चुनावी नतीजों के रुझान में ट्विस्ट और कांग्रेस में बदलता मूड
ज़ुबैर अहमद बीबीसी संवाददाता, कांग्रेस मुख्यालय, दिल्ली इस पोस्ट को शेयर करें Facebook इस पोस्ट को शेयर करें WhatsApp इस पोस्ट को शेयर करें Messenger साझा कीजिए अगर आप दिल्ली में कांग्रेस पार्टी के मुख्यालय में मौजूद हों तो आपको चुनावी नतीजों का रुझान जानने के लिए टीवी या मोबाइल फ़ोन पर नज़र रखने की ज़रुरत नहीं पड़ती. सुबह कुछ घंटों तक सन्नाटा छाया रहे तो समझ लीजिये नतीजों के रुझान नकारात्मक होंगे. अगर रुझान में ट्विस्ट हो या कोई नया मोड़ आया हो तो थोड़ी हल-चल पैदा होगी, बॉडी लैंग्वेज बदलता नज़र आएगा. उत्साह बढ़ता दिखाई देगा. अगर नतीजे अपनी अपेक्षा से बेहतर हों तो पार्टी के बड़े नेता भी बड़ी-बड़ी गाड़ियों में दफ़्तर का रुख़ करने लगते हैं. ग़ायब नेता अचानक से नमूदार होने लगते हैं. गुरूवार को भी कुछ ऐसा ही हुआ. सुबह 8 बजे से वोटों की गिनती शुरू होने के बाद से शुरुआती रुझान आने तक 24 अकबर रोड यानी कांग्रेस मुख्यालय के अंदर माहौल ठंडा था. लेकिन दिन चढ़ते जब नतीजों के रुझान में एक ट्विस्ट आया तो यहाँ उत्साह बढ़ने लगा. कार्यकर्ताओं की संख्या बढ़ने लगी और कुछ