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इमरान ख़ान की नरेंद्र मोदी से सीधी बात, क्या मिलेगा शपथग्रहण समारोह का न्यौता

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इस पोस्ट को शेयर करें Facebook   इस पोस्ट को शेयर करें WhatsApp   इस पोस्ट को शेयर करें Messenger   साझा कीजिए इमेज कॉपीरइट GETTY IMAGES 14 फ़रवरी को भारत प्रशासित कश्मीर के पुलवामा में सुरक्षाबलों पर चरमपंथी हमले और उसके बाद भारतीय वायु सेना द्वारा बालाकोट में की गई एयरस्ट्राइक के बाद पहली बार भारतीय और पाकिस्तानी प्रधानमंत्रियों के बीच रविवार को सीधी बातचीत हुई. भारतीय और पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा है कि रविवार को पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टेलिफ़ोन कॉल करके लोकसभा चुनावों में उन्हें जीत की बधाई दी. भारतीय विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री से क्षेत्रीय शांति और विकास के लिए आतंकवाद की समाप्ति के लिए लड़ने पर ज़ोर दिया. बयान के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि हमारे क्षेत्र में शांति, प्रगति और समृद्धि के लिए भरोसे, हिंसा और आतंकवाद से मुक्त वातावरण बनाना आवश्यक है." वहीं, पाकिस्तानी विदेश मंत्

पिछले महीने नेशनल सैंपल सर्वे ऑफ़िस (NSSO) के लीक हुए आंकड़ों से पता चला था कि प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में लगभग दो करोड़ नौकरियां ख़त्म हुई हैं. साल 2011-12 में काम करने वाले पुरुषों की संख्या 30. 4 करोड़ थी जो साल 2017-18 में घटकर 28.6 करोड़ हो गई.

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'काम' और 'नौकरी' का फ़र्क़ समझें लोग: पीयूष गोयल - प्रेस रिव्यू 32 मिनट पहले इस पोस्ट को शेयर करें Facebook   इस पोस्ट को शेयर करें WhatsApp   इस पोस्ट को शेयर करें Messenger   साझा कीजिए इमेज कॉपीरइट GETTY IMAGES केंद्रीय रेल और कोयला मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि भारतीयों को 'काम' और 'रोज़गार' का फ़र्क़ मालूम है. यह बात उन्होंने  इकोनॉमिक टाइम्स  को दिए एक  इंटरव्यू  में कही. रोज़गार के आंकड़ों में गिरावट और नौकरियों की कमी के सवाल पर पीयूष गोयल ने कहा, "हमें नौकरी और काम का फ़र्क़ समझने की ज़रूरत है. मुझे यक़ीन है कि भारत के लोग नौकरी और काम के बीच का अंतर समझते हैं. सच्चाई ये है कि काम मौजूद है. कुछ लोग भारत में बढ़ती बेरोज़गारी की बात जिस तरह कर रहे हैं, उस हिसाब से तो अब सड़कों पर दंगे हो जाने चाहिए थे. क्या कोई देश बिना काम पैदा किए 7-8 फ़ीसदी की दर से आर्थिक वृद्धि कर सकता है?" विज्ञापन गोयल ने कहा, "हमारी सरकार ने लोगों को ख़ुद का रोज़गार देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया है. अब हमें नौकरी की सं