अंग्रेजों के जरिये ढाए गए जुल्म को भी फीका कर गए आजाद हिन्दुस्तान के जालिम निगेह्बानों ने ? मुझे नंगा करके मेरे हाँथ पैर जंजीरों में जकड़ दिए गए , विशेष मकोका अदालत के जज के रूबरू आरोपी एहतेशाम सिद्दीकी की गवाही ...
उर्दू दैनिक पिन्दार पटना दिनांक 4/05/2013 ke page 11 से मुझे नंगा करके मेरे हाथ पैर जंजीरों में जकड़ दिए गए विशेष मकोका अदालत के जज के सामने आरोपी एहतेशाम सिद्दीकी की गवाही . मुंबई 3 मई (एजेंसी )विशेष मकोका अदालत के जज वाई डी शिंदे के रूबरू अपने ही खेलाफ दायर मुक़दमे में बतौर गवाह देफाह पेश हुए ,मुल्जिम एहतेशाम सिद्दीकी ने इन आरोपोयों को मुफ्त कानूनी सहायेता पहुंचाने वाली संस्था जमिअतुल उलुमाये हिन्द महारष्ट्र (अर्शद मदनी )के वकील शरीफ शैख़ की जानिब से आज तीसरे दिन भी सवालों के जवाब देते हुए कहा के मुझे 8 दिसंबर 2006 को बंगलौर के लेडी कर्जन अस्पताल नार्को टेस्ट के लिए ले जाया गया जहाँ मुझे मुझे एक कमरे में उल्टा लेटने के लिए कहा गया .जहाँ कमरे में पहले से ही डी सी पी नवल बजाज मौजूद थे .मुझे वहां सलाइन के जरिये इंजेक्शन भी लगाया गए , जिससे मैं बेहोश हो गया ..जब मुझे होश आया तो मुझे बैंगलोर एयरपोर्ट लेजाया गया मुंबई जाने के लिए ,उस वक़्त मेरे साथ ए सी पी शिल्के और एक कांस्टेबल थे . सफ़र के दौरान