क्या भारत के मुसलमान गुजरात दंगे को भूल चुके हैं?: नज़रिया
News हिंदी BBC News हिंदी Navigation सेक्शन 21 अप्रैल 2019 इस पोस्ट को शेयर करें Facebook इस पोस्ट को शेयर करें WhatsApp इस पोस्ट को शेयर करें Messenger साझा कीजिए इमेज कॉपीरइट GETTY IMAGES भारत में इन दिनों आम चुनाव चल रहे हैं. भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस अंदाज़ और शैली में चुनावी रैलियों को संबोधित कर रहे हैं, उससे मुझे साल 2002 के गुजरात दंगों के बाद दिसंबर, 2002 में हुए गुजरात विधानसभा के चुनाव याद आ रहे हैं. उस चुनाव के दौरान मोदी के भाषण और चुनावी रैलियों की भी याद भी आ रही है. साल 2002 के बाद हर चुनाव के समय में संवाददाता, पत्रकार और रिसर्चर ये सवाल पूछते आए हैं कि क्या गुजरात के मुसलमान 2002 के दंगों से उबर पाए हैं? मेरे विचार से यह सवाल ना केवल गुजरात के मुसलमानों के लिए बल्कि देश भर के मुसलमानों के लिए अभी भी मौजूं बना हुआ है. null आपको ये भी रोचक लगेगा लोकसभा चुनाव 2019: हिंदू राष्ट्रवाद का नया ठिकाना बना अरुणाचल प्रदेश ग्राउंड रिपोर्ट गुजरात: अमित शाह के चुनाव क्षेत्र का यह मुस्लिम इलाक़ा '