जामिया: फ़ायरिंग करने वाला 'रामभक्त गोपाल' कौन?
दिल्ली के जामिया इलाक़े में फ़ायरिंग करने वाले युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही तस्वीरों में ये शख्स हवा में पिस्तौल लहराता नज़र आ रहा है. पुलिस जब इस शख्स को ले जा रही थी, तब मीडियाकर्मियों ने पूछा कि आपका नाम क्या है. जवाब में गोली चलाने के अभियुक्त ने जवाब दिया- रामभक्त गोपाल.
हमने फेसबुक पर जब इस नाम से शख्स को खोजा तो फायरिंग से पहले की कुछ जानकारियां मिलीं. हालांकि ये अकाउंट वैरिफाइड नहीं है लेकिन इस अकाउंट से शेयर की गई तस्वीरों और वीडियो से पता चलता है कि ये शख़्स जामिया में गोली चलाने वाले ही हैं.
उनके अकाउंट से फ़ायरिंग से कुछ देर पहले की सारी जानकारियां घटनास्थल से पोस्ट की जा रही थीं.
फेसुबक फीड की कई पोस्ट में ये शख़्स ख़ुद को हिंदुत्व समर्थक बताता रहा है. इस प्रोफाइल में पहले शेयर की कुछ तस्वीरों में वो बंदूक और लंबी कटार लिए दिखते हैं.
फायरिंग से पहले क्या कुछ लिखा?
आगे जानिए कि जामिया इलाके में फायरिंग करने से पहले हमलावर ने कब-कब क्या कुछ लिखा?
30 जनवरी की सुबह 10.43 मिनट: कृपा. सभी भाई मुझे SEE FIRST कर लें.
10.43 AM: जल्द बता दूंगा. उपदेश राणा.
10.44 AM: CAA समर्थन में बैठे एक शख्स की तस्वीर
12.53 PM: जामिया इलाके से एक फेसबुक लाइव, जिसमें भीड़ दिख रही है.
1.00 PM: एक मिनट में बहन ** रहा हूं.
1.00 PM: आज़ादी दे रहा हूं.
1.00 PM: मेरे घर का ध्यान रखना.
1.00 PM: मैं यहां अकेला हिंदू हूं.
1.09 PM: कॉल मत करो.
1.14 PM: मेरी अंतिम यात्रा पर. मुझे भगवा में ले जाएं और जय श्री राम के नारे हों.
1.22 PM: कोई हिंदू मीडिया नहीं है यहां.
1.25 PM: शाहीन भाग खेल ख़त्म
इसके बाद के कुछ फेसबुक लाइव में वो कंधे में बैग लिए धरनास्थल पर नज़र आ रहे हैं. इन वीडियोज़ में वो कुछ बोलते नज़र नहीं आ रहे हैं.
कहां के हैं हमलावर?
दिल्ली पुलिस के मुताबिक़, हमलावर नोएडा से सटे जेवर के रहने वाले हैं. जेवर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनने वाला है.
उन्होंने अपने फेसुबक इंट्रो में लिखा है- रामभक्त ....... नाम है हमारा. बायो में इतना ही काफ़ी है. बाक़ी सही समय आने पर. जय श्री राम.
उन्होंने अपने फेसबुक बायो में ख़ुद को बजरंग दल का बताते हैं. बजरंग दल आरएसएस से जुड़ा संगठन है.
हालांकि 28 जनवरी को एक पोस्ट में उन्होंने लिखा था- मैं सभी संगठनों से मुक्त हूं.
29 जनवरी को उन्होंने एक पोस्ट लिखी थी- पहला बदला तेरा होगा भाई चंदन.
26 जनवरी 2018 को उत्तर प्रदेश के कासगंज में चंदन गुप्ता दर्जनों बाइक सवारों के जब तिरंगा यात्रा निकाल रहे थे, तब हिंसा भड़कने के बाद गोली लगने से चंदन की मौत हो गई थी.
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