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ब्रिटेन में बढ़ती 'पीरियड पॉवर्टी'

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News हिंदी BBC News हिंदी Navigation सेक्शन 25 सितंबर 2019 इस पोस्ट को शेयर करें Facebook   इस पोस्ट को शेयर करें WhatsApp   इस पोस्ट को शेयर करें Messenger   साझा कीजिए एक रिपोर्ट के मुताबिक़ ब्रिटेन में हर दस में से एक महिला माहवारी के दौरान पैड ख़रीदने में असमर्थ है. इस स्थिति को period poverty कहा जाता है. और इस कारण हर साल लगभग एक लाख चालीस हज़ार लड़कियां स्कूल नहीं जा पातीं. देखिए ब्रिटेन से बीबीसी संवाददाता गगन सभरवाल की रिपोर्ट. विस्तार से जानने के लिए नीचे के लिंक पे क्लिक करें । https://www.bbc.com/hindi/media-49814674

लेबर पार्टी, ओआईसी और तुर्की ने उठाया कश्मीर का मुद्दा

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इस पोस्ट को शेयर करें Facebook   इस पोस्ट को शेयर करें WhatsApp   इस पोस्ट को शेयर करें Messenger   साझा कीजिए इमेज कॉपीरइट AFP ब्रिटेन की विपक्षी लेबर पार्टी ने कश्मीर पर बुधवार को एक आपात प्रस्ताव पारित करते हुए पार्टी के नेता जेरेमी कोर्बिन से अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों को क्षेत्र में 'जाने' देने और वहां के लोगों के आत्म निर्णय के अधिकार की मांग करने के लिए कहा है. भारतीय समुदाय के प्रतिनिधियों ने इसकी आलोचना करते हुए इसे 'ग़लत विचार पर आधारित' और 'भ्रामक जानकारी' देने वाला बताया. इस बीच, भारत ने कश्मीर मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप की मांग करने वाली ब्रिटेन की लेबर पार्टी के प्रस्ताव की आलोचना की है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने लेबर पार्टी के क़दम को 'वोट बैंक हितों को साधने' वाला बताया. ओआईसी ने क्या कहा? इस्लामी सहयोग संगठन (ओआईसी) ने भारत से कश्मीर में अपनी कार्रवाई बंद करने के लिए कहा है. इमेज कॉपीरइट MAJID JAHANGIR मुस्लिम देशों के एक संगठन, इस्लामी सहयोग संगठन ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा

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कश्मीर से 370 हटने के 50 दिन, लेकिन सबको है 27 सितंबर का इंतज़ार

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विनीत खरे बीबीसी संवाददाता, श्रीनगर से इस पोस्ट को शेयर करें Facebook   इस पोस्ट को शेयर करें WhatsApp   इस पोस्ट को शेयर करें Messenger   साझा कीजिए इमेज कॉपीरइट GETTY IMAGES इंटरनेट और मोबाइल फ़ोन से कटी कश्मीर घाटी में कई लोगों को 27 सितंबर का इंतज़ार है. दुकानदार हों, स्थानीय पत्रकार हों, हमारे होटल में काम करने वाली गोरखपुर की एक महिला हो या फिर क़स्बों, दूर गांव में आम लोग- कोई सवाल पूछिए तो जवाब मिलेगा, देखते हैं 27 सितंबर के बाद क्या होता है. 27 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र जनरल एसेंबली (यूएनजीए) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इमरान ख़ान के भाषण होने हैं. अफ़वाहों से भरे कश्मीर में एक वर्ग को लगता है कि शायद भारत 27 सितंबर के बाद अनुच्छेद 370 को वापस बहाल कर दे. कुछ को आशंका है कि पाकिस्तान की ओर से हमला होगा. कुछ को लगता है कि 27 सितंबर के बाद चरमपंथी हमले होंगे. कुछ को ये भी लगता है कि 27 सितंबर के बाद कश्मीर 'आज़ाद' हो जाएगा. इन अफ़वाहों का क्या आधार है, ये साफ़ नहीं क्योंकि हमारी अधिकारियों से बात नहीं हो पाई. null आपको ये भी रोचक