देश को और बेहतर बनाने का यही सही समय है

 

  1. मोदी का संबोधन ख़त्म, कहा- देश को और बेहतर बनाने का यही सही समय है

    लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन खत्म हो गया है.

    75वेँ स्वतंत्रता दिवस के अपने भाषण में मोदी ने किसानों, लड़कियों और युवाओं के लिए कई अहम घोषणाएं कीं. साथ ही उन्होंने देशवासियों से अपील की कि आने वाले 25 सालों में सभी को साथ मिल कर देश को प्रगति की राह पर ले जाना है.

    उन्होंने कहा कि "यही सही समय की कि हम लोग अपनी कोशिशें तेज़ करें और देश को और आधुनिक और, और बेहतर बनाएं ताकि आने वाले वक्त में लोग इस दौर को याद करें."

  2. मोदी का ऐलान - अब सैनिक स्कूलों में पढ़ सकेंगी लड़कियां

    मोदी ने ऐलान किया कि देश के सभी सैनिक स्कूलों में अब लड़कियां पढ़ सकेंगी.

    उन्होंने कहा कि "कुछ वक्त पहले मिज़ोरम के एक सैनिक स्कूल में लड़कियों को प्रवेश देने का परीक्षण शुरु किया था, जिसके बाद अब सरकार ने फ़ैसला किया है कि देश के सभी सैनिक स्कूलों कों अब देश की बेटियों के लिए खोल दिया जाएगा."

  3. ब्रेकिंग न्यूज़लाल क़िले से पीएम मोदी बोले- भाषा की वजह के देश की बड़ी प्रतिभा को पिंजरे में बाँध दिया है

    75वें स्वतंत्रता दिवस के मौक़े पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल क़िले के प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए मातृभाषा की प्राथमिकता पर ज़ोर दिया.

    पीएम मोदी ने कहा, ‘’भाषा की वजह के देश की बड़ी प्रतिभा को पिंजरे में बाँध दिया है. मातृभाषा में लोग आगे बढ़ सकते हैं. मातृभाषा में लोग पढ़कर आगे बढ़ेंगे तो उनकी प्रतिभा के साथ न्याय होगा. नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति भी ग़रीबी के ख़िलाफ़ लड़ाई में बड़ा शस्त्र बनकर सामने आने वाला हैक्योंकि इसमें लोगों की प्रतिभा को जगह दी गई है. मातृभाषा का महत्व है. उसकी प्रतिष्ठा है. खेल के मैदान में भाषा रुकावट नहीं बनी. युवा हमारे खेल भी रहे हैं और खिल भी रहे हैं. नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में खेल को अहमियत के साथ शामिल किया गया है. जीवन में संपूर्णता के लिए खेलकूद का होना बहुत ज़रूरी है.’’

    नरेंद्र मोदी
  4. लाल क़िले से पीएम मोदी का नारा- छोटा किसान बने देश की शान

    प्रधानमंत्री मोदी ने लाल क़िले से कहा, ‘’देश का किसान छोटा किसान है. पहले देश की नीतियों में छोटे किसानों के लिए नीतियां नहीं थीं. लेकिन अब देश में कृषि सुधार किए जा रहे हैं. फसल बीमा में सुधार जारी है. छोटे किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड मिले. सोलर योजनाएं प्रभावी हों. हर छोटे-छोटे किसान को ध्यान में रखते हुए पीएम कृषि सम्मान योजना चलाई जा रही है. छोटा किसान बने देश की शान- ये हमारा सपना है. आने वाले वर्षों में देश के छोटे किसानों की ताक़त बढ़ानी होगी.’’

    लाल क़िला
  5. पीएम मोदी ने आने वाले 25 सालों के लिए देश को दिया नया लक्ष्य

    अब सैनिक स्कूलों में पढ़ सकेंगी लड़कियां

    मोदी ने ऐलान किया कि देश के सभी सैनिक स्कूलों में अब लड़कियां पढ़ सकेंगी.

    उन्होंने कहा कि "कुछ वक्त पहले मिज़ोरम के एक सैनिक स्कूल में लड़कियों को प्रवेश देने का परीक्षण शुरु किया था, जिसके बाद अब सरकार ने फ़ैसला किया है कि देश के सभी सैनिक स्कूलों कों अब देश की बेटियों के लिए खोल दिया जाएगा."

    14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस

    प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अब से हर वर्ष 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में याद करने का फ़ैसला किया है.

    उन्होंने कहा, "जिन लोगों ने उस दौरान मुसीबतें झेली हैं और जिन्हें उस वक्त अंतिम संस्कार तक नसीब नहीं हो सका, 14 अगस्त को उन लोगों को याद किया जाएगा."

    आने वाले 25 सालों के लिए दिया नया लक्ष्य

    जब पूरी दुनिया कोरोना महामारी झेल रही थी उस वक्त भारत ने कोरोना वैक्सीन बनाई और लोगों को देने का काम किया. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं होता तो कल्पना की जा सकती है कि भारत का क्या हाल होता.

    महामारी के समय जिस तरह से भारत ने लोगों को मुफ्त अनाज दिया है, ये दुनिया के चर्चा का विषय है.

    उन्होंने कहा, "महामारी के दौरान दूसरे देशों की तुलना में भारत में कम लोग संक्रमित हुए हैं और हम कई जानें बचा सके हैं. समृद्ध देशों की तुलना में हमारी व्यव्स्था कम है और जनसंख्या अधिक है. लेकिन ये हमारे लिए पीठ थपथपाने का विषय नहीं है, हमें और बेहतर काम करना है."

    अब से लेकर आज़ादी के सौ साल तक भारत अपना अमृत काल मनाएगा. अमृत काल देश के लिए एक नया लक्ष्य है जो 25 सालों का है जिस दौरान हमें देश के विकास के लिए काम करना है.

    पीएम मोदी ने कहा, "अमृत काल का लक्ष्य है ऐसे भारत का निर्माण जहां सुविधाओं का स्तर गांव और शहरों को बांटने वाला न हो, जहां नागरिकों के जीवन में सरकार बेवजह दखल न दे, जहां दुनिया का हर आधुनिक इंफ्रास्टक्चर हो. इसके लिए देश तो बदलेगा लेकिन बदलते वक्त के अनुसार हमें भी बदलना होगा."

    मोदी

    नागरिकों के जीवन में सरकार का दखल कम हो- मोदी

    देश में सुधार लागू करने के लिए दृढ़ राजनीतिक इच्छाशक्ति की ज़रूरत है और देश में उसकी कोई कमी नहीं है.

    आधुनिक काल में देश नेक्स्ट जेनेरेशन सुधार लागू किए जाएंगे ताकि देश के आख़िरी कोने पर मौजूद व्यक्ति तक सभी सरकारी सुविधाएं पहुंच सके.

    मोदी ने कहा कि पहले के दौर में सरकार खुद ड्राइविंग सीट पर बैठती थी लेकिन अब ये आधुनिक देश की ज़रूरत नहीं है, इसलिए देश के नागरिकों के जीवन में सरकार का दखल जितना हो सके कम किया जाना चाहिए.

    उन्होंने कहा, "देश को ये प्रयास करना होगा कि देश के लोगों को अनावश्यक क़ानूनों और प्रक्रिया के जाल से निकाला जाए, इसके लिए सरकार से हाल में 15 हज़ार से अधिक रुकावटों (कंप्लायंसेज़) को ख़त्म किया है. इज़ा ऑफ़ लिविंग और इज़ ऑफ़ डूइंग बिज़नेस की हमें बहुत ज़रूरत है. दर्जनों श्रम क़ानूनों को चार कोड में समा दिया गया है और टैक्स स्टक्चर में भी बड़े बदलाव किए जा रहे हैं."

    शहरों और गांवों के फर्क को करना होगा कम- मोदी

    मोदी ने कहा कि शहरों के अलावा गांवों के विकास पर अधिक ध्यान देना होगा.

    उन्होंने कहा, "गांवों को सड़कों से जोड़ने की कोशिश की गई है लेकिन अब ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क भी वहां पहुंच रहा है."

    गांव में कई जगहों पर महिलाएं सेल्फ हेल्प ग्रूप में शामिल हो कर नए उद्यम कर रही है, ऐसे महिलाओं के लिए सरकार ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म बनाएगी ताकि उनके उत्पाद देश के हर कोने तक पहुंच सकें."

    मोदी ने कहा कृषि वैज्ञानिकों की कृषि क्षेत्र में भी वैज्ञानिकों की सलाह लेने का वक्त आ गया है ताकि बढ़ती आबादी के लिए उचित मात्रा में खाद्यान्न उगाया जा सके.

    उन्होंने कहा कि "गांवों में लोगों के पास ज़मीनें छोटी होती जा रही हैं, परिवारों का बंटवारा होने के बाद किसानों के पास ज़मीन छोटी से छोटी होती जा रही है. पहले की नीतियों में छोटे किसानों पर अधिक ध्यान नहीं दिया गया था लेकिन अब उन किसानों को ध्यान में रख पर फ़ैसले लिये जा रहे हैं. आने वाले समय में ब्लॉक लेवल कर वेयरहाउस (गोदाम) बनाने का अभियान चलाया जाएगा."

    लाल क़िला

    इंफ्रास्ट्रक्चर पर अधिक ध्यान

    कमज़ोर इंफ्रास्ट्रक्चर का नुक़सान देश को होता है इसलिए देश ने असाधारण स्तर पर काम कर रहा है और नए जलमार्ग या नए स्थानों को सीप्लेन से जोड़ने का काम कर रहा है. भारतीय रेलवे भी तेज़ी से आधिनिक रंग में ढल रही है.

    देश ने फ़ैसला किया है कि 75वें आज़ादी के त्याहोर पर देश 75 सप्ताह तक अमृत महोत्सव का पालन करेगा. आने वाले वक्त में देश के हर कोने को जोड़ने के लिए 75 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें चलेंगी. सरकार जल्द सौ लाख करोड़ रपयों की एक नई गतिशक्ति योजना लॉन्च करेगी जो देश के लिए नया नेशनल इंफ्रास्ट्क्चर प्लान होगा और देश को होलिस्टिक इंफ्रास्ट्रक्चर देगी.

    इसके ज़रिए स्थानीय उद्यमियों को वैश्विक मार्केट से जोड़ा जाएगा ताकि आने वाले वक्त में अर्थव्यवस्था के विस्तार के मौक़े मिलें और वो ग्लोबल कंपीटिशन के लिए तैयार हों.

    ओलंपिक खिलाड़ियों का सम्मान

    75वें स्वतंत्रता दिवस के मौक़े पर लाल क़िले की प्राचीर से भारत की युवा पीढ़ी के खिलाड़ियों से सम्मान में तालियां बजाने की अपील की. उन्होंने कहा कि इन युवाओं ने भारत का नाम तो रोशन किया ही है लेकिन लोगों को प्रेरित करने का काम भी किया है.

    उन्होंने कहा, "भारत के हर कोने, हर कालखंड में अनगिनत लोगों ने देश को बनाया है और आगे बढ़ाया है. ऐसे हर व्यक्ति को मैं नमन करता हूँ."

    उन्होंने कहा, "कोरोना वैश्विक महामारी में डॉक्टर, नर्सेस, पैरामेडिकल स्टाफ, सफाई कर्चचारी और वैक्सीन बनाने वाले वैज्ञानिक को हमें नमन करने की ज़रूरत है. कई इलाक़ों में अभी बाढ़ आई है लेकिन केंद्र और राज्य सरकारें इस मुसीबत में लोगों के साथ खड़ी है."

    अब पूर्णता होगा हमारा लक्ष्य- मोदी

    हमें अब विकास की तरफ़ नहीं बल्की पूर्णता की तरफ़ जाना है, यानी सभी सुविधाएं देश के शत प्रतिशत लोगों को मिले यहां हमारा लक्ष्य होना चाहिए.

    "सभी परिवारों को सभी सुविधाएं मिलनी चाहिए और हमारे सामने सभी योजनाओं की सैचुरेशन का लक्ष्य हासिल करना है और इसके लिए अधिक वक्त नहीं लगाना है."

    "सरकार लोगों को राशन सुविधा और मिड डे मील के तहत देने वाले चावल को फोर्टिफाई करेगी ताकि लोगों को उचित पोषण मिले."

    पीएम मोदी ने कहा सरकार गरीबों और वंचितों के लिए आरक्षण व्यवस्था सुनिश्चित करने का काम कर रही है और बिल पास कर राज्यों को वंचित समुदायों का पहचान करने की ज़िम्मेदारी दी गई है.

    "उत्तर भारत में सरकार कनेक्टिविटी का इतिहास लिख रही है, और ये कनेक्टिविटी केवल इंफ्रास्ट्रचर का ही नहीं बल्कि दिलों के बीच का भी है. जल्द ही उत्तर भारत पूरे भारत के साथ पूरी तरह से रेल सेवा से जुड़ेगा."

    "वहां पर ऑयल फार्म, हर्बल फार्मिंग और ऑर्गेनिग खेती की अनेकों संभावनाएं है, आने वाले सालों में इस पर काम होगा."

    जम्मू कश्मीर मे डीलिमीटेशन कमिटी का गठन हो चुका है और आने वाले वक्त में यहां विधानसभा चुनाव करवाने की तैयारियां हो रही हैं.

  6. देखिए तस्वीेरें, जब पीएम मोदी लाल क़िले पर पहुँचे

    लाल क़िले
    लाल क़िला
    लाल क़िला
    लाल क़िला
  7. 15 अगस्त से पहले 14 अगस्त को लेकर पीएम मोदी ने लाल क़िले से की अहम घोषणा

    नरेंद्र मोदी

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 75वें स्वतंत्रता दिवस के मौक़े पर लाल क़िले से देश को संबोधित करत हुए कहा कि आज़ादी हमारे लिए जश्न का मौक़ा है लेकिन विभाजन की विभीषिका को नहीं भुलाया जा सकता. प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के बँटवारे के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता.

    पीएम ने कहा, ''नफ़रत और हिंसा की वजह से हमारे लाखों बहनों और भाइयों को विस्थापित होना पड़ा और अपनी जान तक गंवानी पड़ी. उन लोगों के संघर्ष और बलिदान की याद में 14 अगस्त को 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' के तौर पर मनाने का निर्णय लिया गया है.''

    प्रधानमंत्री ने कहा कि यह दिन हमें भेदभाव, वैमनस्य और दुर्भावना के जहर को ख़त्म करने के लिए न केवल प्रेरित करेगा, बल्कि इससे एकता, सामाजिक सद्भाव और मानवीय संवेदनाएं भी मज़बूत होंगी.

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