कोरोना वायरस: क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास लॉकडाउन ही एकमात्र रास्ता था?
भारत
- अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि उन्होंने भारत सरकार से मलेरिया रोधी दवा हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की खेप को अमरीका भेजने का आग्रह किया है.राष्ट्रपति ट्रंप ने सुझाव दिया है कि ये दवा कोरोना वायरस के मरीज़ों के इलाज में कारगर साबित हो सकती है.हालांकि मेडिकल विशेषज्ञों ने अभी ऐसी कोई पुख्ता रिपोर्ट नहीं दी है जो कोरोना संक्रमण के इलाज में इस दवा के कारगर होने का दावा करती हो.भारत दुनिया में इस दवा का सबसे अग्रणी निर्माता है लेकिन इन दिनों भारत ने इसके निर्यात पर रोक लगा दी है. भारत का अनुमान है कि यदि कोरोना संक्रमण तेज़ी से फैला तो उसे अपनी आबादी के लिए इस दवा की ज़रूरत हो सकती है.
दिल्ली में कल ली गई इस तस्वीर में बेघर और दिहाड़ी मज़दूर सरकार की ओर से संचालित एक रैन बसैरे के बाहर भोजन बांटे जाने का इंतेज़ार करते हुए.भारत सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए जो 21 दिन का लॉकडाउन लागू किया है उससे मज़दूरों और बेघरों के सामने पेट भरने का संकट पैदा हो गया है.सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से कहा है कि वह मज़दूरों के खाने-पीने और रहने की व्यवस्था करे.- समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से तब्लीग़ी जमात के आठ सदस्यों को मलेशिया की उड़ान पकड़ने से रोका गया है.ये जमाती मॉलिंडो एयर रिलीफ़ फ्लाइट पकड़ने की कोशिश कर रहे थे. अब इन्हें प्रवासन अधिकारियों को सौंप दिया जाएगा.भारत ने पर्यटन वीज़ा की शर्तों का उल्लंघन करने पर तब्लीग़ी जमात के विदेशी सदस्यों पर मुक़दमे दर्ज किए हैं.
- BBC hindi से साभार ।https://www.bbc.com/hindi/topics/ckdxnkz7607t
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