Posts

Showing posts with the label American presidential Elections 2020 ||

अमेरिका चुनावः बाइडन बोले, ट्रंप नहीं हटे तो 'और लोगों की मौत होगी'

Image
Reuters Copyright: Reuters अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि डोनाल्ड ट्रंप ने अगर उनकी नई सरकार को रोकना जारी रखा तो "लोगों की मौत" हो सकती है. बाइडन ने डेलावेयर में कहा कि कोरोना महामारी को रोकने के लिए सामंजस्य ज़रूरी है. उन्होंने एक बार फि ट्रंप के हार स्वीकार नहीं करने को एक बार फिर "शर्मनाक" बताया. 3 नवंबर को हुए चुनाव में जो बाइडन इलेक्टोरल कॉलेज के 306 वोट हासिल कर चुके हैं. जीत के लिए 270 मतों की आवश्यकता होती है. डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार सुबह एक बार फिर से ट्वीट कर कहा था - "चुनाव मैंने जीता है." ट्विटर ने उनके इस ट्वीट पर एक बार फिर चेतावनी जारी करते हुए लिखा है - "दूसरे कई स्रोतों ने इस चुनाव के बारे में कुछ और कहा है." उनके चुनाव अभियान को संभालने वाले लोगों ने मतगणना को क़ानूनी चुनौती दी है. इस बीच अमरीका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा की पत्नी मिशेल ओबामा ने सोशल मीडिया पर ट्रंप के अड़े रहने पर टिप्पणी करते हुए लिखा है - "ये खेल नहीं हो रहा है." BBC HINDI Social embed from twitter twitter

US Election 2020 Results

Image
 

जो बाइडन: बराक ओबामा के साथी से राष्ट्रपति के पद तक

Image
  BBC News , हिंदी सामग्री को स्किप करें सेक्शन होम पेज कोरोनावायरस भारत विदेश मनोरंजन खेल विज्ञान-टेक्नॉलॉजी सोशल वीडियो बीबीसी स्पेशल विज्ञापन 7 नवंबर 2020, 22:56 IST इमेज स्रोत, GETTY IMAGES अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में जीत दर्ज करने वाले जो बाइडन पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के दोनों कार्यकाल में उप-राष्ट्रपति रह चुके हैं. 77 साल के जो बाइडन अब से पहले राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के दौड़ में भी दो बार और शामिल हो चुके हैं. पहली बार 1988 और दूसरी बार 2008 में. पहली बार 1988 में उन्होंने राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी की दौड़ से ख़ुद को ये कहते हुए बाहर कर लिया था कि उन्होंने ब्रिटिश लेबर पार्टी के नेता नील किनॉक के भाषण की नकल की थी. दरअसल, जब 1987 में बाइडन ने राष्ट्रपति चुनाव में प्रत्याशी बनने के लिए पहली बार कोशिश करनी शुरू की थी, तो उन्होंने रैलियों में दावा करना शुरू कर दिया था कि, "मेरे पुरखे उत्तरी पश्चिमी पेंसिल्वेनिया में स्थित कोयले की खानों में काम करते थे." बाइडन ने भाषण में ये कहना शुरू कर दिया था कि उनके पुरखों को ज़िंदगी में आगे बढ़ने के वो मौक़े नहीं मिले जि