कोरोना का नया वैरिएंट ज़ीटा कितना ख़तरनाक है और कैसे नुक़सान पहुँचा सकता है?
अनंत प्रकाश बीबीसी संवाददाता इमेज स्रोत, GETTY IMAGES पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी ने अपने एक अध्ययन में कोरोना वायरस का एक नया वैरिएंट मिलने की पुष्टि की है. मेडिकल क्षेत्र से जुड़ी प्री-प्रिंट रिपोर्ट्स प्रकाशित करने वाली वेबसाइट bioRxiv पर छपी रिपोर्ट में बताया गया है कि यह वैरिएंट ब्रिटेन और ब्राज़ील से आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के नाक और गले के स्वैब से मिला है. इस रिपोर्ट के सार्वजनिक होने के बाद से सोशल मीडिया से लेकर मीडिया रिपोर्ट्स में तमाम तरह की आशंकाएं जताई जा रही हैं. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि ये वैरिएंट काफ़ी ख़तरनाक है. सोशल मीडिया में कहीं इसे बेहद घातक वैरिएंट बताया जा रहा है तो कहीं इसकी तुलना डेल्टा वैरिएंट से की जा रही है. बीबीसी हिंदी ने इस वैरिएंट से जुड़े सवालों के जवाब तलाशने के लिए इस वैरिएंट को डिटेक्ट करने वालीं नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी की वैज्ञानिक डॉक्टर प्रज्ञा यादव से बात की. विज्ञापन कहां से आया है ये नया वैरिएंट? नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी ने इस वायरस को ब्राज़ील और ब्रिटेन से भारत आए यात्रियों के गले और न