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कानपुर में मुसलमान रिक्शा चालक की पिटाई के बाद सांप्रदायिक तनाव

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  समीरात्मज मिश्र बीबीसी हिंदी के लिए 13 अगस्त 2021, 08:40 IST अपडेटेड 51 मिनट पहले इमेज स्रोत, SAMIRATMAJ MISHRA/BBC कानपुर में एक मुस्लिम रिक्शा चालक की पिटाई और उनसे जबरन 'जय श्रीराम' का नारा लगवाने के मामले में पुलिस ने गुरुवार देर शाम तीन लोगों को गिरफ़्तार कर लिया है. दो दिन पहले सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस घटना के वीडियो में कुछ लोग रिक्शा चालक की पिटाई करते हुए नज़र आ रहे हैं. इस दौरान भीड़ में कुछ लोग रिक्शा चालक असरार अहमद से 'जय श्री राम' का नारा लगाने को भी कह रहे हैं. गुरुवार को इस मामले में मुक़दमा दर्ज कर पुलिस ने तीन अभियुक्तों को गिरफ़्तार कर लिया. कानपुर के पुलिस आयुक्त असीम अरुण ने मीडिया को बताया, "थाना बर्रा, कानपुर नगर में असरार अहमद के साथ हुई मारपीट और अपमान की घटना के तीन मुख्य अभियुक्त गिरफ़्तार किए जा चुके हैं. गिरफ़्तार अभियुक्तों के नाम अजय उर्फ़ राजेश बैंड वाला, अमन गुप्ता और राहुल कुमार हैं. अन्य अभियुक्तों की गिरफ़्तारी के लिए दबिश दी जा रही हैं." विज्ञापन मामला क्या है? इमेज स्रोत, SAMIRATMAJ MISHRA/BBC वायरल वीडियो में रिक्शा

नागरिकता संशोधन क़ानून विरोधी हिंसा(#CAA) इन मज़लूमों को इंसाफ कौन दिलाएगा ? #Corona की चक्कर में मज़लूमों और जालिमों को मत भूल जाइए ।

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नागरिकता संशोधन क़ानून विरोधी हिंसा: रिपोर्ट तो मिली, अब इंसाफ़ की आस में मृतकों के परिजन समीरात्मज मिश्र लखनऊ से, बीबीसी हिंदी के लिए इस पोस्ट को शेयर करें Facebook   इस पोस्ट को शेयर करें WhatsApp   इस पोस्ट को शेयर करें Messenger   साझा कीजिए इमेज कॉपीरइट SAMEERATMAJ MISHRA Image caption मोहम्मद तक़ी कानपुर के बेगमपुरवा इलाक़े की तंग गलियों में सत्तर वर्षीय मोहम्मद तक़ी का महज़ एक कमरे का घर है. तक़ी दमा के मरीज़ हैं. हाथ में इनहेलर है और उनकी सांस फूल रही है. घर के बाहर रखी एकमात्र कुर्सी पर वो मुझसे बैठने का आग्रह करते हैं लेकिन मेरी ज़िद पर वो ख़ुद उस पर बैठते हैं, इनहेलर के ज़रिए दवा भीतर खींचते हैं और फिर मेरे सवालों पर आंसुओं के साथ जवाब देते हैं. मोहम्मद तक़ी के तीन बेटों में सबसे बड़ा बेटा 25 वर्षीय मोहम्मद सैफ़ 20 दिसंबर को हुई हिंसा में गोली लगने से मारा गया. सैफ़ बेल्ट बनाने वाली एक फ़ैक्ट्री में मज़दूरी करता था. मोहम्मद तक़ी बताते हैं, "वही कमाने वाला था. मैं भी मज़दूरी करता था लेकिन दस साल से कोई काम नहीं कर पा रहा हूं. छोटा बेटा होटल म