Posts

Showing posts with the label Kashimir Issues

#Balakot हमले पर क्या कह रहे हैं पाकिस्तानी?

भारत का कहना है कि वायुसेना ने नियंत्रण रेखा पार कर पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर में जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों को ध्वस्त कर दिया है. भारतीय लड़ाकू विमानों के नियंत्रण रेखा को पार किया, इसकी सूचना पहले पाकिस्तान ने ही दी. पाकिस्तानी आर्मी के प्रवक्ता आसिफ़ गफ़ूर ने ट्वीट कर कहा कि भारत के लड़ाकू विमान मुज़फ़्फ़राबाद सेक्टर के भीतर तीन से चार किलोमीटर भीतर घुस आए थे लेकिन पाकिस्तान के तत्काल जवाबी कार्रवाई के बाद उन्हें पीछे हटना पड़ा. Maj Gen Asif Ghafoor ✔@OfficialDGISPR Indian aircrafts intruded from Muzafarabad sector. Facing timely and effective response from Pakistan Air Force released payload in haste while escaping which fell near Balakot. No casualties or damage. पाकिस्तानी आर्मी के इस ट्वीट के बाद ही भारत में हलचल शुरू हुई. देखते ही देखते भारतीय मीडिया में कहा जाने लगा कि भारत ने पाकिस्तान से पुलवामा का बदला ले लिया है. हालांकि भारत की तरफ़ से आधिकारिक पुष्टि होने में वक़्त लगा. भारत सरकार की तरफ़ से सबसे पहले प्रकाश जावडेकर सामने आए और कहा कि वो वायु सेना को बधाई द

#Balakot: बालाकोट के चश्मदीद ने कहा, "ऐसा लगा जैसे ज़लज़ला आ गया हो"

Image
इस पोस्ट को शेयर करें Facebook   इस पोस्ट को शेयर करें WhatsApp   इस पोस्ट को शेयर करें Messenger   साझा कीजिए Image caption मोहम्मद आदिल और वाजिद शाह भारतीय वायुसेना के विमानों ने मंगलवार तड़के पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों को निशाना बनाया. इस इलाक़े में मौजूद लोगों ने बीबीसी को बताया आँखों देखा हाल. छोड़िए यूट्यूब पोस्ट BBC News Hindi चेतावनी: तीसरे पक्ष की सामग्री में विज्ञापन हो सकते हैं. पोस्ट यूट्यूब समाप्त BBC News Hindi प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक़ भारतीय वायु सेना के हमले काफ़ी ख़ौफनाक थे, जिससे सोए लोगों की नींद टूट गई. जाबा टॉप बालाकोट निवासी मोहम्मद आदिल ने बीबीसी को बताया कि धमाके इतने तेज़ थे कि जैसे कोई ज़लज़ला आ गया हो. उन्होंने कहा, "सुबह तीन बजे का टाइम था, बहुत ख़ौफ़नाक आवाज आई. ऐसा लगा ज़लज़ला आया हो. हम रातभर नहीं सोए. पांच-दस मिनट बाद हमें पता चला कि धमाका हुआ है." आदिल ने बताया कि पांच धमाके एक ही समय हुए और कई ज़ख़्मी हो गए. फिर कुछ देर बाद आवाज़ आनी बंद हो गई. null आपको ये भी

#Balakot: 'पाकिस्तान के केपीके प्रांत के बालाकोट में हुआ भारतीय वायु सेना का हमला'

Image
इस पोस्ट को शेयर करें Facebook   इस पोस्ट को शेयर करें WhatsApp   इस पोस्ट को शेयर करें Messenger   साझा कीजिए इमेज कॉपीरइट ISPR बीबीसी को जानकारी मिली है कि भारतीय वायु सेना ने जैश-ए-मोहम्मद के जिस कैंप को निशाना बनाया वो ख़ैबर-पख़्तूनख़्वाह प्रांत में है ना कि नियंत्रण रेखा के नज़दीक. आधिकारिक सूत्रों ने बीबीसी को बताया है कि "लड़ाकू मिराज 2000 विमानों ने ख़ैबर पख़्तूनख़्वाह प्रांत में जंगल में बने जैश-ए-मोहम्मद के ट्रेनिंग कैंप पर हमला किया है". पहले इस बात को लेकर भ्रम था कि हमला पुंछ के नज़दीक बालाकोट नाम की जगह पर हुआ है, या फिर ख़ैबर पख़्तूनख़्वाह प्रांत में हुआ है. अब आधिकारिक सूत्रों ने बीबीसी संवाददाता ज़ुबैर अहमद को बताया है कि जिस बालाकोट पर हमला किया गया है वह पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर के आगे केपीके प्रांत का हिस्सा है जो मानशेरा ज़िले में है. हालांकि भारत ने आधिकारिक तौर पर यह साफ़ नहीं किया है कि मिराज विमानों ने किस बालाकोट को निशाना बनाया है. null आपको ये भी रोचक लगेगा कहां है बालाकोट, जहां हो रही हमले की बात भारती

#Balakot: भारतीय वायु सेना की कार्रवाई पर भारत सरकार ने क्या कहा

Image
1 घंटा पहले इस पोस्ट को शेयर करें Facebook   इस पोस्ट को शेयर करें WhatsApp   इस पोस्ट को शेयर करें Messenger   साझा कीजिए इमेज कॉपीरइट GETTY IMAGES भारतीय विदेश सचिव विजय गोखले ने बताया है कि भारतीय वायुसेना ने ख़ुफ़िया जानकारी के बाद नियंत्रण रेखा पार कर जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े कैंप को तबाह कर दिया है. विदेश सचिव ने मंगलवार तड़के हुई कार्रवाई के बारे में ये जानकारी दीः  विश्वसनीय सूचना मिली थी कि जैश-ए-मोहम्मद देश के दूसरे हिस्सों में आत्मघाती हमले की तैयारी कर रहा था और इसके लिए फ़िदायीन जिहादियों को प्रशिक्षण दिए जा रहे थे. ऐसे में किसी संभावित हमले को रोकने के लिए जवाबी कार्रवाई करना बिल्कुल ज़रूरी हो गया. मंगलवार तड़के भारत ने बालाकोट में जैश के सबसे बड़े ट्रेनिंग कैंप को निशाना बनाया. इस अभियान में जैश के चरमपंथियों, प्रशिक्षकों, वरिष्ठ कमांडरों और वहाँ प्रशिक्षण ले रहे जिहादियों को ख़त्म कर दिया गया. बालाकोट के इस कैंप का मुखिया मौलाना यूसुफ़ अज़हर उर्फ़ उस्ताद ग़ौरी था जो कि जैश प्रमुख मसूद अज़हर का संबंधी है. इमेज कॉपीरइट GOI इस ह

कश्मीर में अनुच्छेद 35-ए ख़त्म करना कितना आसान

Image
टीम बीबीसी हिन्दी नई दिल्ली 25 फरवरी 2019 इस पोस्ट को शेयर करें Facebook   इस पोस्ट को शेयर करें WhatsApp   इस पोस्ट को शेयर करें Messenger   साझा कीजिए इमेज कॉपीरइट GETTY IMAGES Image caption भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद सुप्रीम कोर्ट में इस हफ़्ते संविधान के अनुच्छेद 35-ए को दी गई चुनौती पर सुनवाई हो सकती है. कहा जा रहा है कि भारत प्रशासित कश्मीर के पुलवामा ज़िले में सीआरपीएफ़ के एक काफ़िले पर हमले और 40 से ज़्यादा जवानों के मारे जाने के बाद मोदी सरकार का रुख़ इस अनुच्छेद पर बदल सकता है. हालांकि इस पर सरकार ने आधिकारिक रूप से कुछ भी नहीं कहा है. जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने कहा है कि 35-ए पर सुनवाई में जल्दबाजी नहीं करने का जो उसका रुख़ था उसमें कोई बदलाव नहीं आया है. जम्मू-कश्मीर प्रशासन के प्रवक्ता रोहित कंसल ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट इस पर अभी सुनवाई नहीं करे क्योंकि यहां अभी कोई चुनी हुई सरकार नहीं है. सुप्रीम कोर्ट में अनुच्छेद 35-ए के ख़िलाफ़ कई याचिकाएं दाख़िल की गई हैं. 'वी द सिटिज़न्स' नाम