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आज मुज़फ्फरपुर जिले के सरैया थानान्तर्गत अजीज़पुर गाँव गया और दोनों पक्षों के प्रत्येक पीड़ित परिवार से मिला। जो उन पर गुज़री उसकी जानकारी ली और उन्हें समुचित राहत पहुँचाने के लिए प्रशासन व राज्य सरकार से विशेष अनुरोध किया।

Nitish Kumar added 12 new photos.

आज मुज़फ्फरपुर जिले के सरैया थानान्तर्गत अजीज़पुर गाँव गया और दोनों पक्षों के प्रत्येक पीड़ित परिवार से मिला। जो उन पर गुज़री उसकी जानकारी ली और उन्हें समुचित राहत पहुँचाने के लिए प्रशासन व राज्य सरकार से विशेष अनुरोध किया।

मुज़फ्फरपुर की घटना मानवता पर कलंक है जिसकी जितनी निंदा की जाए, कम है। अकारण ही निर्दोष लोगों को मारा गया, जलाया गया, पीटा गया, घर में आग लगाई गई। लूट-पाट भी की गई...अकारण! ऐसी परिस्थिति में जो कुछ एक ग़रीब महिला शैल देवी ने अपने पड़ोसियों को बचाने के लिए किया वह साहस और मानवता की मिसाल है जिसे सदैव याद किया जाएगा ।

घटनाक्रम में जब एक बच्चे का शव मिला, उसके तुरंत बाद जितनी तेज़ी से बड़ी संख्या में उपद्रवी इकट्ठा हुए, यह जाँच का विषय है | कहीं-न-कहीं से कुछ ऐसी शक्तियाँ थीं जो घटनाक्रम पर नज़र बनाए हुए थीं और मौका मिलते ही इकट्ठा होकर मारने-काटने का स्वर निकालने लगीं । शव मिलने के तुरंत बाद उपद्रवी गाड़ियों पर सवार होकर तेज़ी से जुटे। लगता है कि कोई-ना-कोई साज़िश है | इसकी जाँच हो और कोई दोषी और साजिशकर्ता बख़्शे नहीं जाएँ।

घटना के बारे में पूरा विवरण लेने पर ऐसा लगता है कि उनकी योजना बड़े पैमाने पर अराजकता और मार काट करवाने की थी जिससे बिहार में सांप्रदायिक आग फ़ैल जाए । अतः हर दृष्टिकोण से जाँच होनी चाहिए।

पटना में मुझे पुलिस के अधिकारियों और पार्टी के साथियों से पूरी जानकारी में लगातार मिल रही थी। सभी लोग शांति बहाल करने में लगातार प्रयासरत थे। मैं तत्काल आकर स्थिति को सामान्य बनाने का प्रयास करना चाहता था परन्तु तबीयत ख़राब होने के कारण नहीं आ सका | मेरी जानकारी के अनुसार आगजनी की खबर मिलते ही स्थानीय प्रशासन ने तत्परता और मुस्तैदी से हस्तक्षेप किया और सरकार ने संवेदनशीलता के साथ त्वरित कार्रवाई की। डी एम और एस पी बिना समय गँवाए पहुँच गए और उन्होंने अपने बल-बूते सबकुछ सँभालना शुरु किया | आश्चर्य है कि वहीं पर स्थित स्थानीय पुलिस समय पट क्यों नहीं पहुँच पाई ! ये इरादतन नहीं पहुँच पाये, भय से नहीं पहुँच पाए, या पहुँचना चाह रहे थे पर रास्ते में रोक दिये गए... इन सभी पहलुओं की तहकीक़ात की जा रही है।

अकारण लोगों की जान गई और बड़े पैमाने पर लूटपाट की गई, हर तरह से बड़ी क्षति हुई है। आवश्यक है कि पीड़ित परिवारों को मुआवज़ा दिया जाए और क्षतिपूर्ति की जाए | प्रशासन ने इसका विस्तृत सर्वेक्षण करवाया है ।

मैं प्रत्येक पीड़ित परिवार से मिला और पूरी जानकारी ली। लोगों ने क्षति का पूरा विवरण दिया है । इनकी समुचित भरपाई की जाएगी, ऐसा मेरा विश्वास है। घायलों के इलाज के विशेष इंतज़ाम भी किए गए हैं। डॉक्टरों की टीम और पर्याप्त मात्रा में दवाओं का भी इंतज़ाम किया गया है। जिन लोगों का सबकुछ उजड़ गया है उनके भोजन आदि का भी समुचित प्रबंध किया गया है। हमने प्रशासन से आग्रह किया है कि इनके घरों को पुनः बनवाया जाय और आर्थिक मदद भी की जाय।

इस घटना ने समाज को शर्मसार किया है परन्तु ऐसी परिस्थिति में सद्भाव को बनाए रखने के लिए दोनो पक्षों से जिन लोगों ने काम किया है उनकी प्रशंसा होनी चाहिए। शैल देवी को पुरस्कृत किया गया है। समाज भी इनके काम को सराह रहा है और मीडिया के माध्यम से भी उन्हें सराहना मिल रही है।

हम सबसे शांति और सद्भाव की अपील करते हैं | लोगों को मिलजुल कर रहना है, इसका कोई विकल्प नहीं हो सकता | यह जानकार संतोष हुआ कि जो लोग घर छोड़ कर भागे थे, वे लौट आए।

मैंने लगातार कहा है कि अपने मंसूबों को पूरा करने के लिए कुछ तत्व बिहार में सद्भाव का माहौल बिगाड़ने की कोशिश में जुटे हैं । मैंने अपनी पार्टी के साथियों और कार्यकर्ताओं से संकल्प कराया है कि किसी भी हाल में बिहार में सद्भाव और भाईचारे के माहौल को बिगड़ने नहीं देंगे | इस घटना में पार्टी के साथियों ने इस संकल्प को पूरा करने का प्रयास किया | सूचना मिलते ही साथीगण शांति बहाल करने और पीड़ितों की मदद करने पहुँचे। अगर उत्पाती उपद्रव की साजिश से एकजुट थे तो पार्टी के साथी लोगों की सहायता करने में एकजुट थे । साथ ही डी एम और एस पी ने कुशल और मुस्तैद संचालन का परिचय दिया | यह शान्ति और सौहार्द के प्रति सजगता का परिचायक है।

बिहार में भाईचारे और शान्ति के माहौल को खराब करने की किसी भी साजिश को हम कामयाब नहीं होने दें, सजग रहें, लोगों की मदद के लिए तैयार रहें और प्रशासन से अपेक्षा रखें कि ऐसी घटना में साजिशकर्ता जल्दी पकड़े जाएँ, उन्हें कड़ी सजा मिले और साथ ही भविष्य में इस तरह की साजिशें विफल की जाएँ |
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Sudhanshu Ranjan

we should known by people not by religion
Like1ReplyMoreYesterday at 11:37

Ranjit Prabhaker

ये वही लोग है जो बिहार के माहौल को बिगड़ कर बिहार को बदनाम करना चाह रहे हैं ।
भावनाओ और वोट ले लूटेरे हैं जब जब बिहार के धरती पैर इन लोगो के कदम पड़े कोई न कोई बड़ा घटना हुई जैसे आरा और मुज़्ज़फरपुर घटना । कंही फिर तो अस्थियों को घुमाने का विचार तो नहीं । विचारना होगा कोई बड़ा लोचा तो है ।
Like1ReplyMoreYesterday at 10:21

Ranbir Nandan

लोकसभा की रट लगा रहे हैं । विधान सभा के उपचुनाव में एक महिनें के अंदर हीं पता लग गया कि भाजपा कहां पर है। रह गई नीतीश जी के गुणगान की बात, आपको गलतफहमी है, अभी भी बिहार के जनमानस में नीतीश कुमार हीं रचे बसे हैं । भाजपा बिहार में भारी दंगा फसाद की साजिश रच रहीं है। योगी आदित्‍यनाथ वैशाली आते हैं, तो दंगा फसाद हो जाता है। अमित शाह बिहार आते हैं तो पहले हीं दंगा फसाद हो जाता हैं। अमित शाह झूठ बोलते है कि वे पहली बार बिहार पहुंचे । जब तड़ीपार थे तो पटना में हीं गोपनीय रूप से रहते थे। उसी दौरान वे गया में अपने पितरों का पिंड दान भी किये थे। क्‍यों झूठ बोलते हैं कि पहली दफा बिहार आये हैं, कहना चाहिए था की जब नीतीश कुमार मुख्‍यमंत्री थें तो चोरी छिपे अनेकों बार बिहार आयें। उन्‍हें नीतीश कुमार जी को साधुवाद देना चाहिए क‍ि उनके मुख्‍यमंत्री काल में गया में अपने पितरों का पिंड दान किया। मान्‍यवर नीतीश कुमार जी के विरोध में बोलना कुछ लोगो का फैशन हो गया है, याद रखिए बिहार का विधानसभा चुनाव लोकसभा के जैसा नहीं होने वाला है। आज भाजपा को स्‍वर्गीय कर्पूरी ठाकुर जी का जन्‍मदिन याद आ रहा है। इसक मतलब यह हुआ कि भाजपा अभी भी समाजवादी चिंतन का सहारा लेने के फिराक में है। जे.पी. जयंती को भाजपा बड़े साधारण रूप से अपने कार्यालय में मनाती है। यहां भी भाजपा समाजवादी चिंतन को बटोरना चाहती हैं। 1967 हो या 1977 या 2005, भाजपा ने चालाकी पूर्वक समाजवादी प्‍लेटफार्म पर चढ़कर स्‍व. कर्पूरी ठाकुर जी के मंत्रिमंडल में शामिल हुई एवं 1977 के बाद 2005 में मान्‍यवर नीतीश कुमार जी के साथ मंत्रिमंडल में शामिल हुई । इतना भाजपा में दम था तो 1977 के बाद क्‍यों नहीं अकेले बिहार में सरकार बनाई। भ्रम में नहीं रहना चाहिए। तुलनात्‍मक अध्‍ययन करना चाहिए। यह मानिये कि मान्‍यवर नीतीश कुमार जी की बराबरी छपास रोग से ग्रसित एवं अनुकंपा के आधार पर स्‍थापित होने वाले नेता सुशील मोदी एवं नंदकिशोर यादव नहीं कर सकते। इंतजार कीजिये। जादू खत्‍म हो रहा है। विधानसभा का चुनाव प्रमाणित केरगा।
LikeReplyMoreYesterday at 11:08

Ranbir Nandan

स्‍वामी विश्‍वरंजन जी को साधुवाद । उनके शब्‍द सबकी भावना को समझना व दुख की घड़ी में जरूर पूछना सबसे बड़ी इंसानियत है ने मन को झकझोरा हैं । मान्‍यवर नीतीश जी सर्व धर्म सम्‍भाव वाले व्‍यक्ति है। वे पीड़ीत हिन्‍दु परिवार में भी गए एवं पीड़ीत मुसलमान परिवार के यहां भी गए। मान्‍यवर नीतीश जी सदभावना कैसे बहाल हो, इस हेतु गए क्‍योकिं यहीं राजधर्म है। अब कुछ म‍तिभ्रम लोग इन बातों कि आलोचना करते हैं तो उन्‍हें जवाब देना आवश्‍यक प्रतित नहीं होता। ऐसे तथाकथित लोगों को कम से कम मान्‍यवर नीतीश जी के द्वारा किये गए कार्यो को अवश्‍य स्‍मरण करना चाहिए। मा. नीतीश जी ने जीतन राम मांझी जी को मुख्‍यमंत्री बना दिया । भारत के इतिहास में आजतक ऐसा उदाहरण नहीं हैं, कि जिस व्‍यक्‍ित ने किसी को मुख्‍यमंत्री के पद से सुशोभित करा दिया, वहीं व्‍यक्ति बनाने वाले का हीं आलोचना कर रहा हों। राजनीति में सबकुछ स्‍वीकार्य है, इसका उदाहरण भाजपा ने अच्‍छा दिया है, कि अाज भाजपा मे अस्‍सी प्रतिशत Borrow प्‍लेयर हैं । कैडर बेस्‍ड पार्टी अपने वास्‍तिविक चिंतन को भूल चुकी है और दूसरे कि आलोचना करती है। जब अटल जी जैसे व्‍यक्ति की सरकार जा सकती है, तो ये नरेन्‍द्र मोदी किस खेत के मूली हैं। सुशील मोदी, नीतीश जी के बारे में मर्यादा विहीन बयान हमेशा देते रहते हैं। क्‍या नीतीश जी, सुशील मोदी के संदर्भ में मर्यादा विहीन बयान कभी देते हैं क्‍या । फारवर्ड कम्‍यूनिटी में नीतीश कुमार की जितनी स्‍वीकार्यता हैं, क्‍या सुशील मोदी की हैं। भाजपा में हीं स्‍वर्गीय डा. शैलेन्‍द्र नाथ श्रीवास्‍तव, डा. सी.पी.ठाकुर, गोपाल नारायण सिंह, स्‍व. ताराकांत झा सहित अनेकों फारवर्ड नेताओं को ध्‍वस्‍त करने का काम सुशील मोदी- नंदकिशोर यादव की जोड़ी ने किया। इसकी भरपाई कौन करेगा। इस जन्‍म में तथाकथित ये भाजपाई मान्‍यवर नीतीश कुमार की उंचाई को कभी नहीं पकड़ पायेंगे।
LikeReplyMoreYesterday at 11:03

Asha Ram

हमारे नितीश जी एकदम साफ सुथरी छवि के नेता नो दाग नो धब्बा
Like76ReplyMoreFriday at 23:34

Syed Umar Ashraf

क्या गजब की जगह हैं मस्जिद और मंदिर...गरीब बाहर भीख मांगते हैं और अमीर अंदर !
Like61ReplyMoreFriday at 23:35

Binod Kumar

मुजफ्फरपुर दंगों में दस मुस्लिम समुदाय के लोगों की जान बचाने वाली शैल देवी को 51,000 रुपए की मदद के साथ सम्मानित किया बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने। शैल देवी जैसे लोग निश्चित रूप से सर्व धर्म समभाव की एक मिसाल है। दोस्तों मुजफ्फरपुर की घटना निश्चित रूप से आने वाले चुनाव के पहले माहौल खराब करने और सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के उद्देश्य से मोदी ब्रिगेड के द्वारा प्रायोजित जान पड़ती है। पर महत्वपूर्ण सवाल है कि क्या हम सभी मोदी ब्रिगेड के बिछाए जाल में फंस जाएंगे या शैल देवी की तरह मोदी ब्रिगेड को मुंह पर जोरदार तमाचा जड़ेंगे!!!
EditedLike53ReplyMoreYesterday at 12:29

Bhushan Kumar

आप की धर्मनिरपेक्षता का आग लगे तिन मुस्लिम की हत्या पर आपने भेंट करने पीड़ित परिवारों से उनके घर गये।लेकिन कुछ दिनों पहले पटना एवं जहानाबाद में चार निषादों की हत्या हुई आप नहीं गये क्योंकि वे लोग हिन्दू थे यही आपका धर्मनिरपेक्षता है
Like38ReplyMoreYesterday at 03:52

Bikas Kumar

B J P भक्तो से कुछ सवाल :

(1)क्या अपके खाते मे 15 लाख आया ?

(2)क्या पाकिस्तान को कडा जबाव मिला ?

(3)क्या महगाई कम हुई ?

(4)क्या भ्रष्टाचार कम हुआ?

(5)क्या बलात्कार कम हुआ ?

(6)क्या महिलाओं की सुरक्षा के लिये कडे कनून बनाएँ ?

(7)क्या धारा 370 हटाये ?

(8)क्या रेपिस्ट मंत्री निहालचंन्द को जेल हुई?

(9)क्या यूरिया खाद सस्ती हुई ?

(10) क्या बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिला?
(11) एक सिगरेट बनाने वाला व्यापारी करोडपति होता है? पर दिन रात मेहनत करके आनाज पैदा करने वाला किसान क्यों गरीबी की मार झेल रहा है ?

सोचो भक्तों सोचो
.
.
अभी समय है बदल जाओ झूठे वायदों में न पडो जागरुक नागरिक बनो नीतीश जी का साथ दो

हर बिहारी कहे दिल से, नीतीश जी फिर से।
BIHAR में ONLY FOR NITISH
Is msg ko pura falao or bihar se BJP ko bhagao.
Like30ReplyMoreYesterday at 10:55

Sanjiv Kumar

आज संयोग ही हे कि दिल्ली चुनाव के बीच मेँ अमित शाह जी को बिहार कि याद आ गई ओर आज आपका पोस्ट आया यूपी ने इन लोगो का हौसला बढ़ाया यदि पूरी ताकत के साथ इनका मुकाबला न किया किया ओर चुनाव से पहले जो मुख्य अभियुक्त हे सलाखोँ के पीछे न धकेल गया तो आग लगते देर न होगी
EditedLike23ReplyMoreYesterday at 00:29

Sanjay Singh

bhai jo v he but ek imandar neta to hai nitish kumar...
Like23ReplyMoreFriday at 23:53

Ranjan Kumar Rawat

ye jinho ne v kiya bahut dukhad h . nitishji bihar ek bar phir se usi rah par ja rha h jaha se aapne nikala tha. bihar ko ek bar phir se aapki jarurat h. Nitish kumar Jindabad bihar jindabad.
Like18ReplyMoreFriday at 23:46

Samagra Yadav

Bolo jawano haala bol .modi ka kaar doo daba gol.
Like14ReplyMoreFriday at 23:36

Satish Kanaujiya

plz don't politicise this issue . Find the reality and who is behind this riot also take tough action against them.
Like13ReplyMoreYesterday at 00:58

Er A. Haque Syed

shailli devi ko jazba Ka mere Taraf Salam
Like12ReplyMoreFriday at 23:32

Arjun Sharma

जिस तरह सम्पूर्ण गाँव बाले को दोषी मानकर सभी के ऊपर उस अपराधी के समुदाय से जुड़े होने के कारन ही दण्डित करने की भावना से सभी के घरों की महिलाओं और बच्चों को बहार निकाल कर आग लगा दिया गया यह निकृष्ट जंगली दानवी प्रवृति दिखती है। इंसानियत को शर्मसार करती है। मानवीय प्रेम को कभी त्याग कर स्वस्थ समाज का निर्माण नही कर सकते।
Like10ReplyMoreYesterday at 06:35

Syed Danish Emam

Na jane kis ki nazar lag gyi is mulk ko jo har din har waqt insaan sahme huye rehte hain....Aakhir kab khatm hogi ye sampradayik dange? Are bhaiyo sab mil k raho kya milega danga fasaad kar ke aur kara k?
Like8ReplyMoreYesterday at 03:13

Nitesh Ranjan

Bhadkau janta party ka agla mission bihar hy or ye party itihas hi raha hy danga karakar sampradayik mahaul banakar jeet hasil karna chahe iske janm ki bat ho ya iske pure sasankal ki agla mission bihar hy or shah namak sampradayik virus faylne wala hy lekin aysa karke vo bhul karenge kyoki ye bihar hy or yaha nitish namak antyvirus bahut strong hy
Like8ReplyMoreYesterday at 01:10

Niranjan Kumar

अमित शाह बिहार आये देश की बडी पार्टी के नेता है लेकिन घटना वाली जगह जाना मुनासिब नही समझा बस किसी तरह चुनाव जीतना है क्यो शाह जी
Like8ReplyMoreYesterday at 00:13

Pankaj Mehta

------ कूछ जोक भी हो जाय ------

1. DOG सड़क पे उल्टा पड़ा था तो लोग
उसकी पूजा करने
लगे....क्यों ??

क्योकि DOG उल्टा GOD होता हैँ...

2. बैगन खाने का मन करे तो कहा से खाय ??

"कुशवाहा जी" के बैगन... चूरवले बिया रात मे...

3. मरे हुए व्यक्ति के मुँह मेँ
क्या डालना चाहिए??

बिड़ला सीमेन्ट.... क्योकि इस
सीमेन्ट मेँ जान है...

4. 13 का घनमूल क्या है??

सुरूर,क्योकि 13...13...13...=
सुरूर...

5.
जो लड़की कभी नही हँसती उसे
क्या कहेगेँ??

"हसी-ना"

6. जिसका दिल टूट जाता उसका GK कमजोर
होता है??
क्योकि, जब दिल ही टूट
गया तो GK क्या करेगा....

7. अगर 2 पीपल के पेड़
को रस्सी से
बाँध दिया जाये तो उस
रस्सी को क्या कहेगेँ??
नोकिया - कनेक्टिगं पीपल...

Pankajmehta.com
Like7ReplyMoreYesterday at 08:13

RavindraKumar Nirala

माननीय पूर्व मुख्यमंत्री नितीश कुमार जी के द्वारा शैल देबी को बधाई देने से समाजी सद भावना वाले व्यक्तियों का मनोबल बढेगा भविष्य में ओर शैल देबी होगें।
Like7ReplyMoreYesterday at 08:13

Samsad Alam

Labo pr hum saja ke ayate kuran nikle hai.
Watn pe mrne mitne ka liye arman nikle hai.
Jamana gr tula hai Jan lene pe to kya darna.
Hatheli pr saja ke hum bhi apni Jan nikle hai.
Like7ReplyMoreYesterday at 03:19

Shahid Nizam

Is ghatna k liye bihar sarkar v jimewar hai. Jab etne sare log hathiyar k sath ekktha ho rhe the to police kaha thi. Jab gaon ko gher kr jalaya ja raha tha to kaha thi police. Jab aurton ki ijjat luti ja rahi thi tb kaha thi police. Jab gharo ko luta ja raha tha to kaha tha police. Hume to isliye marne ko chhod diya gya qki hum Muslim hai. Kya yahi insaf honi chahiye humare sath. Ye desh jitna tera hai RSS walo utna humara v hai. Humara v khoon gira tha desh ko azad karane me.
Like7ReplyMoreYesterday at 00:03

Rambabu Sah

बिहार को आपकी जरूरत है
Like7ReplyMoreYesterday at 00:00

अजित कुमार शुक्ल

नितीश जी क्या इस देस मे सिर्फ पिछड़ें वर्ग के ही लोग रहते है जो सारे जनप्रतिनिधि उनकी ही बाते करते हैं स्वर्ण लोग क्या इस देस के नागरिक नहीं हैं जो उनके लिए कोई भी योजना नहीं है । आप लोग आरक्छ्ण सिर्फ आप लोगों द्वारा जो पिछड़ा वर्ग बनाया गया है उसे ही क्यो देना चाहते हैं क्यो हम आधिक नंबर लाकर भी पीछे रह जाते हैं क्या हमे कमाने का हक नहीं ।
Like6ReplyMore10 hours ago

Biplu Singh

"अकारण ही निर्दोष लोगों को मारा पिटा गया"- क्या बोल रहे हैं। एक लड़के की हत्या हुई उसकी प्रतिक्रिया में ये सब हुआ। कोशिस कीजिये आगे से किसी लड़के की हत्या न करे कोई।आप भी वोट ही बना रहे हैं उल्टा पुल्टा बोलके।
Like5ReplyMoreYesterday at 08:48

Ramsagar Singh

उपर से हैं धवल मगर,
अंदर के हैं काले,
धर्म, दया,मानवता भूले,
धर्मों के रखवाले...!
Like5ReplyMoreYesterday at 06:59

Samsad Alam

Musalmano ek ho jao nek ho jao ye firke ki ladai ko band karo aur kalme ki bunyad pe ek hojao agr hum 25 karor musalman ek hoye na to kisi ma nahi jani jo hamare ma bahno ke tarf ankh utha ke bhi dekhe musalmano hamari safo me intesar hai ittehad paida karo
EditedLike5ReplyMoreYesterday at 03:25

Md Perwez Siddiqui

Nitish kumar ji Aap sirf jubani baat na karen ,,aap CBI enquiry karayen hamlog apse yahi chahten hain..
Like5ReplyMoreYesterday at 02:14

Mohammad Ali Madinah Al-Munawarah

Bahut khub janab Wazer e Aala sahab.
Qanoon ko apne hath me lenewalon ke sath sakht se sakht karwae ki jay khah wo kisi bhi firqey se taluq rakhte hon.
Main manta hun keh aaj bhi hamara bihar firqa parasti se paak hai.
Iske bawajud aap se guzarish he ki Hindu Muslim ittahad per zor diya jay.
Shukriya.
Like5ReplyMoreYesterday at 01:47

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