प्यारे दोस्तों जब तुम पैदा नहीं हुए थे, तब भी ये भूमि थी. जब तुम नहीं रहोगे, तब भी ये भूमि रहेगी और इसपर कोई और रहेगा. अशोक के साम्राज्य में तो अफ़ग़ानिस्तान भी शामिल था. अब अफ़ग़ानिस्तान एक अलग देश है. तो कौन-सी मातृ या पितृ भूमि या ये तेरा है - ये मेरा और एक इंच भी आगे बढ़ा तो इसी भूमि पर लिटा दूंगा. ज़ाहिर है, एक दिन तो हम सभी लेट जाएंगे, इसी भूमि पर. कोई पहले - कोई बाद में. इसलिए नक्शे बनाने और एक दूसरे को नक्शे दिखाने का कोई मतलब ही नहीं है. आदमी हो तो आदमी बनकर जीओ और इज़्ज़त से निकल लो. नक्शेबाज़ी ना करो, प्लीज़.
प्यारे दोस्तों जब तुम पैदा नहीं हुए थे, तब भी ये भूमि थी. जब तुम नहीं रहोगे, तब भी ये भूमि रहेगी और इसपर कोई और रहेगा. अशोक के साम्राज्य में तो अफ़ग़ानिस्तान भी शामिल था. अब अफ़ग़ानिस्तान एक अलग देश है. तो कौन-सी मातृ या पितृ भूमि या ये तेरा है - ये मेरा और एक इंच भी आगे बढ़ा तो इसी भूमि पर लिटा दूंगा. ज़ाहिर है, एक दिन तो हम सभी लेट जाएंगे, इसी भूमि पर. कोई पहले - कोई बाद में. इसलिए नक्शे बनाने और एक दूसरे को नक्शे दिखाने का कोई मतलब ही नहीं है. आदमी हो तो आदमी बनकर जीओ और इज़्ज़त से निकल लो. नक्शेबाज़ी ना करो, प्लीज़.