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असम: मुसलमान-हिन्दू में ज़हर घोलने की कोशिश करने वाला अफ़सर बर्ख़ास्त

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                                                       The siasat Daily Home / Assam / West Bengal / असम: मुसलमान-हिन्दू में ज़हर घोलने की कोशिश करने वाला अफ़सर बर्ख़ास्त असम: मुसलमान-हिन्दू में ज़हर घोलने की कोशिश करने वाला अफ़सर बर्ख़ास्त February 14, 2016 Assam / West Bengal, Khaas Khabar 0 Comments गुवाहाटी: असम के एक सीनियर पुलिस अफ़सर अंजन बोरा को मुसलमान विरोधी बयान देने के कारण बर्ख़ास्त कर दिया गया, फेसबुक पर मुस्लिम कम्युनिटी के ख़िलाफ़ ग़ैर ज़िम्मेदाराना बयानबाज़ी करते हुए बयान दिए जिसके बाद सरकार ने उन्हें बर्ख़ास्त कर दिया. कारबी ज़िले में डिप्टी सुपरिन्टेन्डेन्ट बोरा ने मुसलमानों के ख़िलाफ़ ज़हर घोलने वाली बातें कीं, DSP बोरा ने अज़ान तक को बंद करने की बात कर डाली और अपनी पोस्ट में “जय जय श्री राम जन्म भूमि, हम चाहते हैं मुस्लिम फ़्री हिन्दुस्तान” की बात करते हुए हिन्दू और मुसलमान में नफ़रत फैलाने की और देश तोड़ने की कोशिश की. इसका आम लोगों ने सख्त विरोध किया और बोरा को हटाने की मांग की, असम की सरकार ने तुरंत कार्यवाही करते हुए उन्हें बर्ख़ास्त किया, हालांकि

आतंकवाद के आड़ में फंसने ,फंसाने का खेल चल रहा । इस मुल्क मुसलमान मासूम । पढ़ें एक और घिनौना खेल जो आतंकवाद के नाम पर और एक मासूम मुसलमान को फंसाने के लिए कैसे खेला गया .....?

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                                                                             Facebook आगरा: एक बड़े ही बेतुके से वाकये में एक लड़के को आतंकवाद के इलज़ाम में फसाने की साज़िश का पर्दाफ़ाश हुआ है. एक औरत से बदला लेने के इरादे से एक वकील जिसका नाम मुकेश कुमार निम् है ने उसके दामाद को आतंकवाद के इलज़ाम में फसाने की कोशिश की, इस घिनौने काम के लिए उसने अपने भतीजे का सहयोग लिया और पूरी कोशिश की कि किसी भी तरह से एक निर्दोष को आतंक के इलज़ाम में फंसा ले. टाइम्स ऑफ़ इंडिया में छपी रिपोर्ट के मुताबिक़,40 वर्षीय कुमार जो बसपा का नेता भी है, ने गीता और उसकी दो बेटियों की मदद एक ऐसे वक़्त पे की थी जब वो काफ़ी परेशान थी. गीता की बड़ी बेटी मीनाक्षी ने बाद में ख़ालिद से शादी कर ली. किसी बात से नाराज़ मुकेश ने गीता और उसके ख़ानदान को सबक़ सिखाने के लिए एक घिनौना प्लान बनाया, मुकेश का भतीजा जो साइबर कैफ़े चलाता है से मिलकर उसने ख़ालिद की आईडी पर सिम कार्ड निकलवा लिया, उस सिम से उन लोगों ने बम की धमकिया देते हुए आगरा पुलिस को फ़ोन किया और तमाम इस तरह के फ़ोन किये पहले तो एटीएस ने ख़ालिद और उसके दोस्

दलित - मुस्लिम गठबंधन की दिशा में अहम पहल (Dalit -Muslim ittehad ki semat pesh ruft.)

दलित - मुस्लिम गठबंधन की दिशा में अहम पहल (Dalit -Muslim ittehad ki semat pesh ruft.) Iss haqiqat se inkar nahi kia jaa sakta k hydrabad central university k ek hostel mein dalit research scholer rohit vemula ki khudkushi k waqeya ( ghatna ) ne mulk k dalit , aqliyat aur kamjor tabqe ko ye sonchne par mazboor kar dia hai k oon logon ne mut_tahid aur monazaam ( aapas mein sangathit) ho kar apne aaini aur samaji ( sawaindhanik aur samaji )  haqooq ( Adhikar) k tahaffuz ( suraksha) k liye jamhuri ladai ( loktantrik ladai) jald shuru nahi to mulk mein nihayat tezi se sar ubharne wali firqaparast taqaten ( sampardaik taqatein ) unhe hashiye ( sunya , Zero ) par dhakelne se baaz nahi aayengi..... Rohit vemula k mamle ko lekar mulk_dir tahrik ( desh bhar mein Aandolan )chalane mein sirf dalit toloba wa talebat ( chhtr aur chhatrayen) he aage aage nahi nahi hain balki bayen baju najaryat k alambardar toloba wa talebat aur har tabqa k insaaf aur aman pasand toloba bhi badi tadad mein sham

ब्रिटेन: मुस्लिम समझा रहे हैं गैर मुस्लिमो को इस्लाम का सही अर्थ

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ब्रिटेन: मुस्लिम समझा रहे हैं गैर मुस्लिमो को इस्लाम का सही अर्थ POSTED BY TEAM DIGITAL ON FEBRUARY 8, 2016 IN विदेश | VIEWS लंदन । समूचे यूरोप और ब्रिटेन में इस्लाम को लेकर फैलते डर को दूर करने के उद्देश्य से ब्रिटेन की लगभग 90 मस्जिदों ने एक खुले सत्र का आयोजन किया ताकि नकारात्मक खबरों से परे जाकर इस्लाम के अर्थ को सही मायनों में समझाया जा सके। इस पहल को पिछले साल मुस्लिम काउंसिल ऑफ ब्रिटेन ने शुरू किया था। इस साल इस पहल में लगभग दोगुनी मस्जिदों ने शिरकत की। लंदन, बर्मिंघम, मैनचेस्टर, लीडस, ग्लासगो, कार्डिफ, बेलफास्ट, प्लेमाउथ और कैंटरबरी की मस्जिदों ने हैशटैग विजिट माई मॉस्क कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। एमसीबी ने एक बयान में कहा, इन खुले सत्रों के द्वारा मुस्लिमों को एक मंच मुहैया कराया गया कि वे अपने साथी ब्रितानी नागरिकों को नकारात्मक सुर्खियों से परे जाकर अपने धर्म और समुदाय के बारे में सही जानकारी दे सकें। इसने पिछले महीने के एक बयान में कहा था, स्थानीय मस्जिदें अंतर-धार्मिक नेताओं को भी इन सत्रों में आमंत्रित करेंगी और उन सभी से कहा जाएगा कि वह अपनी एकता और अखंडता को प्र

ब्रिटेन: मुस्लिम समझा रहे हैं गैर मुस्लिमो को इस्लाम का सही अर्थ

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ब्रिटेन: मुस्लिम समझा रहे हैं गैर मुस्लिमो को इस्लाम का सही अर्थ POSTED BY TEAM DIGITAL ON FEBRUARY 8, 2016 IN विदेश | VIEWS लंदन । समूचे यूरोप और ब्रिटेन में इस्लाम को लेकर फैलते डर को दूर करने के उद्देश्य से ब्रिटेन की लगभग 90 मस्जिदों ने एक खुले सत्र का आयोजन किया ताकि नकारात्मक खबरों से परे जाकर इस्लाम के अर्थ को सही मायनों में समझाया जा सके। इस पहल को पिछले साल मुस्लिम काउंसिल ऑफ ब्रिटेन ने शुरू किया था। इस साल इस पहल में लगभग दोगुनी मस्जिदों ने शिरकत की। लंदन, बर्मिंघम, मैनचेस्टर, लीडस, ग्लासगो, कार्डिफ, बेलफास्ट, प्लेमाउथ और कैंटरबरी की मस्जिदों ने हैशटैग विजिट माई मॉस्क कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। एमसीबी ने एक बयान में कहा, इन खुले सत्रों के द्वारा मुस्लिमों को एक मंच मुहैया कराया गया कि वे अपने साथी ब्रितानी नागरिकों को नकारात्मक सुर्खियों से परे जाकर अपने धर्म और समुदाय के बारे में सही जानकारी दे सकें। इसने पिछले महीने के एक बयान में कहा था, स्थानीय मस्जिदें अंतर-धार्मिक नेताओं को भी इन सत्रों में आमंत्रित करेंगी और उन सभी से कहा जाएगा कि वह अपनी एकता और अखंडता को प्र

‘आतंकी समझकर सिर में डाल दी माइक्रोचिप, निकलवा दो’ – मोहम्मद इकबाल

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‘आतंकी समझकर सिर में डाल दी माइक्रोचिप, निकलवा दो’ – मोहम्मद इकबाल आतंक व देशद्रोह के आरोपों में जेल में बंद अब्दुल रहमान उर्फ मोहम्मद इकबाल उर्फ मौलाना को विशेष न्यायाधीश ने सुबूत के अभाव में बरी कर दिया। जज एसएएच रिजवी ने बृहस्पतिवार को इकबाल की रिहाई का आदेश देते हुए कहा कि उसके खिलाफ जो भी सुबूत पेश किए गए वे नाकाफी हैं। अदालत के फैसले के बाद इकबाल को जेल से रिहा कर दिया गया। कोर्ट ने कहा कि इकबाल को पुलिस ने किसी घटनास्थल से गिरफ्तार नहीं किया तथा उसके पास से कोई अवैध वस्तु भी बरामद नहीं हुई। अपने 16 पन्नों के आदेश में अदालत ने कहा कि अभियोजन यह साबित करने में विफल रहा कि आरोपी इकबाल किसी आतंकवादी संगठन का सदस्य था अथवा किसी आतंकी गतिविधि में शामिल था। एसटीएफ को सूचना मिली थी कि कुख्यात आतंकी बाबू व नौशाद, जिनके पास खतरनाक हथियार व विस्फोटक हो सकते हैं। अमीनाबाद के किसी होटल में ठहरा था। इस सूचना पर 22 जून 2007 को एसटीएफ ने आरोपियों की गिरफ्तारी केलिए रेजीडेंसी व हाईकोर्ट तिराहे केपास घेराबंदी की। काफी देर केइंतजार के बाद सीएमओ ऑफिस की तरफ रिक्शे पर दो व्यक्ति जिनकेहाथ

खामोश मिजाजी तुझे जीने नहीं देगी , इस दौर में जीना है तो कोहराम मचा दो !!

                                               Minority Welfare Foundation                                                 ( माइनॉरिटी वेलफेयर फाउंडेशन )                                                मुसलमान पसमांदा और परीशान हाल अकलियतों को पसमांदा और परीशान हाल रखने की मुसलसल साजिश की जा रही है । उन्हें न अपने हकूक की खबर है , न अपने दुश्मनों की पहचान , वह नहीं जानते कि हुकूमतें उनके फलाही मंसूबों का एलान तो कर देती हैं , बजट में रकम दिखा कर अकलियतों को खुश भी कर दिया जाता है लेकिन न रुपया दिया जाता है और न उनका कोई काम होता है , तालीम के फरोग , इक्तेसादी तरक्की और समाजी बेहतरी के लिए हुकूमत ने मुख्तलीफ़ मंसूबों के तहत जो अरबों रूपये जारी भी कर दिए उन्हें मुख्तलीफ़ हिले बहाने से मुसलमान तक पहुँचने नहीं दिया जाता है और हमारे अरबों रूपये सरकारी अफसरों की नज़र हो जाते हैं । लेकिन ये तब तक होता रहेगा जब तक वह हमारी पूंजी खाते रहेंगे और हम चैन की नींद सोते रहेंगे । अगर हालात बदलना है तो हमें लड़ना होगा और उनकी मुठ्ठी में दबी अपनी रकम छीननी होगी ।अगर छोड़ देंगे तो ये साजशी लोग आप