़हार करते हुए क

मुल्जेमिन (आरोपी )बरी हुए तो जांच अफसर को सजा (सुप्रीम कोर्ट )

Posted on: 18-January-2014 एक फैसला जो मुझे पहली बार भाया ..............! क्या है फैसला देखिये ................... नई देहली , 8 जनवरी 2014 (एजेंसी )............................................... सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि आपराधिक मामलों में आरोपी के बरी होने पर मामले की जांच करने वाले अफसरों को सजा दी जानी चाहिए । यही नहीं अदालत ने चाक व चौबंद जांच पर जोर दिया और हुकूमतों को कुछ रहनुमा असूल ( आदर्श असूल )भी जारी किये ,अदालत ने कहा है कि बरी होने वाले हर मामले को इन्साफ देने वाले नेजाम की नाकामी तस्लीम (स्वीकार ) किया जाना चाहिए ।अदालत ने तमाम रियासतों के होम सेक्रेटरीज को 6 महीने के अन्दर कसूरवार अफसरों के खेलाफ कार्रवाई करने के लिए मशीनरी बनाने की हेदायत दी है । जस्टिस सी के प्रसाद और जस्टिस जे एस खैबर की बेंच ने खराब जाँच की वजह से मुल्जेमीन (आरोपियों ) के बरी होने पर गहरी तशवीश जाहीर की है । बेंच ने मंगल को ये फैसला अस्मत्दरी (बलात्कार )के बाद 6 साल की बच्ची के कतल से सम्बंधित गुजरात के मामले में सुनाया है । सेशन अदालत ने मुलजिम को अंदेशे का फायेदा देते हुए बरी कर दिया था जिस प

कोई बतलाओ के हम बतलाएं क्या ! लम्बे समय से लंबित दंगा निरोधक कानून पास नहीं हुआ ,तब कांग्रेस के युवराज को गुस्सा क्यों नहीं आया ? मुसलमानों को रिजर्वेशन देने या रिजर्वेशन से मुस्लिम जातों को दूर रखने पर राहुल को गुस्सा क्यों नहीं आया ? क्यों वह इस पे गुफ्तगू भी करना पशंद नहीं करते ? मुस्लिम नौजवानों की बेरोकटोक गिरफ्तारी और बेक़सूर साबीत होने पर भी उनकी अदम त्वज्जहि और दोषी अफसरों के विरुद्ध नहीं हो रही कार्रवाई पर कांग्रेस के युवराज को गुस्सा क्यों नहीं आया ? ............ तुम्ही बतलाओ के हम बतलाये क्या ?

हम शुक्र करें किस का शाकी हों तो किस के हों रहबर ने भी लूटा है रहजन ने भी लूटा है गुजिस्ता दो हफ़्तों के दौरान मेरे पास लातादाद फोने आये , कई खतूत आये और जाती गुफ्तगू में बार बार ये जिक्र आया के आखिर मुसलमान इन्तेखाब की सियासत में जायें तो किस के साथ जाएँ ? कोई पार्टी ऐसी नहीं है जिसने धोका नहीं दिया हो , जिस की वजह से जख्म नहीं लगे हों ।बात बिलकुल दुरुस्त भी है ।जब हम सियासी मंजरनामा पर नजर दौराते हैं तो ऐसा ही पाते हैं । मुल्क में लम्बी मुद्दत तक बलके आज़ादी के बाद अब तक जेयादा तर कांग्रेस की ही हुकूमत रही और कांग्रेस के सबब ही मुसलमानों को सबसे जेयादः नुकसान का सामना करना पड़ा है । सिर्फ फसाद ही नहीं बल्कि इक्तसादी और तालीमी पेश्मांदगी के लिए भी जेयादः जिम्मेदारी उसी पर जाती है । वजह साफ़ जाहिर है की जम्हूरी नेजाम में कुछ भी करने से क़ब्ल वोटों की गिनती भी नजर में रहती है और इसी लिए बड़े वोट बैंक पर छोटे वोट बैंक को हमेशा कुर्बान किया जाता है ।इसी लिए कांग्रेस भी हमेशा मुसलमानों और हिन्दुओं दोनों को खुश रखने की कोशिश में रहती है । मुसलमानों को वादों से खुश रखती है और अक्सर्यती (बहु