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झूठा फंसाना किसी के साथ गुलाम जैसा व्यवहार करना है।

एक तो उसने मासूमों को पकड़ कर जिंदगियां तबाह किया , अपने धर्म को दुनिया की नजर में बदनाम किया , मगर मासूमों की जिंदगी बर्बाद करने वालों और अपने धर्म को बदनाम करने वालों को आपने सजा न देकर कौन सा अच्छा काम किया ? पेश है तीन रोजिय उर्दू अखबार " दावत "( 26th -28th) में छपी रिपोर्ट का हिंदी रुपंतार्ण

महज़ 1 महीना पुरानी दिल्ली आम आदमी सरकार से आप और क्या चाहते हैं ?

I have read the speech of honorable president of India "Pranav Mukherjee

कल्याणपुर थाना कांड संख्या-261/13 में पुलिस द्वारा की गई मनमानी

दुनिया हैरान है ! परीशान है , नरेंदर मोदी की हुंकार रैली (27/10/13 ) ब्लास्ट के तुरंत बाद " ऑन डी स्पॉट "सबसे पहले पकड़ा जाने वाला ,इस विडियो में दिखने वाले सख्श को जमीन खा खा गया या आसमान , कौन था ...........?

नीतीश कुमार , नरेंदर मोदी से बड़ा सम्प्रदायिक , कांग्रेस का गठबंधन बीजेपी और जे डी यू छोड़ किसी पार्टी से भी सम्भव ( कांग्रेस नेता आज़मी बारी )

65 वाँ गणतंत्र दिवस आज , इस औसर पर देश के सच्चे सपूतों को मेरा सलाम ।

65 वाँ गणतंत्र दिवस आज , इस औसर पर देश के सच्चे सपूतों को मेरा सलाम ।

26/11 घटना में आई बी और अभिनव भारत का हाथ ?

उर्दू बंगला टेट अभियार्थी आन्दोलन की तैयारी में

Pune’s Ace International Cyber Hacker Arrested By CBI Following FBI Alert ,Arrested man hacked’ over 900 accounts for a fee

उर्दू बंगला टेट में बी एस इ बी के जरिये साजिश के जरिये फेल कराये गए अभियार्थी आन्दोलन की तैयारी में , 22/ 1/14 को कारवाने उर्दू के संयोजक और आर जे डी के सीनियर रहनुमा गुलाम गौस की रहनुमाई में हुई एक अहम बैठक , 2 फ़रवरी 2014 को महाधरना की तैयारी ,18 फ़रवरी 2014 को विधानसभा का घेराव भी सम्भव

कंकड़बाग थाना द्वारा पकड़े गया अंतराष्ट्रीय बाइक चोर के तार पीरबहोर थाना कांड संख्या 010/14 से भी है क्या ? पीरबहोर थाने की पुलिस कांड संख्या 010/14 के उदभेदन के लिए गंभीर है ...............................................?

एक केजरीवाल और उसके झाड़ू से इस देश के भ्रष्ट नौकरशाह , भ्रष्ट दिल्ली पुलिस ,कांग्रेस , बीजेपी , आर एस एस , दक्षिणपंथी संगठनों समेत ऐसे लाखों लोगों को खतरा है ,क्या ऐसे क्षेत्र के उन लोगों से खतरा केजरी वाल साहेब को नहीं हो सकता जिनके के लिए केजरीवाल एक खतरा बनकर उभर चुके हैं? , किसी की पी एम की कुर्सी दाव पर लगी हुई है ,?किसी को पी एम इन वेटिंग में जाने का खतरा बना हुआ है ?किसी की काली कमाई पर झाड़ू फेराने का खतरा बना हुआ ? तो किसी के पार्टी के नामों निशान मिट जाने का खतरा बना हुआ ? कोई बताये कि केजरीवाल के कार्यालय पर हुआ हमला क्या किसी आतंकी वारदात से कम था क्या ? क्या केजरीवाल के कार्यालय पर हमला बोलने वालों ,तोड़ फोड़ करने वालों से क्या हानि होने का खतरा नहीं ................... ?

जो खुदा से नहीं डरता वह सब से डरता है और जो खुदा से डरता है वह किसी से नहीं डरता ।

क्लीन चीट मीलने के दो साल बाद भी मासूम इंसानों की रिहाई नहीं ? इसके लिए दोषी कौन ? भारत का इमानदार न्यालय ? इमान्दार जांच एजेंसियां ? या कोई और ? और वह है कौन ? दोस्तों याद कीजिये ! इतिहास के पन्नों को पलट कर उस " मुस्लिम दौरे हुकूमत " को जहाँ घंटों में होने वाले फैसले मिनटों में और महीनों के फैसले घंटों में और सालों साल के फैसले महीनों में , जरा सोंचिये के आज के इस कथित आज़ाद हिन्दुस्तान से वह दौर खराब कैसे था ? और ऐसा मुस्लिम बादशाहों की सोंच की वजह कर नहीं बल्की इस्लाम के कानून की खूबी के कारण था , आज बाग़ डोर किनके हाथों में हैं ? ये कहने की जरुरत नहीं, हाँ जिनके हाथों में हैं वह मुसलमान नहीं अब तो मान लो दोस्तो "ं इस्लाम इज द बेस्ट " कयोंकि बेगुनाहों को क़ैद और गुनाहगारों को आज़ाद रखने से भी बड़ा कोई पाप है क्या ? इसलिए अब मत सोंचीये " इस्लाम "को आइडियल मजहब मान ही लीजिये जैसा के चार महीने पूर्व दरभंगा के एक पढ़े लिखे एक " झा " ने इस्लाम को गले लगा लिया और इस बार उमीद करता हूँ के आप .......? जिस तरह केजरीवाल की पार्टी "आप " ज्वाइन करने के लिए बेताब हैं वही बेताबी इस्लाम को जोइनिङ्ग करने के लिए दिखला दीजिये और मासूम इंसानों को जेल में रखने की सोंच रखने वालों और इन्साफ देने में कोताही बरतने वालों को झटका दीजिये ! ऐसे लोगों को जैसा के दरभंगा के एक पढ़े लिखे झा ने कुछ दिनों पहले इस्लाम को गले लगा कर दिया था , और ऐसे झटकों से बदल दीजिये हिंदुस्तान को और बना दीजिये एक इमानदार हिंदुस्तान ,जहाँ जालिम बचे नहीं और मासूम फंसे नहीं ,क्या आप चाहते हैं तो कल ही से इस्लाम के बारे में अध्यन शुरू कर दीजिये और अच्छा लगे तो फिर देर ........मत कीजिये , चूंके यहाँ आप हमेशा के लिए नहीं चंद दिनों की मुसाफिर की तरह आये हैं , और इस सफ़र का कब अंत हो कौन जानता ? तब तक "यू एन आई " के हवाले से प्रकाशित खबर जिसे बिहार के एक उर्दू दैनिक पिन्दार ने दिनांक 19/1/14 को अपने पेज नंबर 6 पे छापा था आप के लिए ........ पढ़िए और समझिये इन्साफ का हाल आज़ाद हिंदुस्तान में ?

मुल्जेमिन (आरोपी )बरी हुए तो जांच अफसर को सजा (सुप्रीम कोर्ट )

कोई बतलाओ के हम बतलाएं क्या ! लम्बे समय से लंबित दंगा निरोधक कानून पास नहीं हुआ ,तब कांग्रेस के युवराज को गुस्सा क्यों नहीं आया ? मुसलमानों को रिजर्वेशन देने या रिजर्वेशन से मुस्लिम जातों को दूर रखने पर राहुल को गुस्सा क्यों नहीं आया ? क्यों वह इस पे गुफ्तगू भी करना पशंद नहीं करते ? मुस्लिम नौजवानों की बेरोकटोक गिरफ्तारी और बेक़सूर साबीत होने पर भी उनकी अदम त्वज्जहि और दोषी अफसरों के विरुद्ध नहीं हो रही कार्रवाई पर कांग्रेस के युवराज को गुस्सा क्यों नहीं आया ? ............ तुम्ही बतलाओ के हम बतलाये क्या ?