कोरोना: मुज़फ़्फ़रपुर के बीजेपी सांसद ने किया पत्रकार पर केस, कुर्की के आदेश ||यह पूरा मामला वेबसाइट पर अपडेट होने में देर की वजह से बना है. जैसा कि रिपोर्ट एमपीलैड की वेबसाइट के स्क्रीनशॉट और उसके आंकड़ों के आधार पर तैयार किया गया था और वह 29 मार्च को प्रकाशित हुआ था. जबकि 26 मार्च को ही निषाद के विकास निधि खाते में दूसरी इंस्टॉलमेंट की राशि जारी होने की बात अब दर्ज़ है. इसलिए बहुत संभव है कि दूसरा इंस्टॉलमेंट जारी होने के दो-तीनों बाद वह वेबसाइट पर अपडेट हुआ हो लेकिन रिपोर्ट उसके पहले प्रकाशित हो गई." अभिषेक आगे कहते हैं, "लेकिन इस मामले को इतना तूल नहीं देना चाहिए क्योंकि यह टेक्निकल गड़बड़ियों के कारण हुआ है. हमारे अनुभव में ऐसा अकसर होता है. दरअसल हम भी जब काम कर रहे थे तो वेबसाइट के इस डैशबोर्ड से कई शिकायतें थीं."
कोरोना: मुज़फ़्फ़रपुर के बीजेपी सांसद ने किया पत्रकार पर केस, कुर्की के आदेश इस पोस्ट को शेयर करें Facebook इस पोस्ट को शेयर करें WhatsApp इस पोस्ट को शेयर करें Messenger साझा कीजिए इमेज कॉपीरइट FB/AJAY NISHAD Image caption मुज़फ़्फ़रपुर के बीजेपी सांसद अजय निषाद कोरोना वायरस के कारण फैली महामारी से लड़ाई के लिए मुज़फ़्फ़रपुर के बीजेपी सांसद अजय निषाद ने अपनी सासंद निधि (MPLAD fund) से एक करोड़ रुपये जारी करने का ऐलान किया था. यह ख़बर उतनी बड़ी नहीं थी क्योंकि निषाद जैसे ही कई अन्य नेताओं ने ठीक ऐसी ही घोषणाएं कर रखी है लेकिन जब मुज़फ़्फ़रपुर के ही एक स्थानीय पत्रकार ने अपने यूट्यूब न्यूज़ पोर्टल से इस पर दावा किया कि "सांसद महोदय ने एक करोड़ रुपये का ऐलान तो कर दिया, मगर उनकी सांसद निधि खाते में हैं केवल 54 लाख रुपये." इसके बाद यह मामला तूल पकड़ने लगा और अब ताज़ा अपडेट यह है कि स्थानीय सांसद अजय निषाद ने ग़लत तथ्य प्रसारित करने और इससे उनकी छवि ख़राब करने को लेकर पत्रकार के ख़िलाफ़ एफ़आइआर दर्ज कराई है. स्थानीय पत्रकार ने दावा किया कि जब