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यरुशलम का शेख़ जर्राह, इसराइल-फ़लस्तीनियों के बीच विवाद की जड़ कैसे बना

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  पॉल एडम्स कूटनातिक संवाददाता, यरुशलम एक घंटा पहले इमेज स्रोत, PAUL ADAMS इमेज कैप्शन, समीरा दजानी और आदिल बुदेरी समीरा दजानी और आदिल बुदेरी का बगीचा रेत के मैदान के बीच बसे किसी मरु उद्यान की तरह दिखता है. इसराइल और फ़लस्तीनियों के बीच हिंसा भड़काने वाली ज़मीन के केंद्र में बसे उनके शांत दिखने वाले बगीचे में चारों तरफ बोगेनविलिया (कागज़ के फूल) की लताएँ, लैवेन्डर और कई तरह के फलों के पेड़ लगे हुए हैं. पूर्वी यरुशलम के शेख़ जर्राह में रहने वाले इस फ़लस्तीनी दंपति का एक मंज़िला घर उन 14 घरों में से एक है, जिनमें रहने वाले 28 परिवारों के सिर पर घर छोड़ कर जाने की तलवार लटक रही है. इसराइली सुप्रीम कोर्ट तक पहुँचे एक मामले के बाद यहूदियों की बस्तियों के लिए इस इलाक़े के 14 घरों रहने वाले क़रीब 300 लोगों को यहाँ से निकाला जाना है. ग़ज़ा पट्टी में फ़लस्तीनी चरमपंथी समूह हमास और इसराइल के बीच लड़ाई छिड़ने से पहले यरुशलम में हिंसा भड़की थी, जिस कारण इस प्रक्रिया को बीच में ही रोक दिया गया था. विज्ञापन लेकिन इनके सिर से ख़तरा अभी पूरी तरह टला नहीं है. छोड़कर और ये भी पढ़ें आगे बढ़ें और ये भी प

Darbhanga के इस गांव के लोग विकास को तलाश रहे ....

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ग्राम नैनघाट पश्चिमी वार्ड 13  पंचायत भलपट्टी जिला दरभंगा में विकास ?  

ब्लैक, व्हाइट, येलो फ़ंगस: क्या हैं ये तीनों फ़ंगल इंफ़ेक्शन और इन्हें कैसे पहचानें

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  कमलेश बीबीसी संवाददाता 41 मिनट पहले इमेज स्रोत, GETTY IMAGES भारत में कोरोना वायरस के मामले कुछ कम होने शुरू ही हुए थे कि अब लोगों पर कई तरह के फ़ंगल इंफ़ेक्शन का ख़तरा मंडराने लगा है. पहले तो ब्लैक फ़ंगस और व्हाइट फ़ंगस के मामले ही सामने आए थे लेकिन सोमवार को यलो फ़ंगस का एक मामला आने के बाद लोगों में डर और बढ़ गया है. उत्तर प्रदेश के ग़ाज़ियाबाद में हर्ष ईएनटी अस्पताल में एक ऐसा मामला सामने आया जिसमें तीन तरह के फ़ंगल इंफ़ेक्शन पाए गए, ब्लैक फ़ंगस, व्हाइट फ़ंगस और यलो फ़ंगस. दिल्ली पुलिस के इस जवान की तस्वीर के पीछे की पूरी कहानी स्मार्टफ़ोन, इंटरनेट को टीके के लिए ज़रूरी बनाना कितनी जानों के लिए जोखिम? हर्ष ईएनटी के प्रमुख डॉ. बीपीएस त्यागी बताते हैं कि ये अपनी तरह का बहुत दुर्लभ मामला है. उनके पास आए 59 साल के मरीज़ की जब जाँच की गई तो उसमें यलो फ़ंगस मिला जिसे मेडिकल भाषा में म्यूकर सेप्टिकस कहते हैं. डॉक्टर बीपीएस त्यागी बताते हैं, “ये फ़ंगस अमूमन रेप्टाइल्स यानि रेंगने वाले जानवरों में पाया जाता है. जितना मैंने पढ़ा और दूसरे डॉक्टर्स से बात की तो ये अपनी तरह का पहला मामला है.