Posts

RRB-NTPC: रेल मंत्री के आश्वासन पर क्या कहना है प्रभावित छात्रों का

Image
  विष्णु नारायण पटना से बीबीसी हिन्दी के लिए 27 जनवरी 2022, 12:43 IST अपडेटेड 7 मिनट पहले इमेज स्रोत, GETTY IMAGES इमेज कैप्शन, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव RRB-NTPC के नतीजों में कथित धांधली और लापरवाही के साथ रेलवे की 'ग्रुप डी' नौकरियों को लेकर जारी नोटिफ़िकेशन के बाद पैदा हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. छात्रों का विरोध प्रदर्शन तीसरे दिन भी जारी है. इस पूरे मामले को सुलझाने और सरकार का पक्ष रखने के लिए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को ख़ुद प्रेस कॉन्फ़्रेंस की. छोड़िए YouTube पोस्ट, 1 वीडियो कैप्शन चेतावनी: तीसरे पक्ष की सामग्री में विज्ञापन हो सकते हैं. पोस्ट YouTube समाप्त, 1 प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा, "मैं अपने छात्र मित्रों से निवेदन करना चाहूँगा कि रेलवे आपकी संपत्ति है. आप अपनी संपत्ति को संभालकर रखें. आपकी जो शिकायतें और बिंदु अब तक उभर कर आए हैं, उन सबको हम गंभीरता से देखेंगे. कोई भी छात्र क़ानून को हाथ में न ले." रेल मंत्री ने आगे कहा, "कुछ लोग इसका ग़लत फ़ायदा उठा रहे हैं. मैं उनसे निवेदन करूँगा कि वे छात्रों को भ्रमित न करें. यह छात्र

ज़रूर सुनें पूरी बात

Image
 

एंटीबायोटिक दवाओं का बैक्टीरिया पर नहीं हो रहा असर, दुनिया भर में लाखों की मौत- रिपोर्ट

Image
  इमेज स्रोत, GETTY IMAGES इमेज कैप्शन, बहुत से बैक्टीरिया पर बेअसर होती जा रही हैं एंटीबायोटिक दवाएं एंटीबायोटिक दवाओं के असर के बारे में हुए अब तक के सबसे बड़े अध्ययन के अनुसार वर्ष 2019 में दुनिया भर में 12 लाख से अधिक लोगों की मृत्यु ऐसे बैक्टीरिया से हुए संक्रमण की वजह से हो गई जिनपर दवाओं का असर नहीं हुआ. यह आँकड़ा मलेरिया या एड्स से हर साल मारे जाने वाले लोगों की संख्या से ज़्यादा है. मेडिकल जर्नल द लैंसेट जर्नल में प्रकाशित इस अध्ययन की रिपोर्ट में कहा गया है कि वैसे तो इसका ख़तरा हर किसी को है मगर ग़रीब देश इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. ये भी पढ़िएः- मामूली बीमारियां जानलेवा बन जाएंगी हेरोइन जब खांसी दूर करने की दवा के तौर पर इस्तेमाल होती थी मेडिकल शब्दावली में दवाओं के बेअसर होने की इस स्थिति को एंटी-माइक्रोबियल रेसिस्टेन्स (एएमआर) कहा जाता है. ये तब होता है जब बैक्टीरिया, वायरस, कवक और परजीवी समय के साथ बदलते हैं और उनपर दवाओं की प्रतिक्रिया नहीं होती. इससे किसी संक्रमण का इलाज कठिन हो जाता है और गंभीर बीमारी के फैलने और उससे मृत्यु का ख़तरा बढ़ जाता है. विज्ञापन रिपोर्ट म