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वाह भाई अपनी पुलिस की दाद देनी पडेगी की जैल मे इतना सुरक्षा कर्मी होने के बावजूद जैल प्रशासन की पुलिस उनको भागने से रोकने लीये नाकमीयाब होती है और 15 किलोमीटर दुर जाने के बाद सभी को मारगिराती है ।

Ahmed Nasib भोपाल जेल से फरार सभी आतंकियों को मार गिराया वाह भाई अपनी पुलिस की दाद देनी पडेगी की जैल मे इतना सुरक्षा कर्मी होने के बावजूद जैल प्रशासन की पुलिस उनको भागने से रोकने लीये नाकमीयाब होती है और 15 किलोमीटर दुर जाने के बाद सभी को मारगिराती है । कया जैल मे ऐक ही हेड कॉन्सटेबल तैनात रखते है ?हमारी मोदी सरकार की प्रशासन ऐसा है की जैल के सुरक्षाकर्मी को मारकर कोइ भी कैदी फरार हो सकता है ? यही है मोदी का सुशासन ? कया जनता को बेवकूफ समजते है ये मोदी सरकार और मीडीया ? जनता को बेवकूफ बनाओ तो ऐसे बनाओ की कीसी के गले और दिमाग मे बात उतरे !!! सीधे सीधा ये कहो कि बॉर्डर पर पाक की सेना हमारे जवान को हर दिन लुढ़काती है और 56" इंच के सीने की बोलती बंध करती है तो अपनी नाकामियांबी को छुपाने जनता का ध्यान मोड़ने की कोशिश मे मुस्लिम को आंतकवाद के नाम निशाना बना के ये फर्जी एनकाउंटर को अंजाम दीया हो ऐसा तो नही ? Like · 2 · Reply · Report · Today at 1:00am Prabha Singh अगर एमपी मे हुये मुटभेड़ फर्जी हे तो शिवराज और बगदादी मे कोई फर्क नही Like · 1 · Reply · Report · Today at 9:20am

“कल्कि अवतार” यानी पूरे ब्रह्मांड के मार्गदर्शक’ पैग़म्बर मुहम्मदसाहब’ हैं-पण्डित वेद प्रकाशविशेष।कल्की अवतार और इस्लाम” भारत में छपने वाली किताब”MUHAMMAD IN THE HINDU SCRIPTURES” जिसका हिन्दीअनुवाद “कल्की अवतार” के नाम से छापा गया इस किताब नेदुनिया भर में हल चल मचा दी है।

“कल्कि अवतार” यानी पूरे ब्रह्मांड के मार्गदर्शक’ पैग़म्बर मुहम्मद साहब’ हैं-पण्डित वेद प्रकाश विशेष।कल्की अवतार और इस्लाम” भारत में छपने वाली किताब ”MUHAMMAD IN THE HINDU SCRIPTURES” जिसका हिन्दी अनुवाद “कल्की अवतार” के नाम से छापा गया इस किताब ने दुनिया भर में हल चल मचा दी है। इस किताब में बताया गया है कि हिन्दुओं की धार्मिक किताबों में जिस “कल्कि अवतार” यानी आखिरी अवतार का वर्णन है वह आखिरी पैगम्बर मुहम्मद S% अब्दुल्लाह हैं। इस किताब के लेखक अगर कोई मुसलमान होता तो शायद अब तक जेल में होता और इस किताब पर प्रतिबंध लग चुका होता । मगर इसके लेखक “पण्डित वेद प्रकाश” ब्राह्मण हैं और इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से संबंधित हैं। वह संस्कृत के प्रसिद्ध विद्वान हैं। इन्होंने अपनी इस शोथपत्र को मुल्क के आठ प्रसिद्ध विद्वान पन्डितों के सामने प्रस्तुत किया, जो अपने विषय के विद्वान हैं। इन पन्डितों ने किताब के गहन अध्ययन और छानबीन के बाद ये स्वीकार किया है कि किताब में वर्णन किये गये सारे सुबूत उचित और मान्य हैं। इन्होंने अपनी शोध का नाम “कल्कि अवतार” यानी पूरे ब्रह्मांड का मार्गदर्शक रखा

उन आतंकवादियो के पास इतने कम समय में हथियार कहा से आये जब क़ि वो भागने की जल्दी में होंगे ???

Prabha Singh आतंक के नाम पर फिर आठ लोगो को मारा भोपाल पुलिस ने। सवाल नम्बर 1, वो आतंकवादी जेल से भागे कैसे ? सवाल नंबर 2 ,रात 2 बजे भागे आतंकवादी सिर्फ 10 की,मी ही क्यू जा पाये जबकि सुबह होने तक लगभग 4 घंटे यानी सुबह 6 बजे तक उनको 40 किमी तक निकलना चाहिए था ?? सवाल नम्बर 3, उन आतंकवादियो के पास इतने कम समय में हथियार कहा से आये जब क़ि वो भागने की जल्दी में होंगे ??? सवाल नम्बर 4, पुलिस ने उनको जिन्दा क्यू नही पकड़ने की कोशिश की ??? सवाल नम्बर 5, उनके पास कौन से हथियार थे जो पुलिस को सिर्फ मारना ही पड़ा ??? बीजेपी सरकार कही देश में आतंकवाद के नाम पर कोई माहौल तो नही बना रही है क्यू की बहुत जल्द उत्तर प्रदेश पंजाब और गोवा में चुनाव होने है ??? मै आतंकवादियो का समर्थन नही करता परंतु जो घटनाक्रम हुआ वोह संदेह पैदा करता है सरकार की शैली पर जबकि इनलोगो को तो मुक़दमे का फैसला जल्द से जल्द देकर कब का फाँसी दे देनी चाहिए थी। https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=731562886994667&id=100004228862116&refid=7&_ft_=qid.6348047512377873019%3Amf_story_key.2347408819940460223&

आवाजें आ रही थी, इसे ’72 हूरों के पास भेजों’ ‘उसका मुंह खून से लतपत था’– नजीब के दोस्त का बयान

[आवाजें आ रही थी, इसे ’72 हूरों के पास भेजों’ ‘उसका मुंह खून से लतपत था’– नजीब के दोस्त का बयान | UP UK Live] UP UK Live   Sunday, 30 October 2016 आवाजें आ रही थी, इसे ’72 हूरों के पास भेजों’ ‘उसका मुंह खून से लतपत था’– नजीब के दोस्त का बयान अमीर-गरीब की दिवाली का फर्क, देखिये वीडियो पुलिस ने बेवजह दोनों पैर से विकलांग मुस्लिम युवक को दी गाली, जमकर पीटा पाक हिंदू परिवार आना चाहता था भारत, बॉर्डर से लौटाया नई दिल्ली।जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी का एक छात्र नजीब अहमद 16 दिनों से लापता है। उसकी मां परेशान है, भाई और बहनों का भी बुरा हाल है। पूरा कैंपस में बैचेनी है, धरना प्रदर्शन और जांच बगैरा सब जारी है। पर अब तक लापता छात्र नजीब मामले में कोई कामयाबी नहीं मिली है और न कोई अहम सुराग। लेकिन गायब होने की घटना से एक दिन पहले तक नजीब अहमद के साथ घटी दर्दनाक और बेरहमी के तमाम साक्ष्य और पर्याप्त सबूत सामने आ चुके है मगर दिल्ली पुलिस और कॉलेज प्रशासन हाथ पे हाथ धरे बैठा है। वह किस लिए भी इसका भी जवाब सबको मालूम है कि सत्ताधारी पार्टी के छात्र संगठन के छात्रों का नाम होने की वजह से इस