धर्म साबित करने के लिए 'रुद्राक्ष' दिखाया, जान बचाने के लिए गिड़गिड़ाया - अब ऐसी हो गई है दिल्ली
Saurabh Shukla ख़बरों की कवरेज के लिहाज़ से बिल्कुल आम दिन की तरह शुरू हुआ था मंगलवार, लेकिन खत्म होते-होते मेरी ज़िन्दगी का सबसे डरावना दिन बन गया... Published : February 26, 2020 11:49 IST ख़बरों की कवरेज के लिहाज़ से बिल्कुल आम दिन की तरह शुरू हुआ था मंगलवार, लेकिन खत्म होते-होते मेरी ज़िन्दगी का सबसे डरावना दिन बन गया... मैं रविवार से ही उत्तर-पूर्वी दिल्ली में जारी हिंसा को कवर कर रहा था. मंगलवार सुबह 7 बजे मैं लाइव रिपोर्टिंग के लिए संसद भवन से लगभग 15 किलोमीटर दूर मौजपुर पहुंचा. Sponsored Links . जन्म 1970-1990 के बीच? ₹ 1 Cr टर्म इंश्योरेंस @ ₹1450 प्रति माह*. अभी संपर्क करे! Term Life Insurance by Taboola जो हमने देखा, वह भयावह था. गुस्साई भीड़ लोगों को लूट रही थी, पत्थर फेंक रही थी और दुकानों को तोड़फोड़ रही थी. माहौल बेहद तनावपूर्ण था, गोलियां चलने की आवाज़ें सुनाई दे रही थीं. दिल्ली अलग ही दिख रही थी, अलग ही महसूस हो रही थी. मौजपुर में हालात को कवर करने के बाद दोपहर लगभग 12 बजे मेरे सहयोगी अरविंद गुण