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कोविड-19 वैक्सीन कितनी सुरक्षित है?

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  19 फ़रवरी 2021 अपडेटेड 4 घंटे पहले इमेज स्रोत, DAVID TALUKDAR/NURPHOTO VIA GETTY IMAGES भारत में कोविड-19 से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान जारी है. भारत में लोगों को दो तरह की वैक्सीन दी जा रही है. एक का नाम है कोविशील्ड जिसे एस्ट्राज़ेनेका और ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने तैयार किया और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंडिया ने इसका उत्पादन किया. और दूसरा टीका है भारतीय कंपनी भारत बायोटेक द्वारा बनाया गया कोवैक्सीन. ब्रिटेन समेत कई अन्य देशों में भी लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है. ब्रिटेन में ऑक्सफ़र्ड-एस्ट्राज़ेनेका और फाइज़र-बायोएनटेक की वैक्सीन लगाई जा रही है. जहां जो भी वैक्सीन लगाई जा रही है, वहां के नियामकों ने उसे सुरक्षित बताया है. हालांकि कुछ लोगों में वैक्सीन लेने के बाद मामूली रीएक्शन देखे गए हैं. इमेज स्रोत, EPA कैसे पता चलता है कि वैक्सीन सुरक्षित है? वैक्सीन के लिए पहले लैब में सेफ्टी ट्रायल शुरू किए जाते हैं, जिसके तहत कोशिकाओं और जानवरों पर परीक्षण और टेस्ट किए जाते हैं. इसके बाद इंसानों पर अध्ययन होते हैं. विज्ञापन सिद्धांत ये है कि छोटे स्तर पर शुरू करो और परीक्षण के

बिन बताए corona का टीका दिया जा रहा ?

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#CoronaVaccine ! टीके को लेकर कई लोगों में शंकाएं

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  कोरोना वैक्सीन: बेंगलुरू में टीके को लेकर कई लोगों में शंकाएं इमरान क़ुरैशी बीबीसी हिंदी के लिए इमेज स्रोत, BBC/IMRAN QURESHI "मुझे वैक्सीन लेने से डर लग रहा है. हां, मैंने पहले अपना नाम रजिस्टर करवाया था क्योंकि पिछला एक साल काफी मुश्किलों भरा रहा है. मैं अपने परिवार के साथ भी नहीं रह पाया." बेंगलुरू के एक सरकारी अस्पताल में काम करने वाले थियागराग बी ने बीबीसी से ये बातें कहीं. सर सीवी रमन जनरल अस्पताल में कोविड पॉज़ीटिव मरीज़ों को खाना पहुंचाने वाले थियागराग कहते हैं कि उनका अनुभव भयानक था. वो कहते हैं, "हर दिन घर जाकर नहाना पड़ता है, लेकिन सबसे ज़्यादा डर मुझे अपनी पत्नी और बच्चे के लिए लगता था कि कहीं उन्हें इंफेक्शन ना हो जाए." विज्ञापन इमेज स्रोत, BBC/IMRAN QURESHI इमेज कैप्शन, थियागराग बी वैक्सीन के परिणाम को लेकर डर थियागराज कहते हैं, "मैं वैक्सीन लेने जब कमरे में जा रहा था तो डरा हुआ था. क्या इससे मुझे फ़ायदा होगा या फिर इससे दूसरी जटिलताएं होने लगेंगी, ऐसे सवाल मन में उठ रहे थे. लेकिन मेरे साथ काम करने वाले लोगों को देख मैं प्रोत्साहित हुआ. अस्पताल